रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के टाटीबंध स्थित आदर्श विद्यालय में रविवार 27 जुलाई 2025 को आबकारी आरक्षक भर्ती परीक्षा के दौरान बड़ा विवाद हो गया। करीब 100 से ज्यादा छात्रों को कपड़ों के रंग, डिज़ाइन और छोटे-मोटे नियमों का हवाला देकर परीक्षा केंद्र में प्रवेश से रोक दिया गया। गुस्साए छात्रों ने केंद्र के बाहर हंगामा किया और आरोप लगाया कि नियमों की जानकारी साफ नहीं थी, जिसके चलते उनकी सालों की मेहनत और सपने दांव पर लग गए। इस दौरान एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने भी प्रदर्शन किया और पुलिस की मौजूदगी में स्थिति तनावपूर्ण रही। exam issue in raipur

छात्रों का कहना है कि वे समय पर केंद्र पहुंचे थे, लेकिन उन्हें ‘हल्के रंग के कपड़े’ और ‘आधी बांह’ जैसे नियमों का पालन न करने के बहाने रोका गया। एक छात्र ने बताया, “हमें नहीं बताया गया कि हल्के रंग का मतलब क्या है। कोई स्पष्ट गाइडलाइन नहीं थी।” हालांकि परीक्षा संचालकों ने दावा किया कि एडमिट कार्ड पर साफ लिखा था कि हल्के रंग के आधी बांह के कपड़े, चप्पल और बिना ज्वेलरी के आना अनिवार्य है। साथ ही गेट तय समय पर बंद कर दिया गया था जिसके कारण देर से पहुंचने वालों को रोका गया।

यह पहली बार नहीं है जब छत्तीसगढ़ में परीक्षा से जुड़ा विवाद सामने आया है। इससे पहले बिलासपुर में एक परीक्षा के दौरान नकल का मामला सामने आ चुका है, जिसने व्यवस्था पर सवाल खड़े किए थे। टाटीबंध की घटना ने फिर से यही मुद्दा उठाया है कि क्या हमारी परीक्षा प्रणाली में पारदर्शिता और संवेदनशीलता की कमी है। पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश की लेकिन छात्रों का गुस्सा साफ दिखाई दे रहा था।