The Lens
  • होम
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • Podcast
  • सरोकार
  • छत्तीसगढ़
  • वीडियो
  • More
    • English
    • स्क्रीन
    • खेल
    • अन्‍य राज्‍य
    • आंकड़ा कहता है
    • टेक्नोलॉजी-ऑटोमोबाइल्‍स
    • धर्म
    • नौकरी
    • लेंस अभिमत
    • साहित्य-कला-संस्कृति
    • सेहत-लाइफस्‍टाइल
    • अर्थ
Latest News
पीएम मोदी को कनाडा से बुलावा, मार्क कोर्नी ने फोन कर भेजा G-7 का आमंत्रण
पीएम मोदी को सीएम साय ने बताया – बस्तर में डर नहीं, डिजिटल बदलाव, नक्सल ऑपरेशन की कामयाबी की रिपोर्ट भी दी
स्टारलिंक को सेवा शुरू करने का लाइसेंस, सैटेलाइट इंटरनेट वाली देश में तीसरी कंपनी
क्या सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल पाकिस्तान को आतंकवाद का पनाहगार साबित कर पाया ?
बीजापुर नेशनल पार्क में दूसरे दिन भी मुठभेड़ जारी, अब तेलंगाना का बड़ा नक्सली भास्कर ढेर
छत्तीसगढ़ उच्च शिक्षा विभाग ने जारी की प्रवेश मार्गदर्शिका, इन नियमों का करना होगा पालन
छत्तीसगढ़ में थाना प्रभारियों का प्रमोशन, 46 TI बने DSP, डीपीसी के बाद राज्य सरकार ने जारी किया आदेश
अरविंद नेताम ने संघ प्रमुख से कहा : अपनी छतरी में बौद्ध, जैन और सिख समुदाय जैसी जगह दे दें आदिवासियों को 
अमिताभ जैन का उत्तराधिकारी खोजने में छूटा पसीना, रेणु पिल्ले के नाम की चर्चा क्‍यों नहीं ?
पहलगाम हमला मानवता और कश्मीरियत पर हमला : पीएम मोदी
Font ResizerAa
The LensThe Lens
  • देश
  • दुनिया
  • लेंस रिपोर्ट
  • Podcast
  • सरोकार
  • छत्तीसगढ़
  • वीडियो
Search
  • होम
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • Podcast
  • सरोकार
  • छत्तीसगढ़
  • वीडियो
  • More
    • English
    • स्क्रीन
    • खेल
    • अन्‍य राज्‍य
    • आंकड़ा कहता है
    • टेक्नोलॉजी-ऑटोमोबाइल्‍स
    • धर्म
    • नौकरी
    • लेंस अभिमत
    • साहित्य-कला-संस्कृति
    • सेहत-लाइफस्‍टाइल
    • अर्थ
Follow US
© 2025 Foxiz News Network. Ruby Design Company. All Rights Reserved.
The Lens > लेंस रिपोर्ट > चिंताजनक : महाकुंभ के दौरान प्रदूषित मिला संगम जल
लेंस रिपोर्ट

चिंताजनक : महाकुंभ के दौरान प्रदूषित मिला संगम जल

The Lens Desk
Last updated: April 9, 2025 5:05 pm
The Lens Desk
Share
SHARE
  • सीपीसीबी की रिपोर्ट में खुलासा, पानी में  ‘फेकल कोलीफॉर्म’ की मात्रा मानक से अधिक

प्रयागराज। महाकुंभ के दौरान संगम के पानी की गुणवत्‍ता को लेकर चिंताजनक रिपोर्ट सामने आई है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) की सोमवार (17 फरवरी 2025) को जारी रिपोर्ट में सामने आया है कि महाकुंभ के दौरान संगम का पानी नहाने लायक नहीं है। नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) को सौंपी इस रिपोर्ट में जल गुणवत्ता मानकों का उचित अनुपालन न होने की बात कही गई है।

खबर में खास
क्‍यों चिंताजनक है सीपीसीबी की रिपोर्टप्रयागराज में कई गुना भीड़ और मानवजनित कचरे का निपटान14 लाख टन कचरा कहां गया?

सीपीसीबी की रिपोर्ट के अनुसार 12 से 15 जनवरी के बीच गंगा और यमुना की जल गुणवत्ता जांची गई, जिसमें फेकल कोलीफॉर्म का स्तर खतरनाक रूप से ज्‍यादा पाया गया। 13 जनवरी को गंगा के दीहा घाट पर यह स्तर 33,000 एमपीएन/100 एमएल दर्ज किया गया, जबकि 14 जनवरी को यमुना के पुराने नैनी ब्रिज पर भी इसी स्तर की पुष्टि हुई।

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की यह रिपोर्ट ऐसे समय में सामने आई है जब कुंभ समाप्ति की ओर है और आखिरी विशेष स्‍नान शिवरात्रि पर होगा। इससे पहले मीडिया और सोशल मीडिया में लगातार ऐसी तस्‍वीरें और वीडियो जारी हो रहे थे जिनमें नाले सीधे गंगा नदी में गिरते हुए दिखाई दे रहे थे।

यह बात भी गौर करने वाली है कि महाकुंभ शुरू होने से पहले नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) ने दिसंबर 2024 में गंगा की सफाई को लेकर एक चेतावनी भरी रिपोर्ट जारी की थी। इस रिपोर्ट में बताया गया था कि प्रयागराज के रसूलाबाद में 50 नालों से सीवेज का गंदा पानी गंगा में छोड़ा जा रहा है। केंद्रीय जल शक्ति राज्य मंत्री राज भूषण चौधरी ने 10 फरवरी 2025 को राज्यसभा में पूछे गए एक सवाल के जवाब में दावे के साथ कहा था कि प्रयागराज में नालों के माध्यम से प्रदूषित पानी को गंगा या यमुना नदी में नहीं छोड़ा जा रहा है।

क्‍यों चिंताजनक है सीपीसीबी की रिपोर्ट

एनजीटी को सौंपी रिपोर्ट में सीपीसीबी ने बताया है कि महाकुंभ के दौरान संगम के पानी में फेकल कोलीफॉर्म की सीमा सामान्‍य से अधिक है। जिसका मतलब है कि संगम में विभिन्न स्थानों पर अपशिष्ट जल का स्तर स्नान के लिए प्राथमिक जल गुणवत्ता के अनुरूप नहीं है। फेकल कोलीफॉर्म यानी अपशिष्ट जल संदूषण का सूचक 2,500 यूनिट प्रति 100 एमएल से ज्‍यादा नहीं होना चाहिए। हालांकि संगम में प्रदूषण का स्‍तर कितना इसकी जानकारी सामने नहीं आई है।

एनजीटी अध्यक्ष न्यायमूर्ति प्रकाश श्रीवास्तव, न्यायिक सदस्य न्यायमूर्ति सुधीर अग्रवाल और विशेषज्ञ सदस्य ए सेंथिल वेल की पीठ प्रयागराज में गंगा और यमुना नदियों में अपशिष्ट जल के बहाव को रोकने के मुद्दे पर सुनवाई कर रही थी।

पीठ ने कहा कि सीपीसीबी ने तीन फरवरी को एक रिपोर्ट दाखिल की थी, जिसमें कुछ गैर-अनुपालन या उल्लंघनों के बारे में बताया गया था। सुनवाई के दौरान पीठ ने यह भी कहा कि उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (यूपीपीसीबी) ने समग्र कार्रवाई रिपोर्ट दाखिल करने के दौरान एनजीटी के पूर्व के निर्देश का अनुपालन नहीं किया है।

एनजीटी ने कहा कि यूपीपीसीबी ने केवल कुछ जल परीक्षण रिपोर्टों के साथ एक पत्र दाखिल किया था। यूपीपीसीबी की केंद्रीय प्रयोगशाला के प्रभारी द्वारा भेजे गए 28 जनवरी के पत्र के साथ संलग्न दस्तावेजों की समीक्षा करने पर भी यह पता चला है कि विभिन्न स्थानों पर अपशिष्ट जल का उच्च स्तर पाया गया है।

प्रयागराज में कई गुना भीड़ और मानवजनित कचरे का निपटान

प्रयागराज NIC की वेबसाइट (https://prayagraj.nic.in/demography/) पर जानकारी मिली कि 2011 की जनगणना के अनुसार जिले की जनसंख्या 59,54,390 है। मौजूदा समय में महाकुंभ का आयोजन हो रहा है। महाकुंभ मेला क्षेत्र करीब 4000 हेक्टेयर में फैला है।

उत्‍तर प्रदेश सरकार के आंकड़ों के मुताबिक महाकुंभ के 36वें दिन यानी कि 17 फरवरी तक 53 करोड़ से ज्यादा लोग संगम स्‍नान कर चुके हैं। एक अनुमान के मुताबिक औसतन हर रोज 1.5 करोड़ लोग स्नान कर रहे हैं, जैसा कि तमाम मीडिया रिपोर्ट में बताया गया है।

जाहिर है प्रयागराज में इतनी बड़ी संख्‍या में लोग जुटे हैं तो मानवजनित कचरा भी बड़े पैमाने पर हो रहा है। महाकुंभ क्षेत्र को खुले में शौचमुक्‍त (ओडीएफ) बनाने के लिए उत्‍तर प्रदेश जल निगम (शहरी) ने डेढ़ लाख शौचालयों के निर्माण का दावा किया है। ऐसे में महाकुंभ मेला क्षेत्र को गंदगी मुक्‍त रखने के प्रदेश सरकार के दावों पर सीपीसीबी की रिपोर्ट खुद ही सवाल खड़े कर रही है। चिंता का विषय यह भी है कि गंगा नदी की पारिस्थितिकी तंत्र पर इसका क्‍या प्रभाव पड़ेगा?

14 लाख टन कचरा कहां गया?

बीते दिनों ही एनजीटी में हुई एक सुनवाई में प्रयागराज नगर निगम से अदालत ने सवाल पूछा था कि महाकुंभ शुरू होते ही शहर का वर्षों पुराना 14 लाख टन कचरा कहां गया? रोजाना कचरे का प्रबंधन और निपटान कैसे किया जा रहा है?

वहीं हाल ही में भारतीय पुलिस सेवा के पूर्व अधिकारी अमिताभ ठाकुर भी नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) में एक याचिका दायर कर गंगा नदी के जल गुणवत्ता पर सवाल उठा चुके हैं। उन्‍होंने याचिका में आरोप लगाया है कि उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड इस संबंध में जानकारी अपलोड नहीं कर रहा है।

TAGGED:Big_NewsMahakumbhPrayagraj Mahakumbh
Share This Article
Email Copy Link Print
Previous Article छत्‍तीसगढ़ में नगरीय निकायों के बाद पंचायतों में भी बीजेपी की आंधी, पहले चरण में 162 में 120 प्रत्‍याशी जीते
Next Article मस्क ने लाॅन्‍च किया दुनिया का सबसे पॉवरफुल एआई

Your Trusted Source for Accurate and Timely Updates!

Our commitment to accuracy, impartiality, and delivering breaking news as it happens has earned us the trust of a vast audience. Stay ahead with real-time updates on the latest events, trends.
FacebookLike
XFollow
InstagramFollow
LinkedInFollow
MediumFollow
QuoraFollow

Popular Posts

वक्फ बिल को लेकर देशभर में विरोध, मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने राष्ट्रपति से मिलने का मांगा समय   

दिल्‍ली। वक्फ संशोधन बिल को संसद के दोनों सदनों लोकसभा और राज्यसभा से पास कर…

By Amandeep Singh

मंत्री विजय शाह केस: सरकार ने नहीं की कार्रवाई, तो सुप्रीम कोर्ट ने बनाई SIT,  कोर्ट ने कहा- माफी मगरमच्छ के आंसू जैसी

नई दिल्ली। भारतीय सेना की अफसर सोफिया कुरैशी को लेकर मध्यप्रदेश के मंत्री विजय शाह…

By Lens News Network

Too good to be true

The recent report on falling poverty rates in India by the World Bank has come…

By Editorial Board

You Might Also Like

Agreement in Reliance Rheinmetall
देश

भारत में बने गोला-बारूद से यूक्रेन लेगा रूस से लोहा, अंबानी-राइनमेटल में समझौता

By Awesh Tiwari
अन्‍य राज्‍य

सपा विधायक आजमी को भारी पड़ी औरंगजेब की तारीफ, विस से पूरे सत्र के निलंबित

By The Lens Desk
Baiga Community
छत्तीसगढ़

रायपुर में भाई का शव लेने बैगा परिवार को देनी पड़ी रिश्वत, फिर भी नहीं मिला शव

By Nitin Mishra
दुनिया

पाकिस्तान में उग्रवादियों ने हाईजैक की ट्रेन, 6 सुरक्षाबलों को मारने का दावा,  क्वेटा में मेडिकल इमजेंसी

By The Lens Desk

© 2025 Rushvi Media LLP. 

Facebook X-twitter Youtube Instagram
  • The Lens.in के बारे में
  • The Lens.in से संपर्क करें
  • Support Us
Lens White Logo
Welcome Back!

Sign in to your account

Username or Email Address
Password

Lost your password?