रायगढ़। छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले के तमनार वन परिक्षेत्र के केराखोल गांव में करंट लगने से हाथी की मौत (Elephant death) हो गई है। इस घटना ने वन्यजीव संरक्षण पर एक बार फिर से सवाल खड़े कर दिए हैं।
सोमवार को सात वर्षीय नर हाथी की करंट की चपेट में आने से मौत हुई है। यह हादसा गांव के पास हुआ जहां जंगली सुअरों को मारने के लिए कुछ लोगों ने अवैध रूप से बिजली का तार बिछाया था।
जानकारी के अनुसार, मृत हाथी अपने दल से भटककर अकेले केराखोल गांव के पास पहुंच गया था। सुबह खेत के पास मृत पड़े हाथी को देखकर स्थानीय ग्रामीणों ने तत्काल वन विभाग को सूचित किया। वन विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर प्रारंभिक जांच शुरू की और पाया कि हाथी की मौत बिजली के तारों की चपेट में आने से हुई।
तमनार वन परिक्षेत्र के रेंजर ने बताया कि मौके से बिजली के तार और अन्य सबूत बरामद किए गए हैं, जो स्पष्ट करते हैं कि यह करंट जंगली सुअरों को निशाना बनाने के लिए बिछाया गया था।
वन विभाग ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल जांच तेज कर दी है। दोषियों की पहचान के लिए आसपास के क्षेत्रों में पूछताछ की जा रही है।
वन्यजीव संरक्षण अधिनियम 1972 के तहत इस तरह की गतिविधियां गैरकानूनी हैं, और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। मृत हाथी का पोस्टमॉर्टम मौके पर ही किया गया, जिसकी रिपोर्ट जल्द आने की उम्मीद है।
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