छत्रपति शिवाजी महाराज जिन्हें भारतीय इतिहास के महानायक और मराठा साम्राज्य के संस्थापक के रूप में याद किया जाता है। छत्रपति शिवाजी महाराज की ये 394 वीं जन्मतिथि है, उनका जन्म 19 फरवरी 1630 को शिवनेरी किले में हुआ था और उनका निधन 3 अप्रैल 1680 को रायगढ़ किले में हुआ था। छत्रपति शिवाजी महाराज निर्विवाद रूप से भारत के सबसे महान राजाओं में से एक है। उनकी युद्ध प्रणालियां आज भी आधुनिक युग में अपनायी जाती हैं। उन्होंने अकेले पूरे मुगल सल्तनत को चुनौती दी थी।
छत्रपति शिवाजी महाराज एक महान योद्धा और शासक थे, जिनके जीवन से हमें कई महत्वपूर्ण सबक मिलते हैं। यहां उनके जीवन चरित्र की 10 खास बातें हैं जो आम आदमी अपने जीवन में उतार सकता है।
- बचपन से ही लक्ष्य निर्धारित करें : शिवाजी ने बचपन में ही अपने लक्ष्य निर्धारित कर लिए थे और उन्हें प्राप्त करने के लिए कठिन परिश्रम किया था। हमें भी अपने लक्ष्यों को स्पष्ट रूप से परिभाषित करना चाहिए और उन्हें प्राप्त करने के लिए निरंतर प्रयास करना चाहिए।
- साहस और निडरता : शिवाजी ने अपने जीवन में कई चुनौतियों का सामना किया जैस मराठा साम्राज्य की स्थापना, लेकिन उन्होंने कभी हार नहीं मानी। हमें भी अपने जीवन में साहस और निडरता का परिचय देना चाहिए।
- नेतृत्व क्षमता : शिवाजी एक महान नेता थे, जिन्होंने अपने सैनिकों का हृदय जीत लिया था। हमें भी अपने जीवन में नेतृत्व क्षमता विकसित करनी चाहिए।
- संगठन और योजना : शिवाजी ने अपने सैनिकों को संगठित किया और उन्हें युद्ध के लिए तैयार किया। हमें भी अपने जीवन में संगठन और योजना का महत्व समझना चाहिए।
- न्याय और धर्म : शिवाजी ने अपने राज्य में न्याय और धर्म का पालन किया। हमें भी अपने जीवन में न्याय और धर्म का पालन करना चाहिए।
- सेवा और त्याग : शिवाजी ने अपने राज्य और अपने लोगों के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया। हमें भी अपने जीवन में सेवा और त्याग का महत्व समझना चाहिए।
- शिक्षा और ज्ञान : शिवाजी ने अपने जीवन में शिक्षा और ज्ञान का महत्व समझा। हमें भी अपने जीवन में शिक्षा और ज्ञान का महत्व समझना चाहिए।
- सामाजिक न्याय : शिवाजी ने अपने राज्य में सामाजिक न्याय का पालन किया। हमें भी अपने जीवन में सामाजिक न्याय का महत्व समझना चाहिए।
- राष्ट्रीय एकता : शिवाजी ने अपने राज्य में राष्ट्रीय एकता का पालन किया। हमें भी अपने जीवन में राष्ट्रीय एकता का महत्व समझ सकता है, और अपने देश के लिए काम कर सकता है।
- आत्म-सम्मान और स्वाभिमान : शिवाजी ने अपने जीवन में आत्म-सम्मान और स्वाभिमान का महत्व समझा। हमें भी अपने जीवन में आत्म-सम्मान और स्वाभिमान का महत्व समझना चाहिए।