कांकेर। नक्सलवाद बस्तर में अपनी अंतिम सांसें गिन रहा है। लगातार नक्सली आत्मसमर्पण कर रहे हैं या मारे जा रहे हैं। इस बीच, बचे हुए नक्सलियों की बौखलाहट साफ दिख रही है। 15 अगस्त को जब पूरा देश आजादी का जश्न मना रहा था, कांकेर जिले का एक इलाका ऐसा भी था, जहां दशकों बाद युवा देश के प्रति अपना प्रेम जाहिर करने की कोशिश कर रहे थे। लेकिन नक्सलियों को यह बर्दाश्त नहीं हुआ और उन्होंने एक युवक की निर्मम हत्या कर दी।

मामला माड़ इलाके के बिनागुंडा का है, जहां बीते साल 29 नक्सलियों का एनकाउंटर हुआ था। 15 अगस्त को मनेश नरेटी नामक युवक ने मासूम बच्चों के साथ नक्सलियों द्वारा बनाए गए स्मारक पर देश का तिरंगा फहराया और भारत माता की जय के नारे लगाए। इस कदम के जरिए उसने नक्सलियों को संदेश दिया कि अब लोग उनके आतंक से बाहर निकलकर अपने क्षेत्र के विकास की राह पर चलना चाहते हैं। लेकिन उसे नहीं पता था कि देशप्रेम और क्षेत्र के विकास की यह सोच उसकी मौत का कारण बन जाएगी।
ध्वजारोहण से बौखलाए नक्सलियों ने मनेश की बेरहमी से हत्या कर दी और बैनर लगाकर इसकी जिम्मेदारी भी ली। अब इस घटना का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें मनेश नरेटी मासूम बच्चों के साथ नक्सलियों के स्मारक पर तिरंगा फहराते और भारत माता की जय के नारे लगाते दिख रहा है। लेकिन अगले ही दिन नक्सली गांव में पहुंचे और जन अदालत लगाकर उसकी निर्मम हत्या कर दी।
इस इलाके के ग्रामीणों ने पुलिस और सरकार को बता दिया है कि वे उनके साथ हैं। लेकिन बड़ा सवाल यह है कि इनकी सुरक्षा के लिए पुलिस और सरकार अब क्या कदम उठाएगी।