रायपुर। छत्तीसगढ़ में नेशनल हेल्थ मिशन (NHM) के 16 हजार कर्मचारियों ने एक बार फिर से हड़ताल शुरू कर दी है। सोमवार से जिला स्तर यह हड़ताल शुरू हुई। सभी जिला मुख्यालय में कर्मचारियों ने काम बंद कर धरना देना शुरू कर दिया है। 21 अगस्त तक जिला स्तर पर यह हड़ताल होगी। अगर जिला स्तर पर हड़ताल के दौरान सरकार मांगे नहीं मानती है तो नवा रायपुर के तूता माना स्थित धरना स्थल में 22 अगस्त से प्रदेश स्तरीय हड़ताल शुरू होगी, जो अनिश्चितकालीन रहेगी।
एनएचएम के कर्मचारियों के हड़ताल में जाने से आपातकालीन सेवाएं एक बार फिर बाधित हुई हैं। NHM कर्मचारी संघ ने अपनी 10 सूत्रीय मांगों को लेकर सरकार को 15 अगस्त तक का अल्टीमेटम दिया था, लेकिन कोई ठोस कदम न उठने से नाराज कर्मचारियों ने यह कठोर फैसला लिया है। इस हड़ताल से अस्पतालों में मरीजों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
NHM कर्मचारी संघ के महासचिव कौशलेश तिवारी ने कहा कि हमारी 10 सूत्रीय मांगों को लेकर हमें आश्वासन दिया गया था कि जल्द ही सरकार उस पर फैसला करेगी। यही आश्वासन देकर सरकार ने हमें हड़ताल से वापस बुलाया था। हमने 15 अगस्त तक का वक्त दिया था। लेकिन, उस पर सरकार की तरफ से कोई फैसला नहीं हुआ, जिसके बाद एक बार फिर हमने अपनी हड़ताल शुरू कर दी है। कर्मचारी लंबे समय से स्थायीकरण 27% वेतन वृद्धि, ग्रेड पे निर्धारण, कैशलेस चिकित्सा बीमा जैसी मांगें उठा रहे हैं। कर्मचारियों ने चेतावनी दी है कि अगर सरकार ने जल्द बातचीत शुरू नहीं की तो स्वास्थ्य व्यवस्था चरमराने की जिम्मेदारी सरकार की होगी।
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