द लेंस डेस्क।Pahalgam terror attack: पहलगाम आतंकी हमले में जान गंवाने वाले लेफ्टिनेंट विनय नरवाल के पिता राजेश नरवाल का आज पाकिस्तान के खिलाफ गुस्सा फूट पड़ा। उन्होंने पाकिस्तानी सेना के प्रमुख जनरल असीम मुनीर पर गुस्सा जाहिर करते हुए कहा कि वह उनके दर्द को तभी समझ सकेंगे, जब वह स्वयं अपने किसी प्रिय को इस तरह खोएंगे।
एक निजी समाचार चैनल को दिए इंटरव्यू में राजेश ने कहा कि जनरल मुनीर को उस दुख का अहसास तभी होगा, जब उनके बेटे या बेटी को कोई आतंकी हमले में छीन लेगा। उन्होंने कहा कि अगर एक आम इंसान जैसे उन्हें बंदूक थमा दी जाए और वह उनके बच्चे को नुकसान पहुंचाए, तभी शायद उन्हें इस पीड़ा का एहसास हो।
राजेश नरवाल ने बताया कि वह अपने परिवार के सामने अपनी कमजोरी नहीं दिखा सकते। उनकी पत्नी और माता-पिता पहले ही टूट चुके हैं, इसलिए उन्हें मजबूत दिखना पड़ता है। लेकिन उनका मन अशांत है, नींद नहीं आती, और दिमाग सुन्न पड़ गया है। परिवार में कोई भी दो-तीन घंटे से ज्यादा सो नहीं पाता। मनोचिकित्सक दवाएं देते हैं, लेकिन कोई स्थायी समाधान नहीं मिलता, बल्कि नई बीमारियां घेर लेती हैं।
राजेश ने अपने बेटे की यादें साझा करते हुए कहा कि विनय को सैनिकों और उनके काफिलों को देखने का शौक था। वह साहसी, अनुशासित और नेतृत्व की क्षमता से भरा था। तीस साल की मेहनत से उन्होंने विनय को ईमानदारी और निडरता का पाठ पढ़ाया था। राजेश ने कहा कि विनय उनका हीरो था और हमेशा रहेगा। हर सुबह उनकी आंखों के सामने विनय की छवि उभरती है, जो कभी फीकी नहीं पड़ती।
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुआ आतंकी हमला देश के लिए एक गहरा आघात था। इस हमले से जुड़ी एक तस्वीर ने हर किसी का दिल दहला दिया। यह तस्वीर थी लेफ्टिनेंट विनय नरवाल की पत्नी हिमांशी नरवाल की। जो शादी के महज एक हफ्ते बाद अपने पति के साथ पहलगाम में हनीमून के लिए गई थीं। लेकिन आतंकी हमले ने उनकी खुशियों को छीन लिया और अपने पति के शव के पास बैठी हिमांशी की तस्वीर ने हर देखने वाले का दिल चीर दिया।