रायपुर। दीपावली के दिन छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के लिए उदासी और निराशा नजर आई। जेल में बंद बेटे चैतन्य बघेल से मिलने की अनुमति भूपेश बघेल को नहीं मिली है। इससे मायूस होकर उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स में पोस्ट किया। इसके साथ ही उन्होंने दो दशक पहले अपने पिताजी के जेल जाने की धटना का भी जिक्र किया।
भूपेश बघेल ने लिखा, ‘दो दशक पहले मुख्यमंत्री अजीत जोगी ने बाबूजी को जेल भेजा था। पर दीवाली के दिन उनसे मिलने की छूट मिल गई थी। नरेंद्र मोदी और अमित शाह की कृपा से बेटा जेल में है। आज दीवाली है पर मुझे उससे मिलने की अनुमति नहीं है। बहरहाल, सबको दीवाली की शुभकामनाएं।’
इस पोस्ट ने राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी है, और कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने इसे सियासी साजिश करार देते हुए विरोध प्रदर्शन की चेतावनी दी है।
आपको बता दें कि चैतन्य बघेल के जन्म दिन के दिन 18 जुलाई को प्रवर्तन निदेशालय (ED) की टीम ने उन्हें शराब घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में भिलाई के घर से उन्हें गिरफ्तार किया था।
इसके बाद चैतन्य ने ईडी की गिरफ्तारी को गलत बताते हुए छत्तीसगढ़ हाई कोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक का रुख किया। सुप्रीम कोर्ट ने छत्तीसगढ़ हाई कोर्ट को इस केस को सुनने के लिए कहा, जिसके बाद करीब दो महीने की सुनवाई के बाद हाई कोर्ट ने इस गिरफ्तारी को अवैध बताने वाली याचिका खारिज कर दी और कहा कि ईडी ने गिरफ्तारी के लिए प्रक्रियाओं का पालन किया है।
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