लेंस डेस्क। साइबर हमले के बाद टाटा मोटर्स की सहायक कंपनी जगुआर लैंड रोवर (JLR) ने अपने विनिर्माण संयंत्रों को बंद रखने की अवधि को 1 अक्टूबर तक बढ़ाने का निर्णय लिया है। पहले यह बंदी 24 सितंबर तक थी।
समाचारों के अनुसार, लगभग तीन सप्ताह से साइबर हमले के कारण कंपनी के परिचालन पूरी तरह रुके हुए हैं। फाइनेंशियल टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, इस हमले से कंपनी को 2 अरब पाउंड (लगभग 23 हजार करोड़ रुपये) तक का भारी नुकसान हो सकता है, जो वित्त वर्ष 2025 के कुल मुनाफे (1.8 अरब पाउंड) से अधिक है।
JLR टाटा मोटर्स की आय का करीब 70% हिस्सा देता है। इस साइबर हमले के कारण आज, 25 सितंबर को टाटा मोटर्स के शेयरों में 2% से अधिक की गिरावट दर्ज की गई।
अगस्त के अंत में JLR के आईटी सिस्टम पर हुए साइबर हमले से ब्रिटेन में इसके तीन प्रमुख संयंत्र सोलिहुल, हेलीवुड और वॉल्वरहैंपटन में उत्पादन पूरी तरह ठप हो गया। ये संयंत्र प्रतिदिन करीब 1,000 वाहन बनाते हैं, लेकिन हमले के बाद आईटी सिस्टम को बंद करना पड़ा ताकि नुकसान को और बढ़ने से रोका जा सके।
अब ये संयंत्र 1 अक्टूबर तक बंद रहेंगे। पिछले पांच दिनों में टाटा मोटर्स का शेयर 6% से अधिक गिरकर 664 रुपये पर आ गया है। निवेशकों को आशंका है कि यह नुकसान पूरे वित्त वर्ष को प्रभावित कर सकता है।
हर सप्ताह 68 मिलियन डॉलर का घाटा
टाटा मोटर्स ने अभी तक नुकसान की सटीक राशि की पुष्टि नहीं की है, लेकिन अनुमान है कि कंपनी को हर सप्ताह लगभग 50 मिलियन पाउंड (68 मिलियन डॉलर) का घाटा हो रहा है। JLR के 33,000 कर्मचारियों को समस्या के समाधान तक घर पर रहने को कहा गया है।
JLR का टाटा मोटर्स के कारोबार में बड़ा योगदान है, जो कंपनी की कुल आय का लगभग 70% हिस्सा है। वित्त वर्ष 2025 में JLR ने कर के बाद 1.8 अरब पाउंड का मुनाफा कमाया था। इस तरह, 2 अरब पाउंड का अनुमानित नुकसान पूरे साल की कमाई को निगल सकता है या उससे भी ज्यादा हो सकता है।
रिपोर्ट्स के अनुसार, JLR ने इस घटना से पहले साइबर बीमा पॉलिसी को अंतिम रूप नहीं दिया था। यह पॉलिसी लॉकटन नामक कंपनी के माध्यम से बन रही थी, जो दुनिया की सबसे बड़ी स्वतंत्र बीमा ब्रोकरेज फर्म है, लेकिन इसे पूरा नहीं किया जा सका। बुधवार को टाटा मोटर्स के शेयर बीएसई पर 2.7% की गिरावट के साथ 682.75 रुपये पर बंद हुए थे। गुरुवार सुबह 11:30 बजे यह 2.87% नीचे 663.15 रुपये पर कारोबार कर रहा था।
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