[
The Lens
  • होम
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
    • Hindi
    • English
  • वीडियो
  • More
    • खेल
    • अन्‍य राज्‍य
    • धर्म
    • अर्थ
    • Podcast
Latest News
बिहार चुनावी रंग: मंत्रियों को जनता ने दौड़ाया वहीं सत्ताधारी पार्टी के नजदीकी दबंग नेता हो रहे अदालत से बरी
CM साय ने बाढ़ में डूबे बस्तर का जाना हाल, पीड़ितों से मिले, पुल-सड़क समय पर सही करने के अफसरों को निर्देश  
ट्रम्प का सनसनीखेज दावा- टैरिफ से घबराया भारत, आयात शुल्क शून्य करने की पेशकश
सीएस का एक्सटेंशन, भोपाल अब दिल्ली हो गया, मामा की याद…
1335 लेक्चरर और हेड मास्टर बने प्रिंसिपल, आदेश जारी
अंबेडकर अस्पताल के नर्सिंग कर्मचारियों के लिए एनएसयूआई ने उठाई आवाज
अफगानिस्तान में भूकंप से 800 लोगों की मौत, भारत ने दिया मदद का भरोसा
Voter Adhikar Yatra का समापन, बोले राहुल गांधी-‘आ रहा हाइड्रोजन बम, सावधान रहे बीजेपी’
छात्रा की खुदकुशी पर एमिटी यूनिवर्सिटी में ABVP का प्रदर्शन, शिक्षक और छात्रों को क्लास रूम में किया बंद
कालीबाड़ी और मुहब्बत का फूल
Font ResizerAa
The LensThe Lens
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
  • वीडियो
Search
  • होम
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
    • Hindi
    • English
  • वीडियो
  • More
    • खेल
    • अन्‍य राज्‍य
    • धर्म
    • अर्थ
    • Podcast
Follow US
© 2025 Rushvi Media LLP. All Rights Reserved.
देश

सुप्रीम कोर्ट ने कहा, अगर निमिषा की जान चली गई तो यह दुखद होगा, 16 जुलाई को यमन में दी जा सकती है फांसी  

अरुण पांडेय
Last updated: July 14, 2025 2:47 pm
अरुण पांडेय
Share
Nimisha Priya News
SHARE

द लेंस डेस्‍क। यमन में भारतीय नर्स निमिषा प्रिया को हत्‍या मामले में 16 जुलाई को फांसी दिए जाने की तारीख मुकर्रर की गई है, लेकिन उसे बचाने की आखिरी कोशिश के तौर पर सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में यचिका पर सुनवाई हुई। जिसमें केंद्र सरकार की तरफ से कहा गया कि इस मामले में वह ज्‍यादा कुछ नहीं कर सकती।

सुप्रीम कोर्ट में अटॉर्नी जनरल ने कहा कि यह एक निजी मामला है और सरकार की भूमिका सीमित है। उन्होंने बताया कि भारत सरकार ने मामले में गोपनीय रूप से हरसंभव कोशिश की है। जज ने पूछा कि क्या सरकार यमनी परिवार से ब्लड मनी पर बातचीत कर सकती है, जिसके जवाब में केंद्र ने कहा कि यह उनके नियंत्रण में नहीं है।

याचिकाकर्ता ने कोर्ट से अनुरोध किया कि रियाद स्थित भारतीय दूतावास के माध्यम से परिवार से बातचीत की जाए और जरूरत पड़ने पर अधिक राशि देने की पेशकश भी की। न्यायमूर्ति संदीप मेहता ने कहा कि अगर निमिषा की जान चली गई तो यह दुखद होगा। दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद सुप्रीम कोर्ट ने अगली सुनवाई 18 जुलाई को तय की।

इससे पहले केरल के मुख्‍यमंत्री पिनाराई विजयन ने सोमवार को कहा कि उनकी सरकार यमन में मौत की सजा का सामना कर रही नर्स निमिषा प्रिया की रिहाई के लिए सभी संभव प्रयासों का समर्थन कर रही है। उन्होंने एक्स पर लिखा, “मैंने माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी को पत्र लिखकर निमिषा प्रिया की रिहाई के लिए तत्काल हस्तक्षेप की मांग की है। केरल सरकार उनकी सुरक्षित वापसी के लिए काम कर रहे सभी लोगों के साथ मजबूती से खड़ी है।”

नर्स निमिषा पर क्‍या हैं आरोप

निमिषा प्रिया जो केरल के पलक्कड़ की रहने वाली 38 वर्षीय नर्स हैं, उनको 2017 में यमन में अपने व्यवसायी साझेदार तलाल अब्दो महदी की हत्या का दोषी पाया गया था। 2020 में उन्हें मौत की सजा सुनाई गई और 2023 में यमन की अदालत ने उनकी अंतिम अपील खारिज कर दी।

निमिषा प्रिया ने 2008 में नर्स के रूप में काम करने के लिए यमन गई थीं। वहां उन्होंने एक क्लिनिक शुरू किया, लेकिन यमनी कानून के अनुसार, विदेशियों को स्थानीय व्यक्ति के साथ साझेदारी करनी होती है। इसीलिए निमिषा ने तलाल अब्दो मेहदी नामक यमनी नागरिक को अपना साझेदार चुना। आरोप है कि मेहदी ने निमिषा के साथ धोखा किया, उनके पैसे हड़प लिए और शादी का झूठा दावा करके उन्हें परेशान किया। निमिषा के परिवार का कहना है कि मेहदी ने उन्हें मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया। 2017 में निमिषा ने अपना पासपोर्ट वापस लेने के लिए मेहदी को बेहोश करने की कोशिश की, लेकिन दवा की अधिक मात्रा के कारण मेहदी की मृत्यु हो गई। घबराहट में निमिषा और उनकी एक सहयोगी नर्स ने शव को टुकड़ों में काटकर पानी की टंकी में फेंक दिया।

खबरों के मुताबिक, निमिषा के परिवार और समर्थकों ने 10 लाख डॉलर की पेशकश की है, लेकिन माफी के लिए मृतक के परिजनों की सहमति जरूरी है। निमिषा 2008 में नर्स के रूप में यमन गई थीं और बाद में महदी के साथ मिलकर क्लीनिक शुरू किया। 2017 में महदी की मौत के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। वह वर्तमान में सना की सेंट्रल जेल में बंद हैं। निमिषा को बचाने के लिए काम कर रहे एक संगठन का कहना है कि 16 जुलाई को उनकी फांसी हो सकती है। एकमात्र उम्मीद यह है कि महदी का परिवार ब्लड मनी स्वीकार कर निमिषा को माफ कर दे।

TAGGED:Keralasupreme courtTop_NewsYemen
Previous Article CG Vidhansabha Mansoon Session छत्तीसगढ़ विधानसभा : RI और प्रोफेसर भर्ती गड़बड़ी में अपने ही विधायकों के सवालों से घिरी साय सरकार
Next Article गोवा और हरियाणा में नए राज्यपाल, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने दी संवैधानिक नियुक्तियों को मंजूरी

Your Trusted Source for Accurate and Timely Updates!

Our commitment to accuracy, impartiality, and delivering breaking news as it happens has earned us the trust of a vast audience. Stay ahead with real-time updates on the latest events, trends.
FacebookLike
XFollow
InstagramFollow
LinkedInFollow
MediumFollow
QuoraFollow

Popular Posts

फिसली जुबान मचा बवाल, भूमि अधिग्रहण कानून की जगह कृषि कानून बोल गए राहुल

नई दिल्ली। नई दिल्ली के विज्ञान भवन में  राहुल गांधी का एक बयान तब विवादों के…

By आवेश तिवारी

गुइलेन बैरे सिंड्रोम के 132 केस, 5 संदिग्ध की मौत

पुणे। महाराष्ट्र के पुणे में गुइलेन-बैरे सिंड्रोम (जीबीएस) के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं।…

By The Lens Desk

J&K पुलिस ने अपने ही कांस्टेबल काे हिरासत में दी यातना, फिर कर दिया फर्जी FIR, सुप्रीम कोर्ट नाराज

नई दिल्ली। यह पुलिस हिरासत में यातनाओं का शर्मनाक किस्सा है। सुप्रीम कोर्ट ने जम्मू…

By आवेश तिवारी

You Might Also Like

parliament monsoon session 2025
देश

हंगामे के बाद लोकसभा-राज्यसभा की कार्यवाही कल तक के लिए स्थगित, धनखड़ का इस्तीफा भी मंजूर

By पूनम ऋतु सेन
pm modi china visit
दुनिया

अमेरिकी टैरिफ हमले का जवाब, गले मिले पुतिन और मोदी

By आवेश तिवारी
छत्तीसगढ़

रायपुर में कांग्रेस का हल्ला बोल, महिलाओं के साथ हो रहे अपराध को लेकर सीएम हाउस का घेराव

By Lens News
MNREGA in West Bengal
अन्‍य राज्‍य

दो साल बाद पश्चिम बंगाल में फिर शुरू होगा मनरेगा, कोर्ट के आदेश से केंद्र को झटका

By Lens News Network
Welcome Back!

Sign in to your account

Username or Email Address
Password

Lost your password?