रायपुर। छत्तीसगढ़ के भाठागांव में रविवार सुबह पुलिस और नगर निगम ने मिलकर फरार हिस्ट्रीशीटर और सूदखोर भाइयों, रोहित और वीरेंद्र तोमर के खिलाफ सख्त कार्रवाई की। लंबे समय से फरार चल रहे इन भाइयों को सरेंडर करने का मौका दिया गया था लेकिन उनके हाजिर न होने पर प्रशासन ने उनके आलीशान घर के पास बने अवैध दफ्तर को बुलडोजर से ढहा दिया। इस कार्रवाई के दौरान भारी पुलिस बल तैनात रहा ताकि किसी भी तरह के विरोध को रोका जा सके। bulldozer on tomar brothers office
अवैध तरीके से बनाया गया था दफ्तर
जांच में सामने आया कि तोमर बंधुओं ने बिना अनुमति और नक्शा पास कराए इस दफ्तर का निर्माण किया था। नगर निगम के अधिकारियों ने बताया कि यह ढांचा पूरी तरह अवैध था जिसके चलते इसे तोड़ने का फैसला लिया गया। कार्रवाई से पहले दफ्तर में रखा सामान बाहर निकाला गया और फिर बुलडोजर की मदद से इमारत को जमींदोज कर दिया गया।
गृहमंत्री विजयशर्मा ने किया पोस्ट
छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री और गृह मंत्री विजय शर्मा ने इस कार्रवाई पर कहा “विष्णुदेव सरकार में सुशासन के साथ-साथ सुदर्शन चक्र भी है। कोई भी अपराधी, चाहे वह किसी के साथ फोटो खिंचवाए, कानून से बड़ा नहीं है।” उन्होंने अपने X अकाउंट पर लिखा कि तोमर बंधुओं ने कई लोगों को नुकसान पहुंचाया है और अब उनके खिलाफ सख्ती बरती जाएगी। पुलिस ने इन भाइयों पर सूदखोरी, जबरन वसूली, मारपीट और जमीन कब्जाने जैसे कई गंभीर मामलों में इनाम घोषित किया है।

दरअसल तोमर बंधुओं के सात से ज्यादा रिश्तेदारों और सहयोगियों को भी गिरफ्तार किया जा चुका है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक तोमर बंधुओं की मुश्किलें और बढ़ने वाली हैं। अवैध दफ्तर तोड़ने के बाद अब उनकी अन्य संपत्तियों को कुर्क करने की तैयारी चल रही है। प्रशासन ने साफ कर दिया है कि अपराधियों और अवैध गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ ऐसी कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी क्योंकि तोमर बंधुओं के खिलाफ कई मामले दर्ज हैं और उनके द्वारा सालों से किए गए गुंडागर्दियों से पूरा शहर परेशान था।