नई दिल्ली। अहमदाबाद एयर इंडिया विमान हादसे की जांच से जुड़ी प्रारंभिक रिपोर्ट सामने आने के बाद मीडिया में अलग-अलग एंगल से खबरें चल रही हैं। इस पर केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू का कहना है कि फाइनल रिपोर्ट आने के बाद ही सटीक नतीजे पर पहुंचा जा सकता है। प्रारंभिक रिपोर्ट के आधार पर कयास लगाना ठीक नहीं है। नायडू ने पायलटों को विमानन उद्योग का आधार बताया और कहा कि जांच पूरी होने के बाद ही कोई टिप्पणी उचित होगी।
12 जून को एयर इंडिया का बोइंग 787 ड्रीमलाइनर अहमदाबाद से लंदन गैटविक के लिए उड़ान भर रहा था, तभी यह विमान उड़ान के तुरंत बाद अहमदाबाद में एक मेडिकल हॉस्टल से टकरा गया। न्यूज-18 से बातचीत में उड्डयन मंत्री नायडू ने कहा कि अधिकारी प्रारंभिक रिपोर्ट का अध्ययन कर रहे हैं और अंतिम रिपोर्ट के बाद ही कोई बयान देना सही होगा।
उन्होंने AAIB के कार्यों की तारीफ की और कहा कि ब्लैक बॉक्स से डेटा निकालना और उसका विश्लेषण करना बेहद जटिल था। AAIB ने अंतरराष्ट्रीय मानकों का पालन करते हुए पारदर्शी और पेशेवर तरीके से काम किया। पहले आई AAIB की जांच में खुलासा हुआ कि विमान के दोनों इंजन उड़ान के कुछ सेकंड बाद ही बंद हो गए थे। इसका कारण फ्यूल कटऑफ स्विच का एक सेकंड के भीतर RUN से CUTOFF पर चले जाना था।
उन्होंने कहा कि मंत्रालय इस समय रिपोर्ट का विश्लेषण कर रहा है। अंतिम रिपोर्ट आने के बाद ही इस पर टिप्पणी करना उचित होगा। हम AAIB के साथ समन्वय कर रहे हैं और उन्हें हर संभव सहायता प्रदान करेंगे। AAIB इस मामले की मुख्य जांच एजेंसी होगी और हम आशा करते हैं कि शीघ्र ही अंतिम रिपोर्ट प्राप्त होगी।
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