नई दिल्ली। भारतीय डाक विभाग अपनी सबसे पुरानी सेवाओं में से एक रजिस्टर्ड पोस्ट को समाप्त करने जा रहा है। डाकघर की ओर से जारी एक अधिसूचना के अनुसार इस सेवा को 1 सितंबर से स्पीड पोस्ट के साथ जोड़ दिया जाएगा। 2 जुलाई के एक आंतरिक परिपत्र में बताया गया है कि इस बदलाव का मकसद डाक सेवाओं को अधिक व्यवस्थित करना और “एक ही ढांचे के तहत समान सेवाओं को एकीकृत कर उपभोक्ताओं को बेहतर सुविधा देना” है।
अधिकारियों का कहना है कि यह सेवा पूरी तरह बंद नहीं हो रही। एक डाक अधिकारी ने मीडिया को बताया कि हम रजिस्टर्ड पोस्ट को खत्म नहीं कर रहे। यह सुविधा स्पीड पोस्ट के तहत पंजीकरण के रूप में उपलब्ध रहेगी।
उदाहरण के लिए, अगर आप 2.50 रुपये का इनलैंड लेटर कार्ड भेजते हैं और पंजीकरण चाहते हैं, तो 17 रुपये अतिरिक्त देने होंगे। इसी तरह 5 रुपये का पत्र पंजीकरण के बाद 22 रुपये का हो जाएगा। यह विकल्प अब स्पीड पोस्ट के तहत मिलेगा जो 1986 से चालू है।
इस पहल का उद्देश्य डाक सेवाओं को सरल बनाना, कार्यक्षमता बढ़ाना, ट्रैकिंग व्यवस्था को बेहतर करना और एकीकृत ढांचे के तहत समान सेवाओं को जोड़कर ग्राहकों को अधिक सुविधा प्रदान करना है।
आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक 2011-12 से रजिस्टर्ड पोस्ट का उपयोग लगातार कम हो रहा है। 2011-12 में पंजीकृत डाक की संख्या 244.4 मिलियन (24 करोड़) थी, जो 2019-20 में घटकर 184.6 मिलियन (18 करोड़) रह गई, यानी करीब 25 प्रतिशत की कमी। महामारी के बाद डिजिटल विकल्पों की ओर रुझान और बढ़ गया।