रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी में आवारा कुत्ते इंसानी मांस के भूखे हो गए हैं। गुरुवार को आवारा कुत्तों ने साइकल चला रहे एक बच्चे पर हमला कर दिया। कुत्तों ने 6 साल के बच्चे के सिर और पीठ के हिस्से का मांस काटकर अलग कर दिया। फिलहाल बच्चे को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती किया गया है।
राजधानी रायपुर में आवारा कुत्तों को आतंक इतना बढ़ चुका है कि अब ये मासूम बच्चों को अपना शिकार बना रहें हैं। रायपुर के दलदल सिवनी स्थित आर्मी चौक में गुरुवार को दो– तीन कुत्तों ने मिलकर एक बच्चे पर हमला कर दिया और उसके सिर और पीठ का मांस नोच कर शरीर से अलग कर दिया। पूरा मामला पंडरी थाना इलाके का है।
शरीर में 200 से ज्यादा छेद
जिस बच्चे पर हमला हुआ वो अपने दोस्तों के साथ घर के बाहर साइकल चला रहा था। इस दौरान कुत्तों ने कुछ दूर तक बच्चे को दौड़ाया, जब बच्चा साइकल से गिर गया तो कुत्ते एक साथ टूट पड़े। साथी बच्चों ने पीड़ित के पिता को जानकारी दी तब तक कुत्ते बच्चे का मांस नोच रहे थे। पिता ने बड़ी मुश्किल से अपने बच्चे को कुत्तों से छुड़ा कर उसे अस्पताल में भर्ती कराया। कुत्तों के काटने से बच्चे के शरीरी में 200 से ज्यादा छेद हो गए हैं। बच्चे का निजी अस्पताल में इलाज जारी है।
वफादार हुए खूंखार
इससे पहले भी रायपुर में डॉगबाइट के मामले सामने आते रहे हैं। जिसमें कुत्ते अपना सीधा शिकार मासूम बच्चों को बनाते हैं। जनवरी महीने में जोन-2 साईं नगर में 8 साल की बच्ची पर कुत्ते ने हमला कर दिया। कुत्ते ने उसे कई जगह घायल किया। बच्ची के शोर मचाने पर एक युवक ने आकर उसकी जान बचाई। घटना का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया था।
हर साल डॉग बाइट केस में हो रहा इजाफा
रायपुर शहर में डॉग बाइट की घटनाएं लगातार बढ़ रही है। साल 2025 में डेढ़ महीने के भीतर राजधानी में डॉग बाइट के 220 से ज्यादा केस सामने आएं हैं। साल 2023 के मुकाबले 2024 में 47 प्रतिशत डॉग बाइट के मामलों में इजाफा हुआ था। प्रदेश सरकार द्वारा जारी आंकड़ों की माने तो, छत्तीसगढ़ में 2023 में 119928 लोग डॉग बाइट का शिकार हुए। इसमें रायपुर में सबसे ज्यादा 15953 लोगों को कुत्तों ने काटा। इसके अलावा राजनांदगांव, बलौदा बाजार और रायगढ़ में डॉग बाइट से तीन व्यक्तियों की मौत भी हुई।रायपुर में औसत 44 लोग हर दिन कुत्तों के शिकार हुए।