SAFAI KARMCHARI PROTEST: राजधानी रायपुर में दीपावली के ठीक पहले सफाई व्यवस्था पर संकट मंडरा रहा है, क्योंकि 800 से अधिक सफाई कर्मचारियों और कचरा गाडी ड्राइवर्स ने वेतन वृद्धि, नियमित भुगतान और अन्य मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल का ऐलान कर दिया है। दलदल सिवनी डंपिंग यार्ड के बाहर धरना देकर बैठे ये कर्मचारी रामकी कंपनी के खिलाफ खुला मोर्चा खोल चुके हैं, जिसे नगर निगम ने सफाई कार्य का ठेका सौंपा है।
निजीकरण के इस फैसले से आक्रोशित कर्मचारियों ने चेतावनी दी है कि यदि मांगें पूरी नहीं हुईं तो शहरभर में कूड़ा उठान और सफाई का काम पूरी तरह ठप हो जाएगा, जिससे त्योहारों के बीच गंदगी का अंबार लग सकता है। सफाई कर्मियों का कहना है की वे विगत 8 वर्षों से कार्य कर रहें हैं लेकिन कंपनी हमारा वेतन नहीं बढ़ा रही है। स्वास्थ्य सुविधा के नाम पर इलाज कराने ली गयी छुट्टियों पर हमारा वेतन काट लिया जाता है।
एक सफाई कर्मी ने कहा की 10 हजार वेतन मिलता है, 4 हज़ार का किराया देना पड़ता है और इस बार तो बिजली बिल भी 3 हज़ार के पार आया है ऐस में घर चलाना मुश्किल हो रहा है। एक कर्मचारी के हाथों में कचरा बीनते हुए सुई चुभने से हाथ का ऑपरेशन निजी हॉस्पिटल में कराना पड़ा लेकिन न ही उसका क्लेम मिला और उल्टा अपनी नौकरी गंवानी पड़ी। ऐसे ही और सफाई कर्मचारियों से द लेंस ने ग्राउंड रिपोर्ट में बात की है और उनका पक्ष सुना है जबकि रामको कंपनी अभी बातें चल रहीं है कहकर बात करने से मना कर दिया।

