नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में एक पुलिस थाने के अंदर प्रदर्शन (BJP leaders protest in UP) कर रहे भाजपा नेताओं की जमकर पिटाई की गई। नेताओं ने आरोप लगाया है कि पुलिस ने थाने की लाइट बंद कर वहां धरने पर बैठे बीजेपी नेताओं और कार्यकर्ताओं को जमकर मारा। इस मामले में एक शख्स की मौत भी हो गई है। घटना के बाद से पूरे इलाके में तनाव फैला दिया और फिलहाल पूरा क्षेत्र छावनी बना हुआ है।
जानकारी मिली है कि गाजीपुर के नोनहरा थाना क्षेत्र में रविवार की रात भाजपा नेताओं के प्रदर्शन पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया है। इसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई और कई अन्य घायल हुए। मृतक की पहचान रुकुंदीपुर गांव निवासी सीताराम उपाध्याय के रूप में हुई है। घटना के बाद पुलिस बल तैनात कर स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश की जा रही है।
क्या था विवाद और क्यों प्रदर्शन कर रहे थे नेता?
यह विवाद नोनहरा थाना क्षेत्र के गठिया गांव के दो पक्षों ओंकार राय और अरविंद राय के बीच बिजली के पोल गाड़ने को लेकर शुरू हुआ था। ओंकार राय अपने ट्यूबवेल पर बिजली लाइन लगाने के लिए पोल अरविंद राय के खेत से ले जाना चाहते थे, लेकिन अरविंद राय ने इसका कड़ा विरोध किया।
इस मामले में अरविंद राय के पक्ष में शेरपुर गांव निवासी भाजपा नेता राजेश राय बागी 20 समर्थकों के साथ नोनहरा थाने पर पहुंचे और पुलिस से वार्ता की मांग की। जब पुलिस ने वार्ता से इनकार किया, तो ये लोग थाने के बाहर शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने लगे।
आरोप हैं कि रविवार की देर रात पुलिस ने अचानक थाने के बाहर की लाइट बंद कराकर लाठीचार्ज कर दिया। इसमें कई प्रदर्शनकारी गंभीर रूप से घायल हो गए. इस लाठीचार्ज में घायल हुए सीताराम उपाध्याय की सोमवार को मौत हो गई।
पुलिस ने मामले को नियंत्रित करने के लिए दोनों पक्षों को थाने में बुलाया, हालांकि पंचायत के बाद विवाद का समाधान नहीं हो पाया।
मौत के बाद क्षेत्र में तनाव फैल गया है. भाजपा कार्यकर्ता पुलिस की कार्रवाई पर नाराजगी जाहिर करते हुए मुआवजे की मांग कर रहे हैं. पुलिस ने इलाके में अतिरिक्त सुरक्षा बढ़ा दी है और स्थिति पर कड़ी नजर रखी जा रही है।
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