प्रदेश में पहली बार एक साथ 5 महिला महापौर, जीत का रिकॉर्ड भी महिला के ही नाम
रायपुर। छत्तीसगढ़ में 173 नगरीय निकायों में हुए मतदान के नतीजे शनिवार को आ गए। 10 नगर निगम, 49 नगरपालिका और 114 नगर पंचायतों पर 11 फरवरी को चुनाव हुए थे। इनमें से सभी 10 नगर निगमों में बीजेपी ने जीत दर्ज कर ली है। नगर निगम में कांग्रेस खाता खोलने में भी कामयाब नहीं हो सकी। पहली बार 5 नगर निगम में एक साथ महिला महापौर बनी हैं। इनमें तीन रायपुर, दुर्ग और कोरबा तो महिला आरक्षित थी, लेकिन अंबिकापुर और बिलासपुर में सामान्य सीट में महिला प्रत्याशी देकर भाजपा ने बड़ा दांव खेला था। इन निकायों में महिला प्रत्याशियों ने पुरुष प्रत्याशियों को हराकर भी एक रिकॉर्ड बना लिया है। इस पूरे चुनाव में जहां भाजपा ने मजबूत संगठन और क्षत्रपों की मेहनत से चुनाव में जीत हासिल की। वहीं कांग्रेस में प्रदेश अध्यक्ष बदलने की ऐसी चर्चा थी कि नेतृत्व और संगठन ने प्रत्याशियों को जोर लगाने के लिए अकेले छोड़ दिया।
रायपुर में भाजपा प्रत्याशी मीनल चौबे ने कांग्रेस प्रत्याशी दीप्ति दुबे को 153290 वोटों से हराया। इस जीत से मीनल ने प्रदेश में सबसे बड़ी जीत का रिकॉर्ड भी बनाया है। इस तरह 15 साल बाद रायपुर में भाजपा का महापौर बना है। मीनल चौबे की जीत के पीछे संगठन और पार्टी के बड़े नेताओं की मेहनत थी। वहीं, कांग्रेस की तरफ से संगठन स्तर का कोई जोर नहीं रहा। रायपुर में ही पूर्व महापौर एजाज ढेबर का चुनाव हारना भी हैरान करने वाला रहा। इस पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने चुटकी भी ली, कि कांग्रेस ने जिन्हें इनडायरेक्ट चुनाव से महापौर बनाया था, वे इस बार पार्षद भी नहीं बन सके। रायपुर नगर निगम में बीजेपी के 60, कांग्रेस के 7 और 3 निर्दलीय प्रत्याशी जीते। कमजोर संगठन का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि कांग्रेस के पार्षद दहाई के आंकड़ें तक भी नहीं पहुंच सके। करीब दर्जनभर वार्ड में कांग्रेस की हार गलत टिकट वितरण की वजह से हुई।
बिलासपुर में पूजा विधानी ने प्रमोद नायक को 66067 वोटों से जीत हासिल की है। पूजा को 152011 वोट मिलें हैं तो वहीं प्रमोद नायक को 85944 मिले हैं। यहां 70 में से 48 वार्डों में भाजपा, 18 में कांग्रेस और 4 में निर्दलीय प्रत्याशी जीते हैं। अंबिकापुर में मंजूषा भगत ने अजय तिर्की को 11063 वोटों से हराया। नगर निगम के 48 वार्डों में से 31 वार्डों में भाजपा, 15 में कांग्रेस और दो में निर्दलीय प्रत्याशियों ने कब्जा किया है। दुर्ग में अलका बाघमार ने 67295 वोटों से प्रेमलता पोषण साहू को हराया। अलका ने 107642 वोट हासिल किए। वहीं प्रेमलता को जीत के अंतर से भी कम यानी 40347 वोट मिले। राजनांदगांव में मधुसूदन यादव ने निखिल द्विवेदी को 41138 वोटों से हराया। निखिल को भी जीत के अंतर से भी कम 21379 वोट मिले हैं। चिरमिरी में रामनरेश राय ने विनय जायसवाल को 5692 वोटों से, जगदलपुर में संजय पांडेय ने मलकीत सिंह गैदू को 8772 वोटों, रायगढ़ में जीववर्धन चौहान ने जानकी काटजू को 34365 वोटों से, कोरबा में संजू देवी राजपूत ने उषा तिवारी को 48116 वोटों से हराया। धमतरी में कांग्रेस प्रत्याशी का नामांकन रद्द होने की वजह से बीजेपी प्रत्याशी की जीत तय हो गई थी।
नगर पालिका और नगर पंचायत में भी कमल का ही दबदबा
अगर नगर पालिकाओं और नगर पंचायतों की करें तो 49 नगर पालिकाओं में से भाजपा 35 जीतने में कामयाब हो गई है। वहीं, कांग्रेस ने सिर्फ 8 निकायों में जीत दर्ज की। एक में आम आदमी पार्टी और 5 निकायों में निर्दलीय प्रत्याशियों ने जीत दर्ज की। नगर पालिका में सबसे हैरान करने वाला परिणाम महासमुंद का आया, जहां पूर्व विधायक और दो बार नगर पालिका अध्यक्ष रहे विमल चोपड़ा चुनाव हार गए। उन्हें निखिल कांत साहू ने 3554 वोट से हराया। ये निखिल कांत साहू उन्हीं मनोज कांत साहू के बेटे हैं, जिन्हें विमल चोपड़ा ने 25 वर्ष पहले नगर पालिका चुनाव में हराया था। नगर पंचायतों की बात करें तो 114 निकायों में बीजेपी 81, कांग्रेस 22 और बसपा एक में जीती। वहीं, 10 निकायों में निर्दलीय प्रत्याशी जीतने में कामयाब हो सके।
आप ने खोला खाता तो वहीं बसपा भी एक निकाय में दर्ज की जीत
नगर पालिका में आम आदमी पार्टी ने भी अपना खाता खोल लिया। बिलासपुर की बोदरी नगर पालिका जीतकर पार्टी छत्तीसगढ़ पहली जीत दर्ज करने में कामयाब हो गई। बिलासपुर जिले में बोदरी नगर पालिका है। यह बिलासपुर की सबसे बड़ी नगर पालिका है। यहां से आम आदमी पार्टी की उम्मीदवार नीलम विजय वर्मा को जीत मिली है। इसी तरह 114 नगर पंचायतों में से एक में पामगढ़ में एक बार फिर बसपा जीतने में कामयाब हो गई। यहां गोरी जांगड़े ने भाजपा की प्रियंका टंडन को हराया।