लेंस डेस्क। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज मालदीव दौरे के दूसरे दिन मालदीव के राष्ट्रीय दिवस समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शामिल होंगे। शुक्रवार को भारत और मालदीव के बीच कई महत्वपूर्ण समझौते हुए जिनके तहत भारत मालदीव को 4,850 करोड़ रुपये (565 मिलियन डॉलर) का ऋण देगा। साथ ही दोनों देश जल्द ही एक मुक्त व्यापार समझौते (Free Trade Agreement) को अंतिम रूप देने पर सहमत हुए हैं। Maldives modi visit
उपराष्ट्रपति और स्पीकर से मिले पीएम मोदी
शनिवार को पीएम मोदी ने मालदीव के उपराष्ट्रपति हुसैन मोहम्मद लतीफ और संसद के स्पीकर अब्दुल रहीम अब्दुल्ला से मुलाकात की। इस दौरान बुनियादी ढांचे, तकनीक, जलवायु परिवर्तन, ऊर्जा जैसे अहम मुद्दों पर बातचीत हुई। पीएम मोदी ने सोशल मीडिया पर लिखा , “मालदीव के साथ हमारी दोस्ती को और मजबूत करने की दिशा में काम चल रहा है। हम चाहते हैं कि दोनों देशों के लोग इस रिश्ते से लाभ उठाएं।”
भारत ने मालदीव की आर्थिक मदद के लिए बढ़ाया हाथ
शुक्रवार को पीएम मोदी की मौजूदगी में भारत ने मालदीव के लिए कई बड़े ऐलान किए। भारत ने मालदीव के वार्षिक ऋण भुगतान को 40% तक कम करने का फैसला किया है। अब मालदीव को हर साल 51 मिलियन डॉलर की बजाय 29 मिलियन डॉलर का भुगतान करना होगा। यह कदम मालदीव को उसकी आर्थिक चुनौतियों से उबरने में मदद करेगा। पीएम मोदी ने कहा “हिंद महासागर में मालदीव हमारा सबसे भरोसेमंद दोस्त है। हमें इस रिश्ते पर गर्व है।”
मालदीव को 4,850 करोड़ की मदद
भारत ने मालदीव को 4,850 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता देने का ऐलान किया है। इस राशि का इस्तेमाल मालदीव में सड़क, स्कूल, अस्पताल और अन्य बुनियादी ढांचे के विकास के लिए किया जाएगा। पीएम मोदी ने कहा कि यह मदद मालदीव के लोगों की जरूरतों को ध्यान में रखकर दी जाएगी। इसके अलावा, दोनों देशों ने मुक्त व्यापार समझौते पर जल्द काम शुरू करने का फैसला किया है, जिससे व्यापार और आर्थिक सहयोग को बढ़ावा मिलेगा।
मालदीव के नेताओं से हुई खास मुलाकात
शुक्रवार को पीएम मोदी ने मालदीव के राष्ट्रपति और विपक्षी नेता मोहम्मद नशीद सहित कई नेताओं से मुलाकात की। मालदीव के राष्ट्रपति ने पीएम मोदी को भारत के प्रधानमंत्री के तौर पर दूसरा सबसे लंबा कार्यकाल पूरा करने के लिए बधाई दी। इन मुलाकातों में दोनों देशों के बीच दोस्ती और सहयोग को और गहरा करने पर जोर दिया गया। पीएम मोदी का यह दौरा भारत और मालदीव के बीच ऐतिहासिक रिश्तों को और मजबूत करने की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है।