रायपुर। अजीम प्रेमजी फाउंडेशन (Azim Premji Foundation) ने छत्तीसगढ़ में छात्राओं के लिए एक स्कॉलरशिप योजना शुरू की है, जिसके तहत प्रदेश की पच्चीस हजार छात्राओं को ग्रेजुएशन तक की शिक्षा के लिए तीस हजार रुपए तक की स्कॉलरशिप दी जाएगी। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने बुधवार को इस योजना को लॉन्च किया।
अजीम प्रेमजी स्कॉलरशिप की इस योजना के तहत हर वो छात्रा, जिसने 10 वीं और 12 वीं की पढ़ाई नियमित छात्रा के रूप में किसी सरकारी स्कूल से की होगी,इस स्कॉलरशिप के लिए पात्र होंगी। बताया गया कि हर वर्ष पच्चीस हजार छात्राओं को स्कॉलरशिप देने की योजना है और यह योजना किसी छात्रा को ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी करते तक हर वर्ष दी जाएगी।
स्कॉलरशिप के पहले चरण के लिए पंजीयन बुधवार 10 सितंबर से शुरू हो कर 30 सितंबर तक चलेगा। दूसरे चरण के लिए पंजीयन अगले वर्ष 10 जनवरी से शुरू हो कर 31 जनवरी तक होगा। इसके लिए आवेदन फाउंडेशन की वेबसाइट के जरिए किए जा सकते हैं।
मुख्यमंत्री श्री साय ने इस योजना को लॉन्च करते हुए अजीम प्रेमजी फाउंडेशन को बधाई दी और कहा कि इस छात्रवृत्ति योजना से हजारों बेटियों को अपने सपनों को साकार करने का अवसर मिलेगा। बेटियों को शिक्षा मिलने से हमारी पीढ़ियां शिक्षित होती हैं।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार बेटियों की उच्च शिक्षा के लिए पूर्ण प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है। उन्होंने यह भी कहा कि इस छात्रवृत्ति योजना के माध्यम से शासकीय विद्यालयों में पढ़ने वाली निम्न आय वर्ग की छात्राओं को विशेष रूप से मदद मिलेगी।
उल्लेखनीय है कि समाज सेवा की अपनी परंपरा के तहत छत्तीसगढ़ में अजीम प्रेमजी फाउंडेशन पहले ही शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में बहुत सी कल्याणकारी योजनाएं संचालित कर रहा है।
पिछले दिनों फाउंडेशन ने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की मौजूदगी में ही राज्य शासन के साथ एक एमओयू किया जिसके तहत अंबिकापुर में सुपर स्पेशलिटी अस्पताल और धर्मजयगढ़ में सौ बिस्तरों के एक अस्पताल का निर्माण अजीम प्रेमजी फाउंडेशन करेगा।इन अस्पतालों में 80 प्रतिशत मरीजों का इलाज निःशुल्क किया जाएगा।
छत्तीसगढ़ के 9 जिलों में फाउंडेशन की समाज सेवा की गतिविधियां संचालित हैं।ये जिले क्रमशः रायपुर, बेमेतरा, बलौदाबाजार, धमतरी, रायगढ़, जांजगीर चांपा, सरगुजा, बलरामपुर और जशपुर हैं।
धमतरी में फाउंडेशन का एक स्कूल पहले ही संचालित हैं, जहां चार सौ से ज्यादा विद्यार्थी निःशुल्क शिक्षा हासिल कर रहे हैं।इसके अलावा इन जिलों में लइका घर नाम से क्रैच भी संचालित हैं। फाउंडेशन महिला एवं बाल विकास विभाग के साथ मिलकर आंगनवाड़ियों को बच्चों की अनौपचारिक शिक्षा से लेकर शिक्षकों की ट्रेनिंग तक की गतिविधियां चला रहा है।
फाउंडेशन अपने लाइवली हुड कार्यक्रम के तहत खेती किसानी के जरिए किसानों की आमदनी बढ़ाने में भी सहयोग करता है।
उल्लेखनीय है कि कोरोना काल में अजीम प्रेमजी फाउंडेशन ने छत्तीसगढ़ में उपकरणों से लेकर दवाओं तक करोड़ों रुपयों की मदद की थी।
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