नई दिल्ली। कांग्रेस ने शुक्रवार को ‘ओबीसी लीडरशिप-भागीदारी न्याय महासम्मेलन’ के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और आरएसएस-भाजपा पर ओबीसी समुदाय की उपेक्षा का गंभीर आरोप लगाया। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी ने कहा कि आरएसएस-भाजपा ओबीसी समुदाय के सबसे बड़े दुश्मन हैं और मोदी सरकार पिछड़ों को न्याय नहीं देना चाहती है।
तालकटोरा स्टेडियम में न्याय महासम्मेलन में देश भर से आए नेताओं और ओबीसी से जुड़े हजारों प्रमुख पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए मल्लिकार्जुन खरगे और राहुल गांधी ने दोहराया कि कांग्रेस न केवल जाति जनगणना सुनिश्चित करेगी, बल्कि आरक्षण पर 50 प्रतिशत की सीमा भी हटाएगी।
खरगे ने कहा – मोदी सरकार नहीं देना चाहती आरक्षण
मल्लिकार्जुन खरगे ने मोदी सरकार द्वारा सामान्य श्रेणी के आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लिए दिए गए दस प्रतिशत आरक्षण का उल्लेख करते हुए कहा कि अब आरक्षण बढ़कर 60 प्रतिशत हो गया है। लेकिन मोदी सरकार शैक्षणिक, सामाजिक और आर्थिक रूप से पिछड़ों को आरक्षण नहीं देना चाहती है। उन्होंने यह भी कहा कि मोदी सरकार ने एससी, एसटी और ओबीसी समुदायों के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सवर्ण जाति में पैदा हुए और गुजरात के मुख्यमंत्री बनने के बाद ही उन्होंने अपनी जाति को ओबीसी वर्ग में शामिल करवाया।
कांग्रेस अध्यक्ष ने लोकसभा चुनावों में सामाजिक न्याय और जाति जनगणना के मुद्दे को प्रमुखता से उठाने का श्रेय राहुल गांधी को दिया। चुनाव नतीजों का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि लोगों ने इस मुद्दे को स्वीकार किया, इंडिया गठबंधन सरकार बनाने से सिर्फ 20-25 सीटें पीछे रह गया।
आरएसएस बीजेपी ओबीसी की दुश्मन
आरएसएस-भाजपा को ओबीसी समुदाय का सबसे बड़ा दुश्मन बताते हुए राहुल गांधी ने कहा कि आरएसएस-भाजपा को डर है कि जैसे ही ओबीसी वर्ग को अपना इतिहास पता चलेगा, उन्हें एहसास होगा कि आरएसएस उनका सबसे बड़ा दुश्मन है। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधते हुए पूछा कि उनकी पार्टी हिंदू राष्ट्र की बात करती है लेकिन हिंदुओं की आबादी में 50 प्रतिशत से अधिक हिस्सा तो पिछड़े वर्ग का है, फिर भी उनकी भागीदारी प्रमुख क्षेत्रों में क्यों नहीं दिखती।
इस दौरान कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया, राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, सचिन पायलट, तेलंगाना के उपमुख्यमंत्री मल्लू भट्टी विक्रमार्क, पुडुचेरी के पूर्व मुख्यमंत्री वी नारायणसामी, ओबीसी विभाग के चेयरमैन अनिल जयहिंद सहित अनेक वरिष्ठ नेता मौजूद रहे।