बेंगलुरु। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कांग्रेस विधायक के.सी. वीरेंद्र (पप्पी) के खिलाफ अवैध ऑनलाइन सट्टेबाजी के मामले में 150 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति जब्त की है।
ईडी के बेंगलुरु क्षेत्रीय कार्यालय ने गुरुवार को मनी लॉन्ड्रिंग निवारण अधिनियम (पीएमएलए), 2002 के तहत तलाशी अभियान चलाया। इस दौरान, चालकेरे में दो अलग-अलग लॉकरों से 40 किलोग्राम 24 कैरेट सोने की बुलियन जब्त की गई, जिसकी कीमत 50.33 करोड़ रुपये है।
इस कार्रवाई के साथ, इस मामले में कुल जब्ती 150 करोड़ रुपये से अधिक हो गई है। इससे पहले, ईडी ने 103 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की थी, जिसमें 21 किलोग्राम सोने की छड़ें, नकदी, आभूषण, महंगी गाड़ियां और बैंक खातों में जमा राशि शामिल थी।
ईडी की जांच में पता चला कि पप्पी ने अपने परिवार और सहयोगियों के साथ मिलकर कई अवैध ऑनलाइन सट्टेबाजी वेबसाइट्स, जैसे किंग567 और राजा567, का संचालन किया। इन प्लेटफॉर्म्स के जरिए निर्दोष खिलाड़ियों को ठगा गया। जांच में सामने आया कि वीरेंद्र के नियंत्रण वाली सट्टेबाजी ऐप्स से 2,000 करोड़ रुपये से अधिक का अवैध कारोबार हुआ।
ईडी ने एक जटिल मनी लॉन्ड्रिंग नेटवर्क का खुलासा किया। खिलाड़ियों से एकत्रित धन को फोनपैसा जैसे विभिन्न पेमेंट गेटवे के माध्यम से कई ‘म्यूल खातों’ में स्थानांतरित किया गया। ये खाते देशभर के बिचौलियों से प्राप्त किए गए थे, जो ऑनलाइन सट्टेबाजी और साइबर अपराध के बीच एक गठजोड़ को दर्शाता है।
आगे की जांच में अपराध से प्राप्त धन के जरिए शानो-शौकत भरे खर्चों का पता चला। इन फंड्स का इस्तेमाल पप्पी, उनके परिवार और सहयोगियों के लिए अंतरराष्ट्रीय यात्रा टिकट, वीजा शुल्क और करोड़ों रुपये की आतिथ्य सेवाओं जैसे महंगे लेनदेन के लिए किया गया। इसके अलावा, मार्केटिंग, बल्क एसएमएस, प्लेटफॉर्म होस्टिंग और सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन जैसे परिचालन खर्चों को भी इन म्यूल खातों के जरिए छिपाकर भुगतान किया गया, जो सभी विधायक और उनके करीबी लोगों के नियंत्रण में थे।