नई दिल्ली Rahul Gandhi press conference: लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी आज महत्वपूर्ण प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित कर रहें हैं । ये प्रेस कॉन्फ्रेंस 1 घंटे लेट से शुरू हुई। हाल ही में पटना में ‘वोटर अधिकार यात्रा’ के समापन पर उन्होंने दावा किया था कि उनकी पार्टी वोट चोरी के मामले में ‘हाइड्रोजन बम’ फोड़ने जा रही है। कांग्रेस के मीडिया प्रमुख पवन खेड़ा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर इस प्रेस कॉन्फ्रेंस की जानकारी शेयर की है। राहुल गांधी इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में बड़े खुलासे करते जा रहें हैं।
चुनाव आयोग के भीतर से हमें मदद मिल रही है, राहुल का बड़ा दावा
राहुल ने कहा, मेरा काम डेमोक्रेटिक सिस्टम की रक्षा करने का नहीं है, उसमें भागीदारी निभाने का है.
राहुल गांधी : संविधान पर पूरा भरोसा
राहुल गांधी ने जोर देकर कहा कि वह अपने देश से पूर्ण रूप से प्रेम करते हैं और इसका संरक्षण करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, “जनता ही अंतिम निर्णय लेगी, मैं केवल तथ्य सामने रख रहा हूँ। मैं मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार के बारे में भी खुलासा करूँगा। वोटों में हेरफेर और हटाने का काम हुआ है, और सीईसी वोट चोरी करने वालों को बचा रहे हैं।”
राहुल गांधी ने एक बार फिर मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार पर निशाना साधा और दावा किया कि उनके पास वोट हटाने के पुख्ता सबूत हैं। हालाँकि, कांग्रेस सांसद ने स्पष्ट किया कि वह अभी कोई बड़ा खुलासा नहीं करने जा रहे, वह बाद में होगा। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि आदिवासी, दलित और ओबीसी समुदायों के वोटों को निशाना बनाया गया है। साथ ही, उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस के प्रभाव वाली सीटों को विशेष रूप से टारगेट किया गया। राहुल गांधी ने यह भी कहा कि उन्हें संविधान पर पूर्ण विश्वास है।
मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार पर क्या कहा
राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कर्नाटक सीआईडी ने 18 महीनों में 18 चिट्ठियां लिखकर जानकारी मांगी। डेस्टिनेशन आईपी मांगी, डिवाइस के डेस्टिनेशन और ओटीपी ट्रेल मांगा लेकिन कमीशन ने नहीं दिया।
जिन मोबाइल से वोट डिलीट किए गए उनके आईपी नंबर नहीं दे रहे हैं ज्ञानेश कुमार
राहुल गांधी ने कहा कर्नाटक के मुख्य चुनाव आयुक्त ने ज्ञानेश कुमार से बार बार सवाल किया पर उन्होंने जवाब नहीं दिया। चुनाव आयोग जानता है यह कौन है
राहुल गांधी के खुलासे
गोदाबाई के नाम से 12 वोट डिलीट कराए गए
उन्हें पता ही नहीं कि यह कैसा हुआ। जो नंबर वोट डीलिट करने के लिए इस्तेमाल किए गए वह कर्नाटक के बाहर के थे
कर्नाटक सीआईडी ने 18 महीनों में 18 चिट्ठियां लिखकर जानकारी मांगी। डेस्टिनेशन आईपी मांगी, डिवाइस के डेस्टिनेशन और ओटीपी ट्रेल मांगा लेकिन कमीशन ने नहीं दिया।
पहले ‘एटम बम’, अब ‘हाइड्रोजन बम’ का दावा
राहुल गांधी ने इससे पहले 7 अगस्त को बेंगलुरु के महादेवपुरा विधानसभा क्षेत्र में कथित वोट चोरी का मुद्दा उठाया था, जिसे उन्होंने ‘एटम बम’ कहा था। पटना में 1 सितंबर को उन्होंने दावा किया था कि अब ‘हाइड्रोजन बम’ के जरिए और बड़ा खुलासा होगा, जिसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जवाब देना मुश्किल हो जाएगा। उनकी इस ‘वोटर अधिकार यात्रा’ और बयानों ने सियासी हलकों में हलचल मचा दी है। आज की प्रेस कॉन्फ्रेंस में उनके नए दावों और सबूतों पर सबकी नजरें टिकी हैं।
पत्रकारों को कराया गया इंतजार
आज राहुल गांधी की प्रस्तावित प्रेस वार्ता शुरू होने में एक घंटा विलम्ब हो गया। पत्रकारों ने सुबह 8 बजे से ही डेरा डाल रखा था सो इस स्थिति से सभी बेहाल दिखे। कुछ पत्रकारों का कहना था कि कांग्रेस का हाल भी भाजपा की तरह हो गया है। कम से कम प्रेस कांफ्रेंस वाली जगह पर चाय पान का प्रबंध रखना चाहिए।
जयराम रमेश ,पवन खेड़ा सुबह 9.30 बजे से हाल में मौजूद हैं। राहुल गांधी के विलम्ब की वजह का खुलासा नहीं हो सका है।