नई दिल्ली। आजमगढ़ जिले के सिधारी थाना क्षेत्र में एक़ सात साल के बच्चे की हत्या के आरोपियों की पुलिस एनकाउंटर में पैर में गोली लग गई। आजमगढ़ में हाइडिल चौराहे के समीप एक दिन पूर्व लापता एक सात वर्षीय बालक का शव घर के गेट पर बोरे में लटकता मिला था।
इस घटना की जानकारी मिलते ही समूचे आजमगढ़ में तनाव फैल गया। घटना की जानकारी मिलते ही भारी पुलिस फोर्स और पीएसी भी पहुंच गई।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक सिधारी थाना क्षेत्र के पठान टोला निवासी मुकर्रम अली का सात वर्षीय पुत्र शाजेब अली बुधवार की शाम घर से निकला और लापता हो गया।
परिजनों ने इसकी सूचना रात करीब सात बजे सिधारी थाने पर सूचना दी। पुलिस बालक की तलाश में जुटी थी। बृहस्पतिवार को दिन में करीब 11 बजे शाजेब अली का शव उसके घर के बगल में लगे गेट के ऊपर तार में बोरे में लटकता मिला।
जांच में खुलासा हुआ कि हत्या किसी अपहरण या फिरौती की घटना का नतीजा नहीं थी, बल्कि पुरानी रंजिश के चलते बच्चे की बलि ली गई।
आरोपियों की पहचान शैलेंद्र निगम और सुगम निगम के रूप में हुई। दोनों ने सुनियोजित तरीके से मासूम की हत्या की और इसके बाद पुलिस को गुमराह करने के लिए अपहरण और फिरौती का नाटक रच डाला।
घटना के बाद से पूरे आजमगढ़ में तनाव है जनता आरोपियों के घर पर बुलडोजर चलाने की मांग कर रही है।