लखीमपुर। उत्तर प्रदेश के लखीमपुर जिले में खाद की कमी को लेकर किसानों का गुस्सा फूट पड़ा है। खाद की मांग कर रहे किसानों पर पुलिस ने कथित तौर पर लाठियां चलाईं। ताजा मामला लखीमपुर का है, जहां प्रदर्शन कर रहे एक किसान और उसकी बुजुर्ग मां पर पुलिस ने लाठियां बसरा दीं।
हैरानी की बात यह है कि इसी दिन बुधवार को कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने दावा किया था कि जिले में खाद की कोई कमी नहीं है और 25 लाख बोरी यूरिया वितरित की जा चुकी है। लेकिन उनके इस बयान के कुछ ही घंटों बाद खाद के लिए हंगामा और पुलिस की कार्रवाई की यह घटना सामने आई।
पुलिस ने लाठीचार्ज के आरोपों से इनकार करते हुए कहा कि किसानों को जबरन प्रदर्शन करने से रोका गया, लेकिन लाठीचार्ज जैसी कोई घटना नहीं हुई।
दरअसल, बुधवार सुबह कृषि मंत्री ने लखीमपुर में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान खाद की पर्याप्त उपलब्धता का दावा किया था। लेकिन उसी समय जिले के कई खाद वितरण केंद्रों पर किसानों की लंबी कतारें देखी गईं। दोपहर 2 बजे फरधान थाना क्षेत्र की भदूरा सहकारी समिति पर खाद वितरण अचानक रोक दिया गया। समिति सचिव ने मशीन खराब होने का हवाला दिया, जिसके बाद गुस्साए किसानों ने प्रदर्शन शुरू कर दिया। किसानों का आरोप है कि सुबह से लाइन में लगे होने के बावजूद केवल रसूखदारों को ही खाद दी जा रही है। हंगामे के बाद केंद्र प्रभारी ने ताला लगाकर वहां से भाग निकला।