[
The Lens
  • होम
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
    • Hindi
    • English
  • वीडियो
  • More
    • खेल
    • अन्‍य राज्‍य
    • धर्म
    • अर्थ
    • Podcast
Latest News
MUMBAI TRAIN BLAST CASE: हाई कोर्ट के फैसले के खिलाफ 24 को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई
LIVE : संसद मानसून सत्र का दूसरा दिन शुरू होते ही दोनों सदनों में हंगामा,लोकसभा-राज्यसभा 2 बजे तक स्थगित
इंतजार करती रही साधना निकल लिए शिवराज
उपराष्ट्रपति Jagdeep Dhankhar का सफर, क्या है नए उपराष्ट्रपति चुनाव की प्रक्रिया
BIG BREAKING : उपराष्ट्रपति धनखड़ का इस्तीफा
सड़कों पर पंडाल और स्वागत द्वार पर हाईकोर्ट में सुनवाई, कोर्ट ने कहा- अनुमति लेने की गाइडलाइंस लागू रहेगी
विपक्ष पर जवाबी हमले का मोदी ने दिया मंत्र, 17 विधेयक लाने की तैयारी, उद्धव शिवसेना के सांसदों के टूटने की चर्चा गर्म
पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने ED के बयान पर दी प्रतिक्रिया, साथ में ED को लेकर दो फोटो भी की पोस्ट
राज्यसभा में मल्लिकार्जन खरगे, लोकसभा में राहुल ने ऑपरेशन सिंदूर पर सरकार को घेरा
मानसून सत्र हंगामेदार, लेकिन इस मामले पर पक्ष-विपक्ष एकजुट  
Font ResizerAa
The LensThe Lens
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
  • वीडियो
Search
  • होम
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
    • Hindi
    • English
  • वीडियो
  • More
    • खेल
    • अन्‍य राज्‍य
    • धर्म
    • अर्थ
    • Podcast
Follow US
© 2025 Rushvi Media LLP. All Rights Reserved.

Home » नई दिल्ली  रेलवे स्टेशन हादसा : प्रयागराज के लिए हर घंटे जारी हो रहे थे 1,500 टिकट, नाकाम साबित हुए इंतजाम, मृतकों की संख्‍या 18

लेंस रिपोर्ट

नई दिल्ली  रेलवे स्टेशन हादसा : प्रयागराज के लिए हर घंटे जारी हो रहे थे 1,500 टिकट, नाकाम साबित हुए इंतजाम, मृतकों की संख्‍या 18

The Lens Desk
Last updated: March 6, 2025 3:33 pm
The Lens Desk
Share
SHARE

नई दिल्ली स्टेशन में कुल 16 प्लेटफार्म हैं। नई दिल्ली स्टेशन के भीतर जाने के दो रास्ते हैं, एक पहाड़गंज की तरफ, दूसरा अजमेरी गेट की ओर। भगदड़ अजमेरी गेट की ओर से नजदीक प्लेटफार्म 14-16 पर हुई। केंद्र सरकार ने 2022  में नई दिल्ली रेलवे स्टेशन को वर्ल्ड क्लास रेलवे स्टेशन बनाने का एलान किया था। नई दिल्ली स्टेशन देश के सबसे व्यस्त स्टेशनों में से है, जहां सामान्य दिनों में ढाई सौ ट्रेनें आती हैं और करीब पांच लाख यात्री यहां से आते जाते हैं। पीक सीजन में यात्रियों की संख्या बढ़कर छह लाख तक हो जाती है।

नई दिल्ली। प्रयागराज कुंभ जाने के लिए राजधानी के नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर बीती रात उमड़ी भारी भीड़ के बीच हुई भगदड़ में मरने वाले यात्रियों की संख्या बढ़कर 18 हो गई है। यात्रियों की भीड़ का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि प्रयागराज के लिए हर घंटे रेलवे स्टेशन पर 1,500 टिकट जारी किए जा रहे थे।

बड़ा सवाल यह है कि जब इतनी बड़ी संख्या में टिकट रेलवे ही काट रही थी तो यात्रियों की भीड़ का अंदाजा क्यों नहीं लगाया जा सका? यह बदइंतजामी राष्ट्रीय राजधानी के नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर सामने आई, जबकि इसे देश का क्लास वन स्टेशन होने का दावा किया जाता है। शनिवार रात करीब 9:55 बजे शुरू हुई भगदड़ में 9 महिलाएं, 4 पुरुष और 5 बच्चों की जान चली गई। मृतकों में 9 बिहार के, 8 दिल्ली के और 1 हरियाणा का यात्री शामिल है।

ठेले पर ढोए गए शव

भगदड़ के बाद नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भयावह मंजर देखने को मिला। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि जब प्रयागराज जाने वाली ट्रेन आई तो भीड़ अधिक बढ़ गई। फुटओवर ब्रिज पर भारी भीड़ जमा हो गई। भीड़ इतनी ज्यादा थी कि दम घुटने से 10-15 लोगों की वहीं मौत हो गई। शवों को सामान ढोने वाले ठेले पर रखकर ले जाना पड़ा।


दो ट्रेनों के रद्द होने की अफवाह से बिगड़े हालात
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर 13 और 14 पर शनिवार देर रात अफरा-तफरी मच गई, जब यात्रियों के बीच प्रयागराज जाने वाली दो ट्रेनों के रद्द होने की अफवाह फैल गई। रेलवे पुलिस उपायुक्त केपीएस मल्होत्रा के मुताबिक, महज 15-20 मिनट में प्लेटफॉर्म पर भीड़ तेजी से बढ़ गई।

प्रयागराज जाने वाली दोनों ट्रेनें पहले से ही देरी से चल रही थीं। इसी दौरान, रेलवे ने यात्रियों की सुविधा के लिए एक विशेष ट्रेन चलाने की घोषणा की। जैसे ही यह जानकारी फैली, यात्री प्लेटफॉर्म नंबर 14 से 16 की ओर भागने लगे, जिससे भगदड़ मच गई। जब तक स्थिति नियंत्रण में आई, तब तक कई जानें जा चुकी थीं। स्थिति पर नियंत्रण पाने के बाद रेलवे ने भीड़ कम करने के लिए चार विशेष ट्रेनों की व्यवस्था की। घटना की गंभीरता को देखते हुए रेलवे ने उच्चस्तरीय जांच के आदेश दे दिए हैं। प्रारंभिक रिपोर्ट के अनुसार, प्लेटफॉर्म बदलने के कारण यह हादसा हुआ।

पहले भगदड़ की बात से रेलवे करता रहा इनकार
जब मीडिया ने उत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी हिमांशु शेखर उपाध्याय से घटना के बारे में जानकारी चाही तो उन्होंने कहा कि कोई भगदड़ नहीं हुई, यह सिर्फ अफवाह है। भारी भीड़ के कारण यात्रियों ने एक-दूसरे को धक्का दिया, जिससे कुछ यात्री घायल हो गए। हालांकि, कुछ देर बाद ही दिल्ली के उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना ने मौतों की पुष्टि की और पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना जताई।
बाद में मुख्य जनसंपर्क अधिकारी ने मीडिया को दी जानकारी में बताया कि हादसे के समय पटना जाने वाली मगध एक्सप्रेस प्लेटफॉर्म नंबर 14 पर और जम्मू जाने वाली उत्तर संपर्क क्रांति प्लेटफॉर्म नंबर 15 पर खड़ी थी। इसी दौरान एक यात्री प्लेटफॉर्म 14-15 की ओर आते हुए सीढ़ियों पर फिसलकर गिर पड़ा। उसके पीछे खड़े कई अन्य यात्री भी इस घटना की चपेट में आ गए, जिससे अफरा-तफरी मच गई। फिलहाल, इस मामले की जांच के लिए एक उच्च स्तरीय समिति गठित की गई है।

तात्कालिक जांच रिपोर्ट: प्लेटफॉर्म बदलने की घोषणा से बने भगदड़ के हालात
हादसे की जांच की तात्कालिक रिपोर्ट में रेलवे ने माना है कि बढ़ती भीड़ और लगातार टिकट बिक्री को देखते हुए रात करीब 10 बजे रेलवे अधिकारियों ने प्लेटफार्म नंबर 16 से प्रयागराज के लिए स्पेशल ट्रेन चलाने की घोषणा की। यह घोषणा सुनकर प्लेटफॉर्म नंबर 14 पर पहले से खड़े जनरल टिकट वाले यात्री फुट ओवरब्रिज पार करके प्लेटफॉर्म नंबर 16 की ओर दौड़ पड़े। इस दौरान उन्होंने फुट ओवरब्रिज पर पहले से बैठे यात्रियों को कुचल दिया, जिससे भगदड़ मच गई।

जांच की तात्कालिक रिपोर्ट के अनुसार दिनांक 15.02.2025 को रात्रि लगभग 10:00 बजे नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़ की घटना घटी। प्लेटफार्म नंबर 14 पर यात्रियों की भारी भीड़ थी, जो प्रयागराज जाने वाली ट्रेन में चढ़ने का इंतजार कर रहे थे। इसी समय, प्लेटफार्म नंबर 13 पर नई दिल्ली से दरभंगा जाने वाली स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस में सवार होने के लिए बड़ी संख्या में यात्री जमा हो गए थे। यह ट्रेन लेट थी और इसे मध्य रात्रि में रवाना करने के लिए पुनर्निर्धारित किया गया था, जिसके कारण यात्री प्लेटफार्म पर ही रहे क्योंकि प्लेटफार्म नंबर 14 और 13 एक दूसरे से सटे हुए हैं और दोनों प्लेटफार्म पर भीड़ बढ़ती जा रही थी। इसके अलावा प्रयागराज के लिए हर घंटे लगभग 1,500 जनरल टिकट जारी किए जा रहे थे, जिसके परिणामस्वरूप प्लेटफॉर्म नंबर 14 पर अधिक यात्री इकट्ठा हो गए।  भारी भीड़ के कारण प्लेटफॉर्म पर खड़े होने के लिए भी जगह नहीं बची थी।

नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हर दिन 250 ट्रेनों का आवागमन
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन देश के सबसे व्यस्त स्टेशनों में से एक है। जानकारी के मुताबिक, नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से रोजाना लगभग 250 ट्रेनें चलती हैं। वहीं, करीब छह लाख से ज्यादा यात्री यहां से यात्रा करते हैं। रेलवे के 15 मार्च 2024 तक के आंकड़ों के मुताबिक, इस वित्तीय वर्ष में 648 करोड़ यात्रियों ने यात्रा की थी। 20 अगस्त 2022 को रेल मंत्रालय ने अपने ट्विटर हैंडल (अब X) पर पोस्ट करते हुए पुनर्विकसित रेलवे स्टेशन का भविष्यदर्शी मॉडल साझा किया था। नई दिल्ली रेलवे स्टेशन क्षेत्र के पुनर्विकास की लागत लगभग 4,500 करोड़ रुपये आंकी गई थी।

TAGGED:Big_News_3Mahakumbhnew delhiNew Delhi Railway station stampede
Share This Article
Email Copy Link Print
Previous Article अपडेट: महाकुंभ जाने की होड़ में नई दिल्ली रेलवे स्टेशन में भगदड़, 3 बच्चे सहित 17 की मौत
Next Article अपडेट : दिल्ली-एनसीआर में भूकंप, बिहार-यूपी में भी झटके, भूकंप का केंद्र धौला कुआं

Your Trusted Source for Accurate and Timely Updates!

Our commitment to accuracy, impartiality, and delivering breaking news as it happens has earned us the trust of a vast audience. Stay ahead with real-time updates on the latest events, trends.
FacebookLike
XFollow
InstagramFollow
LinkedInFollow
MediumFollow
QuoraFollow

Popular Posts

राज्यसभा में राणा सांगा पर रार: सपा सांसद रामजी के समर्थन में आए खरगे, बीजेपी ने काटा हंगामा

नई दिल्‍ली। राज्यसभा में 28 मार्च को राणा सांगा के मामले पर जबरदस्‍त रार दिखाई…

By Arun Pandey

भारत कोई धर्मशाला नहीं, किसी और देश जाइए : सुप्रीम कोर्ट

नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने एक श्रीलंकाई नागरिक की याचिका को खारिज करते हुए स्पष्ट…

By Lens News Network

एक उजड़ते गांव का संघर्ष

छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के नजदीक स्थित नकटी गांव के लोगों के संघर्ष को लेकर…

By Editorial Board

You Might Also Like

why petrol and diesel is expensive ?
लेंस रिपोर्ट

कच्चा तेल सस्ता है, तो महंगा क्यों है पेट्रोल और डीजल ?

By Amandeep Singh
देश

45 दिन तक चले महाकुंभ का समापन, 65 करोड़ से ज्यादा लोगों के स्‍नान का दावा

By The Lens Desk
धर्म

शंकराचार्य निश्चलानंद बोले- सनातन बोर्ड की जरूरत नहीं, मोदी-योगी एक जैसे, दोनों की मिलीभगत

By The Lens Desk
पथर्रा की दादियां... एक गांव, एक फैक्‍ट्री और संघर्ष की कहानियां
लेंस रिपोर्ट

पथर्रा की दादियां… एक गांव, एक फैक्‍ट्री और संघर्ष की कहानियां

By Danish Anwar
Welcome Back!

Sign in to your account

Username or Email Address
Password

Lost your password?