पटना। मतदाता सूची के विशेष पुनरीक्षण के विरोध और ट्रेड यूनियन की हड़ताल के समर्थन इंडिया गठबंधन की ओर से बुलाए गए बिहार बंद का व्यापक असर दिखाई दिया। पटना, दरभंगा, आरा और अन्य जिलों में सुबह से ही महागठबंधन के कार्यकर्ता सड़कों पर उतरे और सड़क जाम कर दी। कुछ जगहों पर तनाव की खबरें भी आईं। जहानाबाद में ट्रेन रोककर प्रदर्शन किया गया।
नलंदा में एक व्यक्ति को साइकिल चोर समझकर पीटा गया। पुलिस और प्रदर्शनकारियों में नोकझोक भी हुई।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने पटना में निर्वाचन आयोग के दफ्तर तक मार्च का नेतृत्व किया। उनके साथ तेजस्वी यादव (राजद), दीपंकर भट्टाचार्य (सीपीआई-एमएल), डी राजा (सीपीआई) और अन्य विपक्षी नेता शामिल हुए।
चुनाव आयोग और केंद्र सरकार पर राहुल गांधी का हमला

लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने पटना में बंद प्रदर्शन के दौरान केंद्र सरकार और चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि बिहार में महाराष्ट्र की तरह चुनाव में धांधली की कोशिश हो रही है। गरीबों के वोट छीने जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि महाराष्ट्र में लोकसभा चुनाव में इंडिया गठबंधन जीता, लेकिन विधानसभा चुनाव में हार गया।
राहुल गांधी ने कहा कि जांच में पता चला कि विधानसभा में एक करोड़ ज्यादा वोट पड़े और गरीबों के वोट हटाए गए। चुनाव आयोग ने वोटर लिस्ट देने से मना कर दिया। राहुल ने कहा कि बिहार में भी यही खेल हो रहा है। उन्होंने बिहार की जनता से कहा कि उनका वोट और भविष्य चोरी करने की कोशिश हो रही है, लेकिन इंडिया गठबंधन इसे रोकने के लिए उनके साथ है।
राहुल ने चुनाव आयोग पर आरोप लगाया कि इसके अधिकारी बीजेपी और आरएसएस के इशारे पर काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पहले चुनाव आयुक्त को सभी पार्टियां और चीफ जस्टिस मिलकर चुनते थे, लेकिन अब केवल बीजेपी चुनती है। राहुल ने बिहार की जनता से कहा कि वे डरें नहीं और अपने हक की रक्षा करें।

गरीबों के खिलाफ एक साजिश कर रही सरकार : तेजस्वी
राजद नेता और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने सरकार पर गरीबों के अधिकारों को छीनने का आरोप लगाया है। मतदाता सूची की जांच को गरीबों के खिलाफ एक साजिश करार देते हुए उन्होंने कहा कि पहले लोगों के नाम वोटर लिस्ट से हटाए जाएंगे, फिर उनकी पेंशन और राशन जैसी सुविधाएं भी बंद कर दी जाएंगी। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग अब किसी राजनीतिक दल का हिस्सा बन चुका है और उसकी निष्पक्षता संदिग्ध हो गई है।
उन्होंने सवाल उठाया कि क्या गुजरात के दो लोग यह तय करेंगे कि बिहार में कौन वोट दे सकता है और कौन नहीं? तेजस्वी ने आगे कहा कि मतदाता सूची से गरीबों के नाम हटाने की व्यापक योजना बनाई जा रही है, ताकि बाद में उनकी पेंशन और राशन जैसी सुविधाएं भी छीनी जा सकें।
उन्होंने मार्च में जनता से अपील की कि बीजेपी और नीतीश कुमार के तथाकथित ‘गोदी आयोग’ की मनमानी को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने जोर देकर कहा कि बिहार, जो लोकतंत्र की जन्मस्थली है, वहां लोकतंत्र को कुचलने की इजाजत नहीं दी जाएगी और बिहार के लोग इसके खिलाफ ‘क्रांति’ करेंगे।

अन्य जिलों में बिहार बंद का हाल
दरभंगा में मतदाता सूची में गड़बड़ी के विरोध में महागठबंधन के कार्यकर्ताओं ने बिहार बंद के दौरान सड़कें जाम कीं। एनएच-27 पर मब्बी में प्रदर्शन हुआ। कार्यकर्ताओं ने दरभंगा जंक्शन पर बिहार संपर्क क्रांति सुपरफास्ट ट्रेन समेत कई ट्रेनों को रोककर सरकार और चुनाव आयोग के खिलाफ नारेबाजी की और मतदाता सूची के पुनरीक्षण को रोकने की मांग की। वहीं नालंदा में बिहार बंद का व्यापक असर देखा गया। कई सड़कें और चौराहे पूरी तरह बंद रहे। कार्यकर्ताओं ने टायर जलाकर और बांस लगाकर सड़कें जाम कीं। प्रदर्शनकारियों ने नारेबाजी की, जिससे आम लोगों और वाहन चालकों को परेशानी हुई। खगड़िया में भी बिहार बंद का असर सुबह से दिखा। राजद समर्थकों ने टायर जलाकर एनएच-31 और अन्य सड़कें जाम कीं। कई निजी संस्थानों ने बंद को देखते हुए छुट्टी घोषित की। महागठबंधन कार्यकर्ताओं ने राजेंद्र चौक को भी जाम कर दिया।