मुंबई। मुंबई पुलिस ने कॉमेडियन समय रैना को इंडियाज गॉट लेटेंट विवाद में 10 मार्च तक पेश होने का आदेश दिया है। समय के वकील ने कहा था कि इस वक्त समय रैना अमेरिका में हैं और 17 मार्च को लौटेंगे। साथ ही उन्होंने अधिक समय देने की भी मांग की है। इसी बीच महाराष्ट्र के संस्कृति विभाग ने भी इस मामले की जांच करने की तैयारी कर ली है। शुक्रवार को मंत्री आशीष शेलार की अध्यक्षता में संस्कृति विभाग ने रणवीर विवाद की जांच के आदेश दिए। आदेश के मुताबिक इंडियाज गॉट लैटेंट शो में अश्लीलता के बारे में विभाग को शिकायतें मिली थीं। ऐसे ही अन्य शो बिना उचित अनुमति के दर्शकों को टिकट देकर चलाए जा रहे हैं।
दूसरी तरफ शुक्रवार को मुंबई पुलिस और असम पुलिस को टीमें भी रणवीर के वर्सोवा वाले फ्लैट पर पहुंचीं, लेकिन वो बंद मिला। रणवीर को आज मुंबई पुलिस (खार पुलिस स्टेशन) में पेश होना था, क्योंकि वे शुक्रवार को पेश नहीं हुए।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि रणवीर को अपने विवादित बयान की जांच के सिलसिले में 13 फरवरी को पुलिस के सामने पेश होने को कहा गया था, लेकिन वे नहीं आए। पुलिस ने उन्हें दूसरा समन जारी कर 14 फरवरी को पेश होने को कहा था। अधिकारी ने कहा था कि रणवीर ने पुलिस से रिक्वेस्ट की है कि उसका बयान उनके घर पर ही दर्ज किया जाए, लेकिन ऐसा नहीं किया गया है। असम में भी रणवीर के खिलाफ केस दर्ज हुआ है, इसलिए असम पुलिस भी पूछताछ करना चाहती है।
सभी एफआईआर एक साथ जोड़ने की मांग
रणवीर अलाहबादिया ने शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की। इसमें उनके खिलाफ पूरे भारत में दर्ज एफआईआर को एक साथ जोड़ने की मांग की गई। असम के गुवाहाटी में दर्ज एफआईआर में रणवीर के अलावा समय रैना, आशीष चंचलानी, जसप्रीत सिंह और अपूर्व मखीजा का भी नाम है। मुंबई पुलिस और साइबर विभाग इस मामले की अलग-अलग जांच कर रहे हैं। असम पुलिस ने मुंबई की साइबर टीम से भी मुलाकात की। रैना को अगले पांच 5 दिन में पुलिस के सामने पेश होने को कहा गया है। इसके बाद अब मुंबई पुलिस ने भी 10 मार्च तक समय को पेश होने का आदेश दिया है। मुंबई पुलिस की खार पुलिस स्टेशन में अब तक भाजपा के नेता की दर्ज कराई शिकायत पर मखीजा, चंचलानी और अलाहबादिया के मैनेजर सहित 8 लोगों के बयान दर्ज किए हैं। शुक्रवार को पुलिस ने इंडियाज गॉट लैटेंट शो के वीडियो एडिटर प्रथम सागर का भी बयान दर्ज किया। महाराष्ट्र साइबर ने अब तक इस संबंध में दर्ज एक मामले में कम से कम 50 लोगों को अपने बयान दर्ज करने के लिए बुलाया है।