नई दिल्ली। बिहार विधानसभा चुनाव ने नाम वापसी की आखिरी तारीख बीत चुकी है। इस बीच जन सुराज पार्टी को बड़ा झटका लगा है। जन सुराज पार्टी के प्रत्याशी डॉक्टर शशि शेखर सिन्हा ने गोपालगंज विधानसभा सीट से अपना नामांकन वापस ले भाजपा प्रत्याशी का समर्थन कर दिया है।
बक्सर के ब्रह्मपुर विधानसभा क्षेत्र से जन सुराज पार्टी के उम्मीदवार डॉ सत्यप्रकाश तिवारी ने नाटकीय घटनाक्रम में सोमवार को अंतिम समय में अपना नामांकन वापस ले लिया। डॉ सत्यप्रकाश तिवारी ने पूर्व के उपविजेता बीजेपी के हुलास पांडे का समर्थन कर दिया है। जनसुराज के दानापुर सीट के उम्मीदवार ने बीजेपी के समर्थन में अपना नामांकन ही नहीं किया।
दो सीटों पर आमने सामने भिड़ेंगे महागठबंधन के दल
सीटों के बंटवारे काम बिल्कुल अंत तक निपटाने में लगी महागठबंधन की पार्टियों के बीच प्रथम चरण में कम से कम दो सीटों पर दोस्ताना लड़ाई होगी। वैशाली और गौराबौराम दो ऐसी ही सीटें हैं जहां पर महागहठंधन के प्रत्याशी आमने सामने होंगे। वैशाली सीट से जहां मैदान में राजद और कांग्रेस के उम्मीदवार आमने-सामने हैं वहीं गौराबौराम में मुकेश साहनी के भाई के सामने आरजेडी का उम्मीदवार भी मैदान में है।
बिहार चुनाव 2025 में वोटिंग से पहले ही दो चर्चित उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला लगभग हो गया है। लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) की मढ़ौरा सीट से उम्मीदवार सीमा सिंह का नामांकन तकनीकी त्रुटि के कारण खारिज हो गया, वहीं दरभंगा जिले की कुशेश्वरस्थान विधानसभा से वीआईपी पार्टी के उम्मीदवार गणेश भारती का नामांकन भी अमान्य घोषित हो चुका है।
सीमा सिंह ने खुद को चिराग का हनुमान बताया है। उधर गणेश भारती का नामांकन इसलिए रद्द हुआ क्योंकि वीआईपी पार्टी सिंबल के बिना जमा हुआ था, क्योंकि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष संतोष सहनी के हस्ताक्षर सिंबल पत्र पर नहीं थे।
पहले चरण में 1314 उम्मीदवार मैदान में
पहले चरण में कुल 1375 उम्मीदवारों के नामांकन सही मिले हैं। स्क्रूटनी प्रक्रिया पूरी हो गई है। 61 उम्मीदवारों ने अपना नाम वापस ले लिया है। अब 1314 उम्मीदवार ही मैदान में बचे हैं, जो छह नवंबर को अपनी किस्मत आजमाएंगे।
झारखंड मुक्ति मोर्चा के चुनाव न लड़ने का फैसला करते हुए इसके लिए कांग्रेस और राजद को जिम्मेदार ठहराया है। उनका कहना है कि समन्वय के अभाव में यह हुआ। 18 अक्टूबर को झारखंड मुक्ति मोर्चा की ओर से एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की गई थी, जिसमें उन्होंने कहा था कि वे राज्य की छह सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी, जिसमें जमुई, चकाई, धमदाहा, मनिहारी, पीरपैंती और कटोरिया शामिल था।
दोनों चरणों के नामांकन की अंतिम तारीख तक जेएमएम की ओर से किसी भी उम्मीदवार ने फोर्म नहीं भरा है, जिससे साफ हो गया है कि जेएमएम इस बार बिहार विधानसभा चुनाव में नहीं उतरेगी।
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