[
The Lens
  • होम
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
    • Hindi
    • English
  • वीडियो
  • More
    • खेल
    • अन्‍य राज्‍य
    • धर्म
    • अर्थ
    • Podcast
Latest News
मध्य प्रदेश में डिप्टी एसपी के साले को पीट पीटकर मार डाला
मस्जिद में घुसकर मौलाना की पत्नी और दो मासूम बेटियों की दिनदहाड़े हत्या, तालिबानी विदेश मंत्री से मिलने गए थे मौलाना
राघोपुर से तेजस्वी के खिलाफ लड़ सकते हैं पीके, खुला चैलेंज
तालिबान की प्रेस कॉन्‍फेंस से भारत सरकार ने झाड़ा पल्‍ला, महिला पत्रकारों की एंट्री बैन पर मचा हंगामा
68 करोड़ की फर्जी बैंक गारंटी मामले में अनिल अंबानी के सहयोगी पर शिकंजा
टीवी डिबेट के दौरान वाल्मीकि पर टिप्पणी को लेकर पत्रकार अंजना ओम कश्यप और अरुण पुरी पर मुकदमा
बिहार चुनाव में नामांकन शुरू लेकिन महागठबंधन और NDA में सीट बंटवारे पर घमासान जारी
क्या है ननकी राम कंवर का नया सनसनी खेज आरोप?
EOW अफसरों पर धारा-164 के नाम पर कूटरचना का आरोप, कोर्ट ने एजेंसी चीफ सहित 3 को जारी किया नोटिस
रायपुर रेलवे स्टेशन पर लाइसेंसी कुलियों का धरना खत्म, DRM ने मानी मांगे, बैटरी कार में नहीं ढोया जाएगा लगेज
Font ResizerAa
The LensThe Lens
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
  • वीडियो
Search
  • होम
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
    • Hindi
    • English
  • वीडियो
  • More
    • खेल
    • अन्‍य राज्‍य
    • धर्म
    • अर्थ
    • Podcast
Follow US
© 2025 Rushvi Media LLP. All Rights Reserved.
छत्तीसगढ़

दुर्ग नन केस वाली तीन युवतियों ने ज्योति शर्मा समेत पुलिस अधिकारियों पर लगाए गंभीर आरोप, महिला आयोग में सुनवाई टली

पूनम ऋतु सेन
Last updated: August 20, 2025 9:21 pm
पूनम ऋतु सेन
Byपूनम ऋतु सेन
पूनम ऋतु सेन युवा पत्रकार हैं, इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग में बीटेक करने के बाद लिखने,पढ़ने और समाज के अनछुए पहलुओं के बारे में जानने की...
Follow:
Share
Durg nun case
Durg nun case
SHARE
The Lens को अपना न्यूज सोर्स बनाएं

रायपुर। छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में कथित धर्मांतरण और मानव तस्करी के मामले में एक नया और गंभीर मोड़ सामने आया है। नारायणपुर की तीन आदिवासी युवतियों कमलेश्वरी प्रधान, ललिता उसेंडी और सुकमति मंडावी ने बजरंग दल की कार्यकर्ता ज्योति शर्मा और उनके सहयोगियों पर शारीरिक और मानसिक प्रताड़ना का आरोप लगाया है। इस मामले की सुनवाई के लिए युवतियां आज छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग पहुंची थीं, लेकिन शिकायत के खिलाफ नामित लोग सुनवाई में शामिल नहीं हुए। Durg nun case

खबर में खास
महिला आयोग में सुनवाई और आरोपमहिला आयोग की सुनवाई टलीक्या है पूरा मामला ?युवतियों ने पहले भी लगाया था आरोपयुवतियां अब भी सदमें में

महिला आयोग में सुनवाई और आरोप

राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष डॉ. किरणमयी नायक ने बताया कि तीनों युवतियां नारायणपुर से रायपुर स्थित आयोग कार्यालय पहुंची थीं। उन्होंने बजरंग दल की जिला संयोजक ज्योति शर्मा, रवि निगम, रतन यादव, दुर्ग जीआरपी थाना प्रभारी राजकुमार और भिलाई-3 जीआरपी पुलिस के खिलाफ शिकायत दर्ज की है। युवतियों का आरोप है कि 25 जुलाई को दुर्ग रेलवे स्टेशन पर उनके साथ बदसलूकी की गई जिसमें संवेदनशील अंगों के साथ छेड़छाड़, गाली-गलौज, और गैंगरेप की धमकी शामिल थी। यह सब कथित तौर पर पुलिस की मौजूदगी में हुआ।

युवतियों ने यह भी दावा किया कि जब उन्होंने पुलिस से मदद मांगी तो कोई कार्रवाई नहीं की गई। इसके बाद डर और दबाव के कारण उन्हें 8 दिन बाद शिकायत दर्ज करने की हिम्मत जुटानी पड़ी। परिजनों ने बताया कि घटना के बाद युवतियों को चार दिन तक सखी सेंटर में रखा गया जहां उन्हें थप्पड़ मारे गए और मानसिक रूप से प्रताड़ित किया गया। परिजनों का कहना है कि इस घटना ने युवतियों को न केवल आर्थिक नुकसान पहुंचाया, बल्कि उनकी मानसिक और शारीरिक स्थिति पर भी गहरा असर डाला है। वे रात में सो नहीं पातीं और आसपास के गांववालों के दबाव है जबकि ज्योति शर्मा और उनके सहयोगियों का दबाव भी झेल रही हैं।

महिला आयोग की सुनवाई टली

आज की सुनवाई में आयोग की ओर से ज्योति शर्मा, रतन यादव, रवि निगम सहित अन्य लोगों को उपस्थित होने के लिए कहा गया था। सुबह करीब 11 बजे ज्योति शर्मा आयोग में पहुंचीं, लेकिन सुनवाई शुरू होने से पहले ही वह वहां से रवाना हो गईं, जब औपचारिक सुनवाई आरंभ हुई, तब वे अनुपस्थित रहीं।डॉ. किरणमयी नायक ने बताया कि चूंकि ज्योति शर्मा और उनके सहयोगी सुनवाई में शामिल नहीं हुए, इसलिए मामले को अगली तारीख तक के लिए टाल दिया गया है। आयोग ने दुर्ग के पुलिस अधीक्षक (एसपी) से पूरे मामले की जानकारी मांगी है और जीआरपी थाना प्रभारी को अगली सुनवाई में बुलाने का फैसला किया है। इसके अलावा घटना के दिन की सुबह से रात तक के सीसीटीवी फुटेज की मांग की गई है ताकि मामले की सच्चाई का पता लगाया जा सके। अगली सुनवाई की तारीख 15 से 20 दिनों के बाद तय होने की संभावना है। आयोग ने स्पष्ट किया कि दोनों पक्षों की बात सुनने के बाद ही उचित कार्रवाई की जाएगी। साथ ही पुलिस की भूमिका की भी जांच की जाएगी, क्योंकि युवतियों ने आरोप लगाया है कि पुलिस ने उनकी शिकायत पर ध्यान नहीं दिया।

क्या है पूरा मामला ?

यह पूरा विवाद 25 जुलाई 2025 को शुरू हुआ जब दुर्ग रेलवे स्टेशन पर बजरंग दल के एक कार्यकर्ता की शिकायत पर जीआरपी पुलिस ने केरल की दो नन, प्रीति मैरी और वंदना फ्रांसिस, और नारायणपुर के एक युवक सुकमन मंडावी को गिरफ्तार किया था। उन पर नारायणपुर की तीन आदिवासी युवतियों को बहला-फुसलाकर आगरा ले जाने और जबरन धर्मांतरण का आरोप लगाया गया था। इस मामले में छत्तीसगढ़ धार्मिक स्वतंत्रता अधिनियम और अनैतिक व्यापार (निवारण) अधिनियम के तहत कार्रवाई की गई थी। हालांकि, बिलासपुर की एनआईए कोर्ट ने 2 अगस्त को दोनों नन और सुकमन मंडावी को सशर्त जमानत दे दी। कोर्ट ने प्रत्येक आरोपी से 50,000 रुपये का बॉन्ड और पासपोर्ट जमा करने का आदेश दिया, साथ ही बिना अनुमति देश छोड़ने पर रोक लगाई।

युवतियों ने पहले भी लगाया था आरोप

तीनों युवतियों ने पहले भी नारायणपुर पुलिस अधीक्षक कार्यालय में बजरंग दल के कार्यकर्ताओं के खिलाफ शिकायत दर्ज की थी। उन्होंने दावा किया कि वे अपनी मर्जी से नन के साथ आगरा जा रही थीं जहां उन्हें एक ईसाई मिशन अस्पताल में नौकरी का अवसर मिला था। युवतियों ने कहा कि वे पहले से ही ईसाई धर्म का पालन करती हैं और धर्मांतरण का कोई सवाल ही नहीं था। उनके अनुसार बजरंग दल कार्यकर्ताओं ने उन्हें दुर्ग रेलवे स्टेशन पर रोका और मारपीट की, और अपमानजनक टिप्पणियां कीं। युवतियों ने यह भी आरोप लगाया कि बजरंग दल ने पुलिस के सामने उनसे जबरन झूठे बयान दिलवाए, जिसमें नन पर धर्मांतरण का आरोप लगाने के लिए दबाव डाला गया। इस मामले में राजनीतिक और सामाजिक विवाद भी गहरा गया है।

युवतियां अब भी सदमें में

युवतियों के परिजनों ने द लेंस को बताया कि उनकी बेटियां उस दिन डरी हुई थीं और इस घटना ने उन्हें गहरे सदमे में डाल दिया है। परिजनों ने मांग की है कि ज्योति शर्मा और उनके सहयोगियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो और एफआईआर दर्ज की जाए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों। उन्होंने यह भी कहा कि इस मामले में उनकी बेटियों को गलत तरीके से मानव तस्करी और धर्मांतरण के आरोप में फंसाया गया है। महिला आयोग ने इस मामले को गंभीरता से लिया है और अगली सुनवाई में सभी पक्षों को बुलाने की तैयारी कर रहा है। साथ ही, दुर्ग रेलवे स्टेशन के सीसीटीवी फुटेज और पुलिस की भूमिका की जांच से इस मामले की सच्चाई सामने आने की उम्मीद है।

TAGGED:cg mahila aayogDurg nun caseTop_News
Byपूनम ऋतु सेन
Follow:
पूनम ऋतु सेन युवा पत्रकार हैं, इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग में बीटेक करने के बाद लिखने,पढ़ने और समाज के अनछुए पहलुओं के बारे में जानने की उत्सुकता पत्रकारिता की ओर खींच लाई। विगत 5 वर्षों से वीमेन, एजुकेशन, पॉलिटिकल, लाइफस्टाइल से जुड़े मुद्दों पर लगातार खबर कर रहीं हैं और सेन्ट्रल इण्डिया के कई प्रतिष्ठित मीडिया संस्थानों में अलग-अलग पदों पर काम किया है। द लेंस में बतौर जर्नलिस्ट कुछ नया सीखने के उद्देश्य से फरवरी 2025 से सच की तलाश का सफर शुरू किया है।
Previous Article CG Cabinet साय कैबिनेट में 14 मंत्रियों की नियुक्ति को भूपेश ने बताया अवैध, वहीं बैज ने कहा – तीनों मंत्री मुख्यमंत्री की पसंद नहीं
Next Article Three bills introduced मनमाने कानूनों की तैयारी
Lens poster

Popular Posts

Recognition for the invisibilized

The 2025 international bookers prize is extraordinary in many respects. It is the first time…

By Editorial Board

जैश-ए-मोहम्मद के कमांडर का कबूलनामा-Operation Sindoor में मारा गया परिवार, लेकिन भाग निकला आतंकी मसूद अजहर

नई दिल्‍ली। Operation Sindoor के दौरान पाकिस्‍तान के बहावलपुर में आतंकी मसूद अजहर का पूरा…

By Lens News

भाजपा की तिरंगा यात्रा में उमड़े लोग, कहा- पाकिस्तान से बदला पूरा

रायपुर। ऑपरेशन सिंदूर की सफलता पर भाजपा ने बुधवार को तिरंगा यात्रा (tiranga yatra) का…

By Lens News

You Might Also Like

SAMAJWADI PARTY
अन्‍य राज्‍य

16 महीने पहले पार्टी के खिलाफ जाने वाले यूपी के 3 विधायकों को सपा ने अब पार्टी से निकाला, इनमें से एक ने तो पहले ही दे दिया था इस्तीफा

By Lens News Network
Adani Group
देश

पत्रकारों पर अडानी के खिलाफ एकतरफा प्रतिबंधात्मक आदेश रद्द

By आवेश तिवारी
NEPAL GEN Z PROTEST
सरोकार

नेपाल: केपी शर्मा ओली का इस्‍तीफा निरंकुश सत्‍ता के खिलाफ बड़ी जीत

By Lens News
COVID 19
छत्तीसगढ़

भारत में कोविड-19 के बढ़ते मामले, छत्तीसगढ़ में हुई पहली मौत, अलर्ट मोड में आया स्वास्थ्य विभाग

By Lens News

© 2025 Rushvi Media LLP. 

Facebook X-twitter Youtube Instagram
  • The Lens.in के बारे में
  • The Lens.in से संपर्क करें
  • Support Us
Lens White Logo
Welcome Back!

Sign in to your account

Username or Email Address
Password

Lost your password?