[
The Lens
  • होम
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
    • Hindi
    • English
  • वीडियो
  • More
    • खेल
    • अन्‍य राज्‍य
    • धर्म
    • अर्थ
    • Podcast
Latest News
बलात्कारी प्रज्वल रेवन्ना को आजीवन कारावास, 11 लाख का जुर्माना भी
नन के सामने केरल बीजेपी अध्यक्ष नतमस्‍तक, कांग्रेस ने कर दी गिरगिट से तुलना
फिसली जुबान मचा बवाल, भूमि अधिग्रहण कानून की जगह कृषि कानून बोल गए राहुल
रात के अंधेरे में मुरुम का अवैध खनन, वीडियो वायरल
अमरनाथ यात्रा पर भारी बारिश के कारण 1 हफ्ते पहले रोक
राहुल गांधी ने समर्थकों ने कहा-मैं राजा नहीं बनना चाहता
ननों को NIA कोर्ट से जमानत
अमेरिकी अधिकारियों के कराची के लग्जरी होटलों में खतरे की आशंका, आवाजाही पर रोक
किसानों के खाते में आ गए 2000 रुपए, पीएम किसान सम्मान निधि योजना के पैसे आए या नहीं, ऐसे पता करें?
वाराणसी से पीएम मोदी ने 2200 करोड़ के प्रोजेक्ट किए लॉन्च, काशी विश्वनाथ मंदिर के लिए बनेगा नया रास्ता
Font ResizerAa
The LensThe Lens
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
  • वीडियो
Search
  • होम
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
    • Hindi
    • English
  • वीडियो
  • More
    • खेल
    • अन्‍य राज्‍य
    • धर्म
    • अर्थ
    • Podcast
Follow US
© 2025 Rushvi Media LLP. All Rights Reserved.

Home » भोपाल गैस त्रासदी : जहरीले कचरे से जुड़े सवालों का जवाब नहीं दे पाए सरकारी वैज्ञानिक

अन्‍य राज्‍य

भोपाल गैस त्रासदी : जहरीले कचरे से जुड़े सवालों का जवाब नहीं दे पाए सरकारी वैज्ञानिक

Arun Pandey
Last updated: August 1, 2025 11:14 pm
Arun Pandey
Share
union carbide case
SHARE

जबलपुर। भोपाल गैस त्रासदी के कचरे से जुड़े सवालों का जवाब सरकारी वैज्ञानिक दे पाने में नाकाम रहे। हाल ही में जबलपुर हाईकोर्ट में जहरीले कचरे को लेकर सुनवाई हुई। सरकारी वैज्ञानिक संस्थाओं (नीरी, सीपीसीबी और एमपीसीबी) के वैज्ञानिक कोर्ट में जज श्रीधरन के सवालों का जवाब नहीं दे पाए। कोर्ट ने सरकार को भोपाल के जहरीले कचरे और भस्म को सुरक्षित स्थान पर लैंडफिल करने की योजना पेश करने का आदेश दिया।

भोपाल गैस पीड़ित संघर्ष सहयोग समिति की संयोजक साधना कार्णिक के अनुसार सुनवाई के दौरान समिति के वकील ने कोर्ट के सामने चौंकाने वाला खुलासा किया। उन्होंने बताया कि भोपाल के यूनियन कार्बाइड परिसर में मौजूद जहरीले कचरे में लगभग एक टन मर्करी मौजूद है, जिसे सरकारी वैज्ञानिक संस्थाओं ने जानबूझकर हाईकोर्ट से छुपाया। वकील ने इस दावे के समर्थन में नीरी की 2010 की एक रिपोर्ट और यूनियन कार्बाइड के पूर्व कर्मचारी टी. आर. चौहान की किताब “भोपाल नरसंहार: एक सच्ची कहानी” से सबूत पेश किए, जिनमें इस जहरीले कचरे में भारी मात्रा में मर्करी होने की पुष्टि की गई थी।

Read Editorial: A call for responsible industrialization

साधना कार्णिक ने बताया कि नीरी और सीपीसीबी ने कोर्ट को गुमराह करने की कोशिश की और दावा किया कि कचरे में मर्करी की मात्रा न के बराबर है। हालांकि, समिति के वकील ने इन दावों को खारिज करते हुए कोर्ट का ध्यान सरकारी संस्थाओं की विश्वसनीयता पर सवाल उठाने वाली कई जानकारियों की ओर दिलाया। वकील ने बताया कि नीरी ने 1992 में यूनियन कार्बाइड से पैसे लेकर काम किया था। इसके अलावा नीरी और सीएसआईआर के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों में सीबीआई जांच चल रही है, जिसमें नीरी के पांच वैज्ञानिकों और पूर्व निदेशक के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज की गई है।

समिति ने कोर्ट से मांग की कि इस जहरीले कचरे के लिए जिम्मेदार कंपनी डाउ केमिकल पर भारी जुर्माना लगाया जाए और कचरे की भस्म को सुरक्षित रूप से अमेरिका भेजने का आदेश दिया जाए। इसके साथ ही समिति ने यह भी मांग की कि मामले की निष्पक्ष जांच के लिए स्वतंत्र वैज्ञानिकों की एक समिति गठित की जाए।

यह मामला भोपाल गैस त्रासदी के पीड़ितों और पीथमपुर की जनता के लिए बेहद संवेदनशील है। समिति ने कोर्ट के इस आदेश को एक महत्वपूर्ण कदम बताया और उम्मीद जताई कि सरकार जल्द ही इस जहरीले कचरे के सुरक्षित निपटान के लिए प्रभावी कदम उठाएगी। साथ ही, उन्होंने जनता से इस मुद्दे पर एकजुट होकर अपनी आवाज बुलंद करने की अपील भी की।

TAGGED:bhopal gas tragedyLatest_Newsunion carbide case
Share This Article
Email Copy Link Print
Previous Article Prajwal Revanna सजा सुनते ही रोने लगा प्रज्वल रेवन्ना, यौन शोषण-बलात्कार मामले में दोषी करार
Next Article SSC Protest 55 हजार उम्मीदवारों ने दर्ज कराई शिकायत, अब सवाल SSC-CGL परीक्षा को लेकर

Your Trusted Source for Accurate and Timely Updates!

Our commitment to accuracy, impartiality, and delivering breaking news as it happens has earned us the trust of a vast audience. Stay ahead with real-time updates on the latest events, trends.
FacebookLike
XFollow
InstagramFollow
LinkedInFollow
MediumFollow
QuoraFollow

Popular Posts

मामूली वृद्धि के साथ आज से नया रेल किराया लागू,तत्काल के लिए आधार वेरिफिकेशन


नेशनल ब्यूरो। नई दिल्ली भारतीय रेल (Indian Railway) ने वर्ष 2020 के बाद अंततः किराया…

By Lens News Network

तेलंगाना दवा फैक्ट्री विस्‍फोट में मृृतकों की संख्‍या 36 हुई, सरकार और कंपनी देगी 1 करोड़ का मुआवजा

हैदराबाद। तेलंगाना के संगारेड्डी जिले में एक दवा बनाने वाली फैक्ट्री में रिएक्टर यूनिट में…

By Lens News Network

कोल्हापुरी चप्पल विवाद: Prada कंपनी ने मानी अपनी गलती, कारीगरों को मिलेगी पहचान?

इटली का मशहूर फैशन ब्रांड प्राडा ( PRADA KOLHAPURI CHAPPAL VIVAD) हाल ही में चर्चा…

By Poonam Ritu Sen

You Might Also Like

SIR in Bihar
लेंस रिपोर्ट

बिहार ‘शून्य किसान आत्महत्या’ मॉडल कितना सच?

By Rahul Kumar Gaurav
Nobel Peace Prize
दुनिया

ट्रंप को नोबल शांति पुरस्कार के लिए पाकिस्तान ने भरा नामांकन, माना – इन्होंने ही युद्ध रुकवाया

By Awesh Tiwari
Politics of revenge in emergency
सरोकार

इमरजेंसी में प्रतिशोध की राजनीति : गांधीवादी उद्योगपति के यहां डलवा दिए गए थे आयकर के छापे!

By Rasheed Kidwai
mann ki baat
देश

मन की बात: ऑपरेशन सिंदूर से लेकर वोकल फॉर लोकल तक पीएम की बड़ी बातें 

By The Lens Desk
Welcome Back!

Sign in to your account

Username or Email Address
Password

Lost your password?