Jammu Rain & Landslide: जम्मू-कश्मीर में दो दिनों से हो रही भारी बारिश ने भयानक रूप धारण कर लिया है। वैष्णो देवी मंदिर की यात्रा मार्ग पर मंगलवार दोपहर हुए भूस्खलन में मरने वालों की संख्या बढ़कर 34 हो गई है। इनमें उत्तर प्रदेश के 11 लोग शामिल हैं जो विभिन्न जिलों से यात्रा पर आए थे। सेना, एनडीआरएफ और स्थानीय प्रशासन की टीमें दिन-रात बचाव कार्य में जुटी हैं।
बाढ़ प्रभावित इलाकों से 10,000 से ज्यादा लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया गया है। पंजाब में रावी नदी उफान पर है जिससे पठानकोट जैसे जिले प्रभावित हैं। जम्मू-श्रीनगर हाईवे सहित कई सड़कें बंद हैं, सभी स्कूल-कॉलेज बंद कर दिए गए हैं।
कैसे हुई तबाही?
मंगलवार दोपहर करीब 3 बजे अर्धकुंवारी के पास इंद्रप्रस्थ भोजनालय के आसपास भूस्खलन हुआ। भारी बारिश से पहाड़ी ढलान फट गया जिससे बड़े-बड़े पत्थर, मिट्टी और पेड़ यात्रा मार्ग पर गिर पड़े। कई यात्री भोजनालय में आराम कर रहे थे जो मलबे में दब गए।
बचावकर्मियों ने मलबा हटाकर 34 शव निकाले हैं। दो घायलों की अस्पताल में मौत हो गई। अभी 20 से ज्यादा लोग घायल हैं, जिनका इलाज चल रहा है। यात्रा मार्ग को तुरंत बंद कर दिया गया है। कुछ यात्री अभी भी लापता बताए जा रहे हैं।
उधमपुर में 24 घंटे में 629.4 मिमी और जम्मू में 296 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई जो 1910 के बाद सबसे ज्यादा है। तवी, चिनाब, उझ, रावी और बसंतर जैसी नदियां खतरे के स्तर से ऊपर बह रही हैं। अनंतनाग और श्रीनगर में झेलम नदी भी चेतावनी स्तर पार कर गई है।
किश्तवाड़ में बाढ़ से एक पुल और 10 घर बह गए, कई इलाकों में पानी भर गया। चक्की नदी भी उफान पर है, लेकिन कुछ नदियों का पानी अब कम हो रहा है।
ट्रेनें रद्द, यात्रियों की परेशानी
भूस्खलन और बाढ़ से जम्मू-कश्मीर आने-जाने वाली 58 ट्रेनें रद्द कर दी गई हैं। 64 ट्रेनों के रूट बदल दिए गए हैं। जम्मू और कटरा स्टेशनों से आने-जाने वाली कई ट्रेनें प्रभावित हैं, जिसमें यूपी जाने वाली ट्रेनें भी शामिल हैं। हजारों यात्री फंस गए हैं।
कुछ ट्रेनें अंबाला तक ही पहुंच पाईं। रेलवे ने स्टेशनों पर हेल्प डेस्क खोली हैं, जहां यात्रियों को भोजन और जानकारी दी जा रही है। खराब मौसम से दिल्ली-लेह उड़ानें भी प्रभावित हैं।
बचाव कार्य: सभी एजेंसियां सतर्क
सेना, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और पुलिस की टीमें बचाव में लगी हैं। बाढ़ वाले इलाकों से 10,000 से ज्यादा लोगों को सुरक्षित निकाला गया। जम्मू में बाढ़ से कई पुल, घर और दुकानें क्षतिग्रस्त हो गईं।
मंगलवार को ऑप्टिकल फाइबर क्षतिग्रस्त होने से फोन और इंटरनेट सेवाएं बाधित रहीं, लेकिन बुधवार को सब बहाल हो गया। मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने जम्मू जाकर हालात का जायजा लिया। उन्होंने कहा कि बारिश कम होने से राहत कार्य तेज हो गए हैं।
राजनीतिक प्रतिक्रियाएं: मदद का ऐलान
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वैष्णो देवी हादसे में मारे गए यूपी के सभी 11 लोगों के परिवारों के प्रति संवेदना जताई। उन्होंने प्रत्येक परिवार को 4-4 लाख रुपये की आर्थिक मदद देने और शवों को घर तक पहुंचाने का निर्देश दिया।
इसपर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हादसे पर शोक व्यक्त किया। उन्होंने मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला से बात की और हर संभव मदद का आश्वासन दिया। पीएम ने कहा कि प्रशासन सभी प्रभावितों की सहायता कर रहा है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भी मृतकों के परिवारों को सांत्वना दी और बचाव कार्यों की सफलता की कामना की।
गृह मंत्री अमित शाह ने हादसे को दुखद बताया। पूर्व आईपीएस किरण बेदी और अन्य नेताओं ने भी संवेदना जताई। मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने सवाल उठाया कि मौसम चेतावनी के बावजूद यात्रा क्यों नहीं रोकी गई।
पंजाब के पठानकोट और आसपास के जिलों में रावी नदी उफान पर है। कई इलाके बाढ़ से प्रभावित हैं। स्थानीय प्रशासन ने लोगों को नदियों से दूर रहने की सलाह दी है।
प्रशासन ने सभी सतर्क रहने को कहा है। यात्रा मार्ग बहाल होने तक वैष्णो देवी दर्शन स्थगित हैं। मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों में बारिश की संभावना बताई है। फास्ट रिलीफ और पुनर्वास कार्य चल रहे हैं। यह घटना जलवायु परिवर्तन और प्राकृतिक आपदाओं के प्रति सतर्कता की याद दिलाती है।