द लेंस डेस्क। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी पांच देशों की विदेश यात्रा के अंतिम चरण में नामीबिया की राजधानी विंडहोक पहुंचे, जहां उन्हें नामीबिया के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘ऑर्डर ऑफ द मोस्ट एंशिएंट वेल्वित्शिया मिराबिलिस’ से नवाजा गया। यह सम्मान 1995 में नामीबिया की आजादी के बाद शुरू किया गया था, जो असाधारण सेवा और नेतृत्व के लिए दिया जाता है।
इस पुरस्कार का नाम नामीबिया में पाए जाने वाले एक अद्वितीय और प्राचीन रेगिस्तानी पौधे वेल्वित्शिया मिराबिलिस से प्रेरित है, जो नामीबियाई लोगों की सहनशीलता, दीर्घकालिकता और मजबूत भावना का प्रतीक है। यह पीएम मोदी का 27वां और इस यात्रा के दौरान चौथा सम्मान है।
विंडहोक के होसे कुटाको अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पीएम मोदी का पारंपरिक और भव्य स्वागत किया गया, जहां नामीबिया की अंतरराष्ट्रीय संबंध और सहयोग मंत्री सेल्मा अशीपाला-मुसावी ने उनकी अगवानी की। उन्हें 21 तोपों की सलामी भी दी गई। यह पीएम मोदी की नामीबिया की पहली यात्रा है और पिछले 27 वर्षों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की तीसरी यात्रा है। उन्होंने नामीबिया के संस्थापक और पूर्व राष्ट्रपति डॉ. सैम नुजोमा को भी श्रद्धांजलि दी।
इससे पहले, ब्राजील में पीएम मोदी को मंगलवार को देश के सर्वोच्च सम्मान ‘ग्रैंड कॉलर ऑफ द नेशनल ऑर्डर ऑफ द सदर्न क्रॉस’ से सम्मानित किया गया था। इसके अलावा, त्रिनिदाद और टोबैगो ने उन्हें अपने सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘ऑर्डर ऑफ द रिपब्लिक ऑफ त्रिनिदाद एंड टोबैगो’ से सम्मानित किया, जिसे प्राप्त करने वाले वह पहले विदेशी नेता बने। घाना में भी उन्हें ‘ऑफिसर ऑफ द ऑर्डर ऑफ द स्टार ऑफ घाना’ सम्मान से नवाजा गया था।