रायपुर। छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर में 2 सौ बिस्तर का अस्पताल और धर्मजयगढ़ में 100 बिस्तर का अस्पताल शुरू होगा। अजीम प्रेमजी फाउंडेशन इन अस्पतालों को तैयार करेगा। कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व (CSR) के तहत फाउंडेशन अस्पतालों को बनाएगा। इस संबंध में स्वास्थ्य विभाग और अजीम प्रेम जी फाउंडेशन के बीच एमओयू साइन हुआ है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की मौजूदगी में मंत्रालय महानदी भवन में छत्तीसगढ़ में शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार को लेकर अजीम प्रेमजी फाउंडेशन के पदाधिकारियों और विभागीय अधिकारियों के साथ उच्च स्तरीय बैठक हुई।
इस बैठक में मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि प्रदेश में शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाओं की बेहतरी के लिए सरकार लगातार प्रयास कर रही है। CSR के तहत निजी क्षेत्र की सहभागिता से सरकार के कार्यों को बल मिलेगा। बैठक में राज्य में स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार के लिए स्वास्थ्य विभाग और अजीम प्रेमजी फाउंडेशन के मध्य एमओयू किया गया।
बैठक में मुख्यमंत्री श्री साय को अजीम प्रेमजी फाउंडेशन के पदाधिकारियों ने फाउंडेशन के छत्तीसगढ़ में शिक्षा, स्वास्थ्य, शिशु गृह, आजीविका विकास सहित अन्य क्षेत्रों में किये जा रहे कार्यों के विषय में पॉवरपॉइंट प्रजेंटेशन दिया। मुख्यमंत्री को अजीम प्रेमजी फाउंडेशन के सीईओ अनुराग बेहार ने बताया कि फाउंडेशन ने पिछले 15 वर्षों से छत्तीसगढ़ में समाज सेवा के क्षेत्र में कार्य किया जा रहा है। वर्तमान में प्रदेश के 9 जिलों में फाउंडेशन अलग-अलग गतिविधियां संचालित कर रहा है।
मुख्यमंत्री को अजीम प्रेमजी फाउंडेशन के पदाधिकारियों ने छत्तीसगढ़ में फाउंडेशन की भविष्य की प्लानिंग भी बताई। उन्होंने बताया कि अजीम प्रेमजी फाउंडेशन द्वारा अम्बिकापुर में 200-300 बिस्तर का सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल और धर्मजयगढ़ में 100 बिस्तर का सर्व सुविधायुक्त अस्पताल शुरू करेगा। इन अस्पतालों में 80 फीसदी प्रतिशत मरीजों को पूरी तरह निःशुल्क इलाज की सुविधा प्रदान की जाएगी। इसका सीधा लाभ आर्थिक रूप से कमजोर और जरूरतमंद लोगों को मिलेगा।
मुख्यमंत्री को फाउंडेशन के पदाधिकारियों ने बताया कि फाउंडेशन छत्तीसगढ़ में सरकारी स्कूलों से दसवीं और बारहवीं की पढ़ाई करने वाली 20 हजार छात्राओं को उच्च शिक्षा के लिए स्कॉलरशिप प्रदान करेगा। इसके तहत छात्राओं की ट्यूशन फीस के साथ अन्य खर्चों के लिए हर वर्ष 30 हजार रुपये की राशि भी दी जाएगी। फाउंडेशन प्रदेश के बच्चों को बेहतर शिक्षा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से शिक्षकों के प्रशिक्षण सहित अन्य महत्वपूर्ण कार्य संस्थागत रूप से किये जा रहे हैं। इसी क्रम में 6 महीने से 3 साल तक के छोटे बच्चों के लिए राज्य में 400 क्रश (शिशुगृह) संचालित हैं। सभी क्रश में बच्चों को दिन में 3 बार भोजन भी उपलब्ध कराया जा रहा है। फाउंडेशन की योजना प्रदेश में क्रेच की संख्या को बढ़ाकर 2500 से 3000 क्रेच तक करने की है। मुख्यमंत्री श्री साय ने अजीम प्रेमजी फाउंडेशन की इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि क्रश के माध्यम से बच्चों को सुरक्षित परिवेश में शिक्षा और पोषण मिलेगा। मुख्यमंत्री ने फाउंडेशन के बालिका शिक्षा को प्रोत्साहित करने स्कॉलरशिप देने की योजना की सराहना की।
बैठक में मुख्य सचिव अमिताभ जैन, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव सुबोध कुमार सिंह, पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग की प्रमुख सचिव निहारिका बारीक सिंह, मुख्यमंत्री के सचिव राहुल भगत, स्कूल शिक्षा विभाग के सचिव सिद्धार्थ कोमल परदेसी, स्वास्थ्य विभाग के सचिव अमित कटारिया, उच्च शिक्षा विभाग के सचिव डॉ. एस भारतीदासन, महिला एवं बाल विकास विभाग की सचिव शम्मी आबिदी, अजीम प्रेमजी फाउंडेशन के स्टेट हेड सुनील सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।