पटना। बिहार में आज गुरुवार का दिन आपराधिक घटनाओं के नाम रहा। अलग-अलग इलाकों में एक ही दिन में पांच हत्याओं ने राज्य की कानून व्यवस्था पर फिर से सवाल उठा दिया। राजधानी पटना में आज सुबह एक सनसनीखेज घटना ने पूरे राज्य में हड़कंप मचा दिया।
पटना के व्यस्त राजा बाजार इलाके में स्थित पारस अस्पताल में एक कैदी, चंदन मिश्रा, की गोली मारकर हत्या कर दी गई। यह घटना सुबह करीब 7:30 बजे हुई, जब चार अज्ञात हमलावर मोटरसाइकिल पर सवार होकर अस्पताल की दूसरी मंजिल के कमरा नंबर 209 में घुस गए और चंदन मिश्रा पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसाईं। मिश्रा, जो बक्सर जिले के निवासी थे और हत्या के एक मामले में बेउर जेल में बंद थे, उस समय पैरोल पर बाहर थे और इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती थे। इस हमले में उनकी छाती और पेट में गोलियां लगीं, जिसके कारण उनकी मौके पर ही मौत हो गई।
पुलिस के अनुसार, चंदन मिश्रा एक कुख्यात अपराधी थे, जिनके खिलाफ हत्या सहित दस आपराधिक मामले दर्ज थे। इस घटना ने बिहार में कानून-व्यवस्था की स्थिति पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। घटना के बाद पुलिस ने इलाके में तलाशी अभियान शुरू किया और सीसीटीवी फुटेज की जांच कर रही है, लेकिन अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है। पटना के एसएसपी कार्तिकेय शर्मा ने बताया कि मामले की गहन जांच की जा रही है और जल्द ही दोषियों को पकड़ लिया जाएगा।
जद (यू) नेता के पिता की हत्या
इसी दिन, बिहार के रोहतास जिले में एक अन्य हत्या ने लोगों को झकझोर दिया। जद(यू) के ब्लॉक अध्यक्ष राकेश कुमार उर्फ भोला के पिता, परसनाथ सिंह, की संदिग्ध परिस्थितियों में हत्या कर दी गई। प्रारंभिक जांच में पुलिस ने इसे जमीन विवाद से जोड़ा है। इस घटना ने भी स्थानीय स्तर पर राजनीतिक और सामाजिक तनाव को बढ़ा दिया है।
दानापुर में युवक की हत्या
तीसरी हत्या पटना से सटे दानापुर शाहपुर थाना क्षेत्र के हथियाकांध में हुई, जहां अपराधियों ने घर के पास ही धारदार हथियार से एक युवक की हत्या कर दी। मृतक की पहचान स्थानीय निवासी राकेश सिंह के पुत्र शिवम उर्फ बंटी (20) के रूप में की गई है।
सीतामढ़ी में मिले दो शव
सीतामढ़ी जिले में दो शव मिलने से हड़कंप मच गया। पहली घटना बैरगनिया-सीतामढ़ी रेल खंड पर सामने आई। यहां गुरुवार सुबह ट्रैक के पास एक शव मिलने से लोगों के बीच हड़कंप मच गया। लोगों ने पुलिस को सूचना दी। शव की पहचान बैरगनिया के वार्ड-24 डूमरवाना के रहने वाले के रूप में की गई है। मृतक रेलवे का कर्मचारी था और ढेंग रेलवे स्टेशन पर पदस्थापित था।
सीतामढ़ी के पुपरी थाना क्षेत्र में एक ऑटो में एक युवक का शव बरामद किया गया। शव की पहचान पुपरी थाना के चैनपुरा के संजय राय के रूप में की गई है। ऑटो चालक ने बताया कि मलंग स्थान के पास ऑटो लगाकर वह खाना खाने चला गया था। वहां से वापस आने पर युवक पीछे की सीट पर सोया था और उसकी गर्दन नीचे लटक रही थी। उसने ही पुलिस को इस घटना की सूचना दी थी।
तेजस्वी ने कहा, क्या बिहार में कहीं कोई सुरक्षित है
इन हत्याओं ने बिहार में बढ़ते अपराध के ग्राफ को और उजागर किया है। हाल के आंकड़ों के अनुसार, जनवरी से जून 2025 तक राज्य में 1,376 हत्याएं दर्ज की गईं, जो प्रति माह औसतन 229 हत्याओं का आंकड़ा दर्शाता है। राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) के अनुसार, बिहार लगातार हिंसक अपराधों के मामले में देश के शीर्ष पांच राज्यों में शामिल रहा है।
विपक्षी नेता तेजस्वी यादव ने इस घटना पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा, “अस्पताल के आईसीयू में घुसकर मरीज को गोली मार दी गई। क्या बिहार में कोई भी कहीं सुरक्षित है? क्या 2005 से पहले ऐसा होता था?” उन्होंने नीतीश कुमार सरकार पर कानून-व्यवस्था को लेकर निशाना साधा।
पुलिस ने मढ़ा किसानों पर आरोप
पुलिस ने इन घटनाओं के लिए किसानों के खाली रहने को जिम्मेदार ठहराया है। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजी) कुंदन कृष्णन ने कहा कि अप्रैल से जून तक, जब किसान खेती के काम से मुक्त होते हैं, जमीन और संपत्ति विवाद बढ़ने से हत्याओं में वृद्धि होती है।
ये घटनाएं बिहार में आगामी विधानसभा चुनावों से पहले कानून-व्यवस्था की स्थिति पर गंभीर सवाल उठा रही हैं। जनता में भय और असुरक्षा का माहौल है, और सरकार से कड़े कदम उठाने की मांग तेज हो रही है।