रायपुर। chhattisgarh nuns arrest: छत्तीसगढ़ के दुर्ग रेलवे स्टेशन पर 25 जुलाई को मानव तस्करी और धर्मांतरण के आरोप में गिरफ्तार दो ननों को आज जमानत मिलने के बाद कांग्रेस ने बीजेपी पर निशाना साधा है। सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में INC छत्तीसगढ़ ने बीजेपी की तुलना गिरगिट से कर दी। साथ में केरल बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष राजीव चंद्रशेखरन की तस्वीर पोस्ट की, जिसमें वो नन के सामने नतमस्तक होते दिख रहे हैं।
पोस्ट में कहा है कि भाजपा का गिरगिट जैसा रंग बदलने वाला चरित्र एक बार फिर सामने आया है। छत्तीसगढ़ में जिन ननों को भाजपा ने धर्मांतरण और मानव तस्करी का आरोपी ठहराया था, उसी नन के सामने केरल भाजपा के अध्यक्ष जमानत मिलते ही नतमस्तक नजर आए। यह तस्वीर भाजपा की तुष्टिकरण की राजनीति को उजागर करती है।
छत्तीसगढ़ में भाजपा ने धर्म के नाम पर सामाजिक नफरत और अंधविश्वास को हवा दी, वहीं केरल में ईसाई समुदाय के वोट हासिल करने के लिए वही पार्टी ननों के सामने झुकती दिख रही है। यह दोहरा मापदंड दर्शाता है कि भाजपा का चाल, चरित्र और चेहरा केवल सत्ता और वोट की राजनीति तक सीमित है।

बीजेपी को नहीं पता, कहां विरोध करना कहां सपोर्ट : भूपेश बघेल

इस मामले में छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि केस टिका भी नहीं और दो दिन में ही ननों को बेल मिल गई। ये बीजेपी का दोगलापन है इसीलिए केरल में स्वार्थ की राजनीति के चलते इस मामले का विरोध कर रहे हैं और यहां कार्रवाई को ठीक बता रहे हैं। हालत यह है कि बीजेपी को यह भी नहीं पता कि कहां विरोध करना है और कहां सपोर्ट। उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी के लोग गाय के मामले में छत्तीसगढ़ में विरोध करते हैं तो नार्थ ईस्ट और गोवा में चुप हो जाते हैं।
ननों की रिहाई सच्चाई की जीत : दीपक बैज

वहीं इस मामले पर छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने एनआईए कोर्ट द्वारा ननों को जमानत दिए जाने के फैसले को सच्चाई की जीत करार दिया है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा ने अपने राजनीतिक स्वार्थों के लिए बेगुनाह ननों को निशाना बनाया और उन्हें झूठे आरोपों में फंसाया। बैज ने इस मामले को भाजपा का राजनीतिक प्रोपेगंडा करार देते हुए कहा कि बेगुनाहों को फंसाने की कोशिश नाकाम रही और कोर्ट के फैसले ने सच्चाई को सामने ला दिया। बैज ने इस घटना को भाजपा की विफलता से जोड़ते हुए कहा कि एक तरफ राज्य सरकार महिलाओं को रोजगार देने में नाकाम रही है, जिसके चलते वे पलायन करने को मजबूर हैं। दूसरी तरफ, स्वेच्छा से नौकरी के लिए जाने वाली महिलाओं और उनकी मदद करने वालों को प्रताड़ित किया जा रहा है।
सिर्फ 3 घंटे के लिए क्यों आई थीं नन : बृजमोहन अग्रवाल

इस मामले पर एक न्यूज एजेंसी से बात करते हुए रायपुर से सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि ननों को भले ही बेल मिल गई है लेकिन उन पर केस चलेगा। यह NIA की जांच में सामने आएगा कि कितनी आदिवासी लड़कियों को बरगला कर उनकी तस्करी की गई है।
उन्होंने कहा कि आदिवासी, पिछड़े इलाके के लोगों को आर्थिक प्रलोभन देकर फंसाया जा रहा है। ननों के दुर्ग आने के सवाल पर उन्होंने कहा कि धर्मांतरण का काम प्रदेश ही नहीं पूरे देश में चल रहा है। यह जांच का विषय है कि नान 3 घंटे के लिए ही क्यों आई थीं। केरल की नन सिर्फ 3 घंटे के लिए आती हैं और ट्रेन में बैठकर वापस चली जाती हैं यह बड़ा सवाल है?
कार्रवाई के पीछे तथ्य हैं : डिप्टी सीएम

छत्तीसगढ़ के उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा ने कहा कि ननों पर हुई कार्रवाई के पीछे तथ्य हैं। तथ्य के आधार पर ही एफआईआर हुई। वे जमानत की कोशिश में हैं, जमानत एक अलग मामला है, लेकिन इस मामले में जांच जरूर होगी। उस जांच के आधार पर आबुझमाड़ की सही स्थिति का पता लगाया जाएगा। जहां स्कूल खोलना मुश्किल है वहां के बच्चों को अगर आगरा ले जाया जा रहा है तो यह जांच का विषय है। धर्मांतरण छत्तीसगढ़ का मुद्दा तो है, कांग्रेस ने ही यह स्थिति पैदा की है। अब हमारी जिम्मेदारी है कि हम इसे दुरुस्त करेंगे।