[
The Lens
  • होम
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
    • Hindi
    • English
  • वीडियो
  • More
    • खेल
    • अन्‍य राज्‍य
    • धर्म
    • अर्थ
    • Podcast
Latest News
कफ सीरप तस्करी के आरोपी बाहर, अमिताभ ठाकुर सलाखों में
ऑपरेशन सिंदूर के दाग भूल भारत ने की चीनियों की आवाजाही आसान
AIIMS रायपुर को सिंगापुर में मिला ‘सर्वश्रेष्ठ पोस्टर अवॉर्ड’
डीएसपी पर शादी का झांसा देकर ठगी का आरोप लगाने वाले कारोबारी के खिलाफ जारी हुआ गिरफ्तारी वारंट
11,718 करोड़ की लागत से होगी डिजिटल जनगणना, 1 मार्च 2027 को आधी रात से होगी शुरुआत
तेलंगाना पंचायत चुनाव: कांग्रेस समर्थित उम्‍मीदवारों की भारी जीत, जानें BRS और BJP का क्‍या है हाल?
MNREGA हुई अब ‘पूज्य बापू ग्रामीण रोजगार योजना’, जानिए कैबिनेट ने किए और क्‍या बदलाव ?
उत्तर भारत में ठंड का कहर, बर्फबारी और शीतलहर जारी, दिल्ली में ठंड और प्रदूषण की दोहरी मार
इंडिगो क्राइसिस के बाद DGCA ने लिया एक्शन, अपने ही चार इंस्पेक्टर्स को किया बर्खास्त,जानिये क्या थी वजह
ट्रैवल कारोबारी ने इंडिगो की मनमानी की धज्जियां उधेड़ी
Font ResizerAa
The LensThe Lens
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
  • वीडियो
Search
  • होम
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
    • Hindi
    • English
  • वीडियो
  • More
    • खेल
    • अन्‍य राज्‍य
    • धर्म
    • अर्थ
    • Podcast
Follow US
© 2025 Rushvi Media LLP. All Rights Reserved.
लेंस संपादकीय

शांतिपूर्ण आंदोलन की जीत

Editorial Board
Editorial Board
Published: July 17, 2025 9:24 PM
Last updated: July 17, 2025 9:24 PM
Share
karnataka farmers protest
SHARE

कर्नाटक में बंगलुरू के नजदीक देवनहल्ली तालुका में 1200 दिनों यानी तीन साल से भी अधिक समय से चल रहे किसानों के शांतिपूर्ण आंदोलन का हा नतीजा है कि राज्य की सिद्धारमैया सरकार को प्रस्तावित डिफेंस और एयरो स्पेस पार्क के लिए 1777 एकड़ जमीन के अधिगृहण का फैसला वापस लेना पड़ा है। खुद मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने इसे ऐतिहासिक विरोध कहा है, जिससे इस आंदोलन की ताकत को समझा जा सकता है। वास्तव में भूमि अधिग्रहण कानून, 2013 के अस्तित्व में आने के सालभर बाद ही 2014 में देवनहल्ली तालुका में एयरो स्पेस पार्क के निर्माण का एलान किया गया था और जब अप्रैल, 2022 में इसके लिए जमीन अधिग्रहण की अधिसूचना जारी की गई, तो प्रभावित 13 गांवों के लोगों ने सत्याग्रह शुरू कर दिया था। यह इस आंदोलन की ताकत ही है कि देवनहल्ली के किसानों के समर्थन में दिल्ली की सरहद पर तीन संदिग्ध कृषि कानूनों के विरोध में सफल आंदोलन करने वाला संयुक्त किसान मोर्चा और दूसरे संगठन साथ आ गए। यह इलाका अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से नजदीक है, लेकिन हकीकत यह भी है कि लाल मिट्टी वाली यहां की जमीन बेहद उर्वर है और इससे हजारों किसान परिवारों की आजीविका जुड़ी हुई है। कर्नाटक इंडस्ट्रियल एरिया डेवलपमेंट बोर्ड (केआईएडीबी) यहां एयरोपार्क और उससे संबंधित उद्योग स्थापित करना चाहता था। बेशक, औद्योगिक परियोजनाओं के लिए जमीन चाहिए, लेकिन दूसरी ओर ऐसा कम ही होता है, जब संबंधित किसानों या आदिवासियों को जमीन के अधिग्रहण के मुआवजे या सही कीमत के लिए संघर्ष न करना पड़े। देवनहल्ली के मामले में किसान नेता रमेश चीमाचनहल्ली का तो यह भी आरोप है कि किसानों से पहले अधीगृहीत की गई जमीनें निजी क्षेत्रो को दे दी गईं। देवनहल्ली का मामला सरकार की नीति और उसकी नीयत में फर्क को उजागर करता है, भले ही उसने यह फैसला वापस ही क्यों न ले लिया हो। दरअसल जरूरत इस बात की है कि वनाधिकार अधिनियम और भूमि अधिग्रहण कानून पर समुचित तरीके से अमल हो। जरूरत विकास की एकतरफा सोच को भी बदलने की है, जिसकी कीमत किसानों और आदिवासियों को चुकानी पड़ रही है।

TAGGED:EditorialKarnatakakisan protestsiddharammaiya
Previous Article Public hearing in Meerut यूपी में बिजली कंपनियों के निजीकरण के विरोध में फूटा गुस्सा
Next Article BJP NCP Fighting महाराष्ट्र विधानसभा में भाजपा और एनसीपी (शरद पवार) गुट के बीच जमकर चले लात-घूंसे, देखें वीडियो
Lens poster

Popular Posts

26/11 अतंकी हमले पर पूर्व गृहमंत्री चिदंबरम का चौंकाने वाला खुलासा, दबाव में था भारत

नई दिल्‍ली। मुंबई 26/11 अतंकी हमले के बाद पाकिस्‍तान पर कार्रवाई को लेकर पूर्व गृह…

By अरुण पांडेय

बेंगलुरु भगदड़ : कर्नाटक हाईकोर्ट में सरकार ने रखा अपना पक्ष, अगली सुनवाई 10 जून को

द लेंस डेस्क। Bangalore Stampede : रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) के कप्तान विराट कोहली ने…

By पूनम ऋतु सेन

उम्मीदवारी को लेकर चौतरफा नाराजगी, बागियों का बोलबाला, गठबंधनों में बवाल

नई दिल्ली। भारी आरोप प्रत्यारोप, हड़कंप, उदासी और उल्लास के मिले जुले माहौल में बिहार…

By आवेश तिवारी

You Might Also Like

लेंस संपादकीय

जब हास्य प्रतिरोध बन जाए!

By The Lens Desk
I Love Mohammad controversy
लेंस संपादकीय

अलीगढ़ में ‘आई लव मोहम्मद’ से जुड़ा विवादः गंगा-जमुनी तहजीब को नुकसान पहुंचाने का नतीजा

By Editorial Board
अन्‍य राज्‍य

विधानसभा में बवाल, 18 बीजेपी विधायक निलंबित, मार्शलों ने किया बाहर

By Amandeep Singh
Commonwealth Games scam
लेंस संपादकीय

13 साल बाद

By Editorial Board

© 2025 Rushvi Media LLP. 

Facebook X-twitter Youtube Instagram
  • The Lens.in के बारे में
  • The Lens.in से संपर्क करें
  • Support Us
Lens White Logo
Welcome Back!

Sign in to your account

Username or Email Address
Password

Lost your password?