नई दिल्ली। आगरा
भाजपा और चुनाव आयोग पर वोट चोरी का आरोप लगाते हुए सोमवार को आगरा में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार के निवास के बाहर प्रदर्शन किया। आगरा शहर कांग्रेस कमेटी ने सोमवार को सुबह घोषणा की कि वे विजय नगर में मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार के घर के बाहर प्रदर्शन करेंगे। इस खबर के बाद आगरा पुलिस और प्रशासन तुरंत सक्रिय हो गए। पुलिस और पीएसी की तैनाती कर दी गई।
इस बीच, कांग्रेस कार्यकर्ता एकजुट होकर विजय नगर में ज्ञानेश कुमार के आवास की ओर बढ़े। पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की, जिसके चलते वहां जमकर हंगामा हुआ। इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच तीखी नोकझोंक भी हुई। बता दें कि मुख्य चुनाव आयुक्त के विजय नगर स्थित पैतृक घर में फिलहाल उनके माता-पिता रहते हैं।
आगरा शहर कांग्रेस अध्यक्ष अमित सिंह के नेतृत्व में कार्यकर्ता हाथों में तख्तियां लेकर और नारे लगाते हुए मुख्य चुनाव आयुक्त के घर की ओर बढ़े। यह देख पुलिस और पीएसी हरकत में आ गई। पुलिस ने आवास से पहले ही कार्यकर्ताओं को रोकने का प्रयास किया, जिसके बाद दोनों पक्षों में झड़प हो गई।
वहीं इंडिया ब्लॉक के नेताओं ने बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के विरोध में संसद परिसर में अपना प्रदर्शन जारी रखा। रविवार को चुनाव आयोग द्वारा इन आरोपों पर सफाई देने के बावजूद विरोध थमा नहीं। आयोग ने लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी से चुनावी धांधली के दावों के समर्थन में हलफनामा और सबूत पेश करने को कहा है।
मल्लिकार्जुन खड़गे, अखिलेश यादव, अभिषेक बनर्जी, कनिमोझी समेत कई सांसदों ने बिहार में मतदाता सूची के पुनरीक्षण और भाजपा व चुनाव आयोग पर मत चोरी के आरोपों के खिलाफ प्रदर्शन किया। विपक्षी दल 21 जुलाई से शुरू हुए संसद के मानसून सत्र के बाद से मतदाता सूचियों में संशोधन के खिलाफ लगातार विरोध कर रहे हैं। दूसरी ओर, सत्तापक्ष ने विपक्ष पर संसद की कार्यवाही में रुकावट डालने का आरोप लगाया है।