[
The Lens
  • होम
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
    • Hindi
    • English
  • वीडियो
  • More
    • खेल
    • अन्‍य राज्‍य
    • धर्म
    • अर्थ
    • Podcast
Latest News
सर्वधर्म स्थल में प्रवेश करने से इंकार करने वाले सैन्य अधिकारी की बर्खास्तगी बरकरार
आरक्षण पर आईएएस संतोष वर्मा ने ऐसा क्‍या कह दिय कि ब्राह्मण समाज को नागवार गुजरा?
अयोध्‍या: पीएम मोदी ने राम मंदिर पर फहराई धर्म ध्‍वजा, बताया- भारतीय सभ्यता के पुनर्जन्म का प्रतीक
जस्टिस नागरत्ना की असहमति में दम होता तो अन्य जज भी उसे स्वीकारते, बोले पूर्व सीजेआई
प्रदूषण के खिलाफ प्रदर्शन में हिड़मा के नारों पर साइंटिस्ट्स फॉर सोसाइटी की सफाई
जशपुर में एक मिशनरी स्कूल की नाबालिग छात्रा ने हॉस्टल में लगाई फांसी, सुसाइड नोट में प्रिंसिपल पर छेड़छाड़ का आरोप
इथियोपिया का 12 हजार साल पुराना ज्वालामुखी फटा, राख का बादल 4300 किमी दूर दिल्ली तक पहुंचा
चीनियों ने Shanghai Airport पर 18 घंटे तक अरुणाचल प्रदेश महिला को बनाया बंधक
माओवादियों के विरोध में छत्तीसगढ़ कांग्रेस तो समर्थन में उतरे तेलंगाना कांग्रेस अध्यक्ष
अवध असम एक्सप्रेस में बिना टिकट यात्रियों की भारी भीड़, एक लड़की का दम घुटा, इमरजेंसी चेन खींचने के बावजूद न डॉक्टर पहुंचे न पुलिस
Font ResizerAa
The LensThe Lens
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
  • वीडियो
Search
  • होम
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
    • Hindi
    • English
  • वीडियो
  • More
    • खेल
    • अन्‍य राज्‍य
    • धर्म
    • अर्थ
    • Podcast
Follow US
© 2025 Rushvi Media LLP. All Rights Reserved.
छत्तीसगढ़

केंद्र सरकार ने मांगी छत्तीसगढ़ के रामगढ़ पर्वत की रिपोर्ट, पूर्व डिप्टी CM टीएस सिंहदेव ने जताया आभार    

लेंस ब्यूरो
लेंस ब्यूरो
Byलेंस ब्यूरो
Follow:
Published: September 26, 2025 10:25 PM
Last updated: October 2, 2025 12:46 AM
Share
Ramgarh mountain
SHARE

रायपुर। छत्तीसगढ़ के ऐतिहासिक और पुरातात्विक दृष्टि से महत्वपूर्ण रामगढ़ पर्वत के संरक्षण को लेकर पूर्व उपमुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव द्वारा लिखे गए पत्र के आधार पर केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्रालय के महानिदेशक ने राज्य के वन सचिव को इस क्षेत्र की स्थिति की जांच कर विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है।

रामगढ़ के संरक्षण पर मेरे और स्थानीय समुदाय के आग्रह की गंभीरता समझने के लिए और छत्तीसगढ़ सरकार से इस विषय में जाँच कर न्यायोचित कार्यवाही के आदेश देने के लिए वन महानिदेशक, पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री, भारत सरकार का धन्यवाद।

मुझे विश्वास है कि अब माता सीता और प्रभु… pic.twitter.com/u6ZFEjeMNl

— T S Singhdeo (@TS_SinghDeo) September 26, 2025

सिंहदेव ने अपने पत्र में उल्लेख किया कि हसदेव क्षेत्र में चल रही कोयला खदानों के कारण रामगढ़ पर्वत का अस्तित्व संकट में है। उन्होंने बताया कि वन विभाग ने केते-एक्सटेंशन नामक नई खदान के लिए अनापत्ति प्रमाणपत्र भी जारी कर दिया है।

सिंहदेव ने 30 अगस्त 2025 को छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री और केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय से संबंधित वन सलाहकार समिति के अध्यक्ष सुशील कुमार अवस्थी को पत्र लिखकर इस मुद्दे पर ध्यान आकर्षित किया था।

इस पत्र में सिंहदेव ने रामगढ़ पर्वत और इसके आसपास के क्षेत्र की पारिस्थितिकी से जुड़ी विस्तृत जानकारी साझा की। उन्होंने 2019 में वाइल्ड लाइफ इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया और ICRF, देहरादून द्वारा किए गए जैव विविधता मूल्यांकन का भी हवाला दिया।

सिंहदेव ने बताया कि इन रिपोर्टों के बावजूद, 2023 में छत्तीसगढ़ में भाजपा सरकार के सत्ता में आने के बाद केते-एक्सटेंशन खदान के लिए जनसुनवाई आयोजित की गई, जिसमें 1500 से अधिक आपत्तियां दर्ज की गईं।

उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि सरगुजा वन विभाग ने 26 जून 2025 को रामगढ़ पर्वत के धार्मिक और ऐतिहासिक महत्व, जैसे वहां स्थित रामजानकी मंदिर से जुड़े तथ्यों को नजरअंदाज करते हुए खदान के पक्ष में अनापत्ति प्रमाणपत्र जारी किया।

सिंहदेव ने अपने पत्र में बताया कि मौजूदा खदानों की ब्लास्टिंग से पर्वत में कई स्थानों पर दरारें पड़ चुकी हैं। स्थानीय लोगों ने जांच दलों के सामने ब्लास्टिंग से होने वाले कंपन और उनसे उत्पन्न दरारों का मुद्दा उठाया है।

यह क्षेत्र लेमरू हाथी परियोजना के अंतर्गत आता है। वर्ष 2022 में छत्तीसगढ़ विधानसभा ने सर्वसम्मति से इस क्षेत्र में नई खदानों से संबंधित सभी आदेशों को रद्द करने का प्रस्ताव पारित किया था, जिसमें भाजपा विधायकों के हस्ताक्षर भी शामिल थे।

हालांकि, सत्ता परिवर्तन के बाद राज्य सरकार ने स्थानीय लोगों की भावनाओं को दरकिनार करते हुए कॉरपोरेट हितों को बढ़ावा देने के लिए नई खदान खोलने की प्रक्रिया शुरू कर दी।

TAGGED:ChhattisgarhRamgarh mountainTop_NewsTS Singhdev
Previous Article Pakistani PM Sharif claims पाकिस्तानी पीएम शरीफ का यूएन में भारत के खिलाफ जीत का दावा
Next Article Nanki Ram Kanwar CM हाउस के सामने 4 अक्टूबर को पूर्व गृह मंत्री ननकी राम देंगे धरना
Lens poster

Popular Posts

जस्टिस वर्मा पर लटकी महाभियोग की तलवार, निगाहें मानसून सत्र पर

नई दिल्ली। (Impeachment on Justice Verma) इलाहाबाद हाई कोर्ट के जज जस्टिस यशवंत वर्मा के…

By Lens News Network

उत्तर भारत में लू का कहर, कुछ राज्यों में जल्द बारिश की उम्मीद

द लेंस डेस्क। उत्तर भारत के कई हिस्सों में भीषण गर्मी और लू ने लोगों…

By पूनम ऋतु सेन

Wheeling against presser

Sunday witnessed high voltage political drama as the election commission came down to the political…

By Editorial Board

You Might Also Like

CM Sai
छत्तीसगढ़

छत्तीसगढ़ में हस्तशिल्प विकास की अपार संभावना – मुख्यमंत्री विष्णु देव साय

By Lens News
Voter List Controversy
देश

क्या बिहार में बैकडोर एनआरसी की कवायद चल रही है?

By Lens News Network
बिहार

सुपौल में राहुल, प्रियंका और सोनिया के खिलाफ अभद्र भाषा इस्तेमाल करने वाले अनुपम का टिकट अब रहमानी को

By आवेश तिवारी
MP Ki Baat
लेंस रिपोर्ट

टीम खंडेलवाल…दीयों का बक्सा और जुगनुओं का राज

By राजेश चतुर्वेदी

© 2025 Rushvi Media LLP. 

Facebook X-twitter Youtube Instagram
  • The Lens.in के बारे में
  • The Lens.in से संपर्क करें
  • Support Us
Lens White Logo
Welcome Back!

Sign in to your account

Username or Email Address
Password

Lost your password?