नेशनल ब्यूरो। नई दिल्ली
चुनाव आयोग ने शुक्रवार को घोषणा की कि उपराष्ट्रपति पद के लिए चुनाव 9 सितंबर को होगा। महत्वपूर्ण है कि पिछले महीने उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के अचानक पद छोड़ने के बाद आयोग ने चुनाव की घोषणा की थी। चुनाव की अधिसूचना 7 अगस्त को जारी की जाएगी और नामांकन पत्र दाखिल करने की अंतिम तिथि 21 अगस्त होगी।
मतदान निकाय ने कहा कि चुनाव के परिणाम मतदान के दिन – 9 सितंबर को ही घोषित कर दिए जाएंगे। उपराष्ट्रपति चुनाव को लेकर राजनीतिक दलों ने अभी अपने उम्मीदवारों की घोषणा नहीं की है। माना जा रहा है कि कांग्रेस और भाजपा दोनों अपने-अपने उम्मीदवार खड़े करेंगे। मौजूदा राजनीतिक परिदृश्य को देखते हुए आम सहमति की संभावना कम दिख रही है।
क्या है चुनाव की प्रक्रिया
उपराष्ट्रपति के चुनाव के लिए एक विशेष निर्वाचक मंडल बनाया जाता है, जिसमें संसद के दोनों सदनों लोकसभा और राज्यसभा के सभी सदस्य शामिल होते हैं। उपराष्ट्रपति कार्यालय की जानकारी के अनुसार, यह चुनाव आनुपातिक प्रतिनिधित्व पद्धति के आधार पर होता है, जिसमें निर्वाचक मंडल के सदस्य अपने वोट डालते हैं।
जगदीप धनखड़ का इस्तीफा
जगदीप धनखड़ ने 21 जुलाई को संसद के मानसून सत्र के पहले दिन, स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा दे दिया था। उनके इस अचानक कदम से राजनीतिक गलियारों में हलचल मच गई और कई तरह की अटकलें शुरू हो गईं। कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने धनखड़ के इस्तीफे पर बीजेपी की आलोचना की और कहा कि यह पार्टी संवैधानिक पदों और प्रक्रियाओं को कमजोर करने का इतिहास रखती है। उन्होंने धनखड़ के इस्तीफे को “रहस्यमयी” करार देते हुए कई अनुत्तरित सवाल उठाए।
वहीं, शिवसेना (यूबीटी) के सांसद संजय राउत ने भी इस इस्तीफे पर सवाल उठाए और इसके पीछे “छिपी हुई राजनीति” होने का आरोप लगाया।