नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में फर्जी दूतावास खोलने का एक दिलचस्प मामला सामने आया है। एसटीएफ ने गाजियाबाद के एक परिसर में स्थित फर्जी दूतावास पर छापा मारकर एक व्यक्ति हर्षवर्धन जैन को गिरफ्तार किया है। उसके पास से वीआईपी नंबर की चार लग्जरी गाड़ियां भी बरामद की गई हैं। आरोपी जैन ने कथित तौर पर एक आलीशान दो मंजिला कोठी किराए पर ले रखी थी और उसे “वेस्टार्कटिका” की एंबेसी बताता था। जबकि इस नाम का कोई देश अस्तित्व में ही नहीं है। कविनगर थाने में आरोपी हर्षवर्धन जैन के खिलाफ STF की कार्रवाई के बाद मामला दर्ज किया गया है। आरोपी से पूछताछ की जा रही है। fake embassy
इस आलीशान कोठी में West Arctica, Saborga, Poulvia और Lodonia जैसे काल्पनिक या माइक्रो-नेशन्स का राजदूत बनकर आरोपी कई सालों से फर्जू दूतावास संचालित कर रहा था जांच में खुलासा हुआ कि आरोपी हर्षवर्धन जैन ने कविनगर गाजियाबाद में आलीशान कोठी किराए पर ली थी। यहीं पर आरोपी ने West Arctica Embassy के नाम से फर्जी दूतावास खोल रखा था। किराए की कोठी में बैठकर आरोपी लोगों को दूसरे देशों में भेजने, नौकरी दिलाने का और हवाला का कारोबार करता था।
STF ने आलीशान कोठी से आरोपी के पास से 12 देशों के पासपोर्ट, विदेश मंत्रालय की मुहरें, फर्जी पेन कार्ड, 47 लाख रुपए नकद, कई देशों की करेंसी, 4 लक्जरी गाड़ियां बरामद की हैं। फर्जी राजदूत हर्षवर्धन जैन की राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के साथ फेक फोटो भी STF ने बरामद की हैं। आरोपी शैल कंपनियों के जरिए हवाला रैकेट गिरोह के लोग चलाते थे। जांच में सामने आया है कि आरोपी के पूर्व में इंटरनेशनल आर्म्स डीलर चंद्रास्वामी और अदनान खगोशी से भी संपर्क थे। आरोपी हर्षवर्धन जैन से 2011 में अवैध सैटेलाइट फोन भी बरामद किया गया था। जिसकी शिकायत कविनगर थाने में दर्ज है।
माइक्रो नेशन वह स्वघोषित देश होता है, जिसे किसी भी सरकार या अंतरराष्ट्रीय संस्था की ओर से कानूनी मान्यता नहीं मिली होती है।ऐसे कथित देश आमतौर पर किसी व्यक्ति या समूह की ओर से शौक, व्यंग्य, कला या कभी-कभी ठगी के इरादे से बनाए जाते हैं। इनमें खुद का झंडा, मुद्रा, पासपोर्ट और सरकार जैसी चीजें होती हैं, लेकिन इनका कोई वैध अस्तित्व नहीं होता है।