पटना। बिहार के कारोबारी गोपाल खेमका मर्डर केस में जिस दूसरे कारोबारी अशोक साव को गिरफ्तार किया गया है, उसके बारे में चौंका देने वाली जानकारियां सामने आई हैं। अशोक साव बिल्डिंग और कंस्ट्रक्शन के कारोबार में सक्रिय था और इसी धंधे को लेकर उसका गोपाल खेमका से विवाद चल रहा था। पटना सिटी से पकड़े गए शूटर विजय सहनी से पूछताछ के बाद पुलिस को अशोक साव के खिलाफ पुख्ता सबूत मिले, जिसके बाद नालंदा के रहने वाले साव को धर दबोचा गया। इस मामले में पुलिस ने मुख्य शूटर उमेश यादव को भी गिरफ्तार किया है।
सूत्रों के अनुसार अशोक साह एक बिल्डर है और उसने उमेश को हत्या के लिए साढ़े तीन लाख रुपये की सुपारी दी थी। पुलिस की विशेष टीम ने उमेश को पटना सिटी से पकड़ा, जबकि चार अन्य संदिग्धों को भी हिरासत में लिया गया है। जांच में पता चला कि अशोक और गोपाल के बीच पहले भी दो बार गंभीर विवाद हो चुका था। एक बार बांकीपुर क्लब के चुनाव के दौरान और दूसरी बार किसी निजी वजह से दोनों में तीखी बहस हुई थी। इस दौरान अशोक ने अपने गार्ड की बंदूक गोपाल पर तान दी थी और उन्हें धमकी भी दी थी। क्लब के कुछ सदस्यों ने बीच-बचाव कर मामला शांत कराया था।
इस बीच, पुलिस ने पटना सिटी और हाजीपुर में दो दिन तक छानबीन की और फुटेज के आधार पर शूटर की पहचान की। एक अन्य संदिग्ध, विकास उर्फ राजा, जो कई आपराधिक मामलों में वांछित था, पुलिस मुठभेड़ में दमरिया घाट के पास मारा गया।
इस मामले में बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने कहा कि बिहार में कानून का शासन है और कोई भी अपराधी बच नहीं सकता। उन्होंने पुलिस की कार्रवाई की सराहना की और कहा कि जांच पूरी ताकत से जारी है। अपराधियों को सजा जरूर मिलेगी।
वहीं, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इस हत्याकांड पर तंज कसते हुए कहा कि गोपाल खेमका की उनके घर के बाहर हत्या ने साबित कर दिया है कि बीजेपी और नीतीश कुमार की सरकार ने बिहार को “अपराध की राजधानी” बना दिया है।
पुलिस ने किया पहला एनकाउंटर
इस मामले में पटना पुलिस ने मंगलवार तड़के एक हथियार सप्लायर को मुठभेड़ में ढेर कर दिया। बिहार पुलिस की विशेष कार्य बल (एसटीएफ) ने पटना में अवैध हथियारों का कारोबार करने वाले विकास उर्फ राजा को एनकाउंटर में मार गिराया। खबरों के अनुसार, पुलिस ने राजा को सोमवार को शूटर उमेश के साथ हिरासत में लिया था। पुलिस टीम राजा के बताए स्थान पर हत्या में उपयोग किए गए हथियार बरामद करने पहुंची थी, तभी राजा ने एसटीएफ पर गोलीबारी शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने राजा को मार गिराया। इससे पहले, शूटर उमेश की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने दावा किया था कि सीसीटीवी फुटेज में दिखने वाले हत्यारे का चेहरा उमेश से मिलता है।
10 लाख की सुपारी का खुलासा
पटना पुलिस ने सोमवार को मुख्य शूटर उमेश यादव को मालसलामी क्षेत्र से गिरफ्तार किया था। उमेश ने गोपाल खेमका की हत्या के लिए 10 लाख रुपये की सुपारी ली थी, जिसमें से उसे 1 लाख रुपये अग्रिम भुगतान मिला था। पुलिस ने उसके कब्जे से हत्या में इस्तेमाल हुई मोटरसाइकिल, एक पिस्तौल, 80 जिंदा कारतूस, दो मोबाइल फोन और 1 लाख रुपये नकद बरामद किए। उमेश के खुलासे के आधार पर पुलिस ने उदयगिरी अपार्टमेंट में छापा मारा, जहां से हत्या के हथियार गंगा तट के पास से बरामद हुए।