बस्तर। नक्सली (Naxal) संगठन को एक और बड़ा झटका लगा है। तेलंगाना में नक्सलियों की दक्षिण सब जोनल ब्यूरो की प्रमुख और बस्तर में लंबे समय से सक्रिय सुजाता ने आज पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया।
सुजाता पर एक करोड़ रुपये का इनाम घोषित था। वह नक्सली कमांडर किशनजी की पत्नी थीं, जिनकी पहले पश्चिम बंगाल में मुठभेड़ में मौत हो चुकी है। इस घटना से नक्सली संगठन की कमर टूटने की संभावना जताई जा रही है। तेलंगाना के डीजीपी आज दोपहर 12 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस मामले पर विस्तृत जानकारी साझा करेंगे।

यह सरेंडर उस वक्त हुआ जब छत्तीसगढ़ के गरियाबंद के मैनपुर के जंगलों में ओड़िशा स्टेट के सचिव भास्कर उर्फ बालकृष्णन को मुठभेड़ में ढेर कर दिया गया।
नक्सल मोर्चे पर ही हाल ही में वामपंथी उग्रवाद (LWE) विंग की रायपुर में दस दिन पहले बैठक हुई थी। इस बैठक में आईबी चीफ, एनआईए डायरेक्टर, गृह विभाग के अफसरों सहित सभी अर्धसैनिक बलों के डीजी और नक्सल प्रभावित सभी राज्यों के डीजीपी मौजूद थे।
इस बैठक में 31 मार्च 2026 से पहले नक्सल मुक्त भारत अभियान तेज करने की चर्चा हुई थी। इस बैठक में तय हुआ था कि जंगल में ऑपरेशन के तौर पर मुठभेड़ के साथ-साथ नक्सलियों की गिरफ्तारियां और उनके सरेंडर की संख्या भी बढ़ाई जाए। टॉप कमांडर्स को सरेंडर कराकर उनसे पूछताछ के आधार पर ऑपरेशन अंजाम देने के निर्देश आईबी चीफ ने दिए थे।