[
The Lens
  • होम
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
    • Hindi
    • English
  • वीडियो
  • More
    • खेल
    • अन्‍य राज्‍य
    • धर्म
    • अर्थ
    • Podcast
Latest News
तालिबान की प्रेस कॉन्‍फेंस से भारत सरकार ने झाड़ा पल्‍ला, महिला पत्रकारों की एंट्री बैन पर मचा हंगामा
68 करोड़ की फर्जी बैंक गारंटी मामले में अनिल अंबानी के सहयोगी पर शिकंजा
टीवी डिबेट के दौरान वाल्मीकि पर टिप्पणी को लेकर पत्रकार अंजना ओम कश्यप और अरुण पुरी पर मुकदमा
बिहार चुनाव में नामांकन शुरू लेकिन महागठबंधन और NDA में सीट बंटवारे पर घमासान जारी
क्या है ननकी राम कंवर का नया सनसनी खेज आरोप?
EOW अफसरों पर धारा-164 के नाम पर कूटरचना का आरोप, कोर्ट ने एजेंसी चीफ सहित 3 को जारी किया नोटिस
रायपुर रेलवे स्टेशन पर लाइसेंसी कुलियों का धरना खत्म, DRM ने मानी मांगे, बैटरी कार में नहीं ढोया जाएगा लगेज
तालिबान के दबाव में विदेश मंत्रालय की प्रेस कांफ्रेंस में महिला पत्रकारों की एंट्री बैन
छत्तीसगढ़ संवाद के दफ्तर में झूमाझटकी, मामला पुलिस तक
काबुल में पाकिस्‍तान की एयर स्‍ट्राइक से क्‍यों चौकन्‍ना हुआ चीन, जारी की सुरक्षा चेतावनी
Font ResizerAa
The LensThe Lens
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
  • वीडियो
Search
  • होम
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
    • Hindi
    • English
  • वीडियो
  • More
    • खेल
    • अन्‍य राज्‍य
    • धर्म
    • अर्थ
    • Podcast
Follow US
© 2025 Rushvi Media LLP. All Rights Reserved.
छत्तीसगढ़

कर्मचारी देर से आए तो कलेक्टर ने कान पकड़ कर मंगवाई माफी, कलेक्टर के निलंबन की उठ गई मांग

दानिश अनवर
Last updated: July 4, 2025 1:57 am
दानिश अनवर
Byदानिश अनवर
Journalist
दानिश अनवर, द लेंस में जर्नलिस्‍ट के तौर पर काम कर रहे हैं। उन्हें पत्रकारिता में करीब 13 वर्षों का अनुभव है। 2022 से दैनिक भास्‍कर...
Follow:
- Journalist
Share
Kabirdham Collector
कलेक्टर ने इस तरह से जिला पंचायत के कर्मचारियों से मंगवाई माफी।
SHARE
The Lens को अपना न्यूज सोर्स बनाएं

रायपुर। छत्तीसगढ़ के कबीरधाम जिले में कर्मचारियों के कान पकड़कर माफी मंगवाने का मामला सामने आया है। कान पकड़कर माफी मंगवाने का काम किसी और ने नहीं बल्कि कबीरधाम के कलेक्टर गोपाल वर्मा ने किया है। इस घटना का वीडियो भी सामने आया है, जिसमें साफ नजर आ रहा है कि कलेक्टर ने कहा कि कल से ऐसा हुआ तो निलंबित कर दूंगा ।

खबर में खास
गेट पर खड़े होकर नजर रख रहे थे कलेक्टरलेंस अभिमत – सानी गरिमा के विरुद्ध

कलेक्टर के इस बर्ताव को मानवाधिकारों का उल्लंघन बताया जा रहा है। कर्मचारी संगठन ने मांग की है कि सरकार कलेक्टर को निलंबित करे। संगठन ने कहा कि कलेक्टर की यह बर्ताव सरकारी सेवा आचरण के खिलाफ है। वहीं, अधिवक्ताओं ने कहा कि शारीरिक दंड देना सरकारी सेवा आचरण नियमों का भी उल्लंघन है।

पहले देखें ये वीडियो…

इस मसले पर thelens.in ने संविधान और कानून के जानकारों से बात की। विशेषज्ञ कहते हैं कि सम्मान पाना किसी भी व्यक्ति का मौलिक अधिकार है। कान पकड़कर माफी मंगवाना किसी भी कर्मचारी की गरिमा के खिलाफ है और ऐसा करके कलेक्टर ने उन कर्मचारियों की गरिमा को ठेस पहुंचाई है।

छत्तीसगढ़ मानवाधिकार आयोग के पूर्व चेयरमैन रिटायर्ड जस्टिस महेंद्र सिंघल ने thelens.in से कहा कि अधीनस्थ कर्मचारियों को इस तरह का दंड देना गलत है और मानवाधिकारों के खिलाफ भी है। पीड़ित पक्ष आयोग में शिकायत करे तो जिम्मेदार अफसर पर कार्रवाई हो सकती है।

कर्मचारी नेता विजय कुमार झा ने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से मांग की है कि तत्काल कलेक्टर को निलंबित किया जाए। यह अमानवीय कृत्य है। कलेक्टर या किसी भी अधिकारी को ऐसा करने का संवैधानिक अधिकार नहीं है।

अधिवक्ता शाहिद सिद्दीकी कहते हैं कि इस तरह से माफी मंगवाना पूरी तरह गलत है। अगर कलेक्टर नाराज हैं तो वे अनुशासनात्मक कार्रवाई कर सकते हैं। शो कॉज नोटिस के साथ-साथ आधे दिन की सैलरी कटवा सकते हैं, लेकिन इस तरह से किसी भी कर्मचारी की गरिमा को ठेस पहुंचाने का काम वे नहीं कर सकते हैं।

अधिवक्ता विपिन अग्रवाल कहते हैं कि कलेक्टर द्वारा अपने अधीनस्थ कर्मचारी को शारीरिक दंड देना पूरी तरह से गलत है और कानूनी रूप से अवैध है। कर्मचारी को शारीरिक दंड देना न केवल कर्मचारी के मानवाधिकारों का उल्लंघन है, बल्कि यह सरकारी सेवा आचरण नियमों का भी उल्लंघन है।

गेट पर खड़े होकर नजर रख रहे थे कलेक्टर

दरअसल, कलेक्टर आज सरकारी दफ्तरों जिला पंचायत, अस्पताल और स्कूल के निरीक्षण के लिए गए थे। इस दौरान जब वे जिला पंचायत के दफ्तर पहुंचे तो वहां उन्हें पता चला कि कुछ कर्मचारी ड्यूटी पर आए नहीं हैं। वे दफ्तर के गेट में खड़े हो गए और वक्त पर नहीं आने वाले कर्मचारियों पर नजर रखने लगे। इसी दौरान करीब दर्जन भर कर्मचारी देरी से दफ्तर पहुंचे। इस पर पहले तो कलेक्टर ने सभी को फटकार लगाई और सस्पेंड करने की धमकी दी। इसके बाद कान पकड़कर माफी मांगने को कहा। फिर दोबारा ऐसा नहीं होने की चेतावनी देकर सभी को अंदर जाने दिया।

तीनों जगहों पर कलेक्टर ने 42 कर्मचारियों को नोटिस जारी किया गया। वहीं, कुछ के कान पकड़कर माफी मांगने पर उन्हें छोड़ दिया गया और कल से देरी से न आने की चेतावनी दी गई।

लेंस अभिमत – सानी गरिमा के विरुद्ध

कवर्धा कलेक्टर गोपाल वर्मा ने देर से दफ्तर आने वाले कर्मचारियों को कान पकड़वा कर जिस तरह बुलवाया कि आगे से ऐसी गलती नहीं होगी, उससे एक सरकारी महकमे में काम करने वाले इंसानों की गरिमा तार–तार हुई है। दफ्तर देर से आने पर प्रशासनिक दंड के प्रावधान हैं लेकिन इन प्रावधानों में यह शामिल नहीं है कि कोई अफसर अपने मातहत कर्मचारियों के मानवाधिकारों का ऐसा हनन करेगा, उनकी गरिमा की ऐसी धज्जियां उड़ाएगा। आज अगर इस प्रदेश में ट्रेड यूनियन आंदोलन मजबूत होता तो शायद अब तक कलेक्टर का माफीनामा आ चुका होता, लेकिन जब प्रशासन को सामंती तौर तरीकों से हांके जाने की प्रवृत्ति बलवती हो तो मानवीय गरिमा कुचली ही जाएगी। किसी भी लोकतांत्रिक सरकार को ऐसी प्रवृत्ति पर अंकुश लगाना ही चाहिए।

TAGGED:ChhattisgarhKabirdham CollectorLatest_News
Byदानिश अनवर
Journalist
Follow:
दानिश अनवर, द लेंस में जर्नलिस्‍ट के तौर पर काम कर रहे हैं। उन्हें पत्रकारिता में करीब 13 वर्षों का अनुभव है। 2022 से दैनिक भास्‍कर में इन्‍वेस्टिगेटिव रिपोर्टिंग टीम में सीनियर रिपोर्टर के तौर पर काम किया है। इस दौरान स्‍पेशल इन्‍वेस्टिगेशन खबरें लिखीं। दैनिक भास्‍कर से पहले नवभारत, नईदुनिया, पत्रिका अखबार में 10 साल काम किया। इन सभी अखबारों में दानिश अनवर ने विभिन्न विषयों जैसे- क्राइम, पॉलिटिकल, एजुकेशन, स्‍पोर्ट्स, कल्‍चरल और स्‍पेशल इन्‍वेस्टिगेशन स्‍टोरीज कवर की हैं। दानिश को प्रिंट का अच्‍छा अनुभव है। वह सेंट्रल इंडिया के कई शहरों में काम कर चुके हैं।
Previous Article ANTI AGING जवां रहने की सनक, भारत में Anti-Aging प्रोडक्ट्स का बढ़ता बाजार और इससे जुड़े खतरे
Next Article Delhi old vehicle ऐसे फैसले लेती क्यों हैं सरकारें
Lens poster

Popular Posts

पूर्व सीएम ने गृहमंत्री को क्यों कहा ‘मसखरा’?

रायपुर। छत्तीसगढ़ में गुरुवार को पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का सोशल मीडिया में एक पोस्ट…

By Lens News

चैम्पियंस ट्रॉफी : 12 साल बाद मिली जीत, टीम इंडिया को सांसदों ने दी बधाई

नई दिल्ली। 12 साल बाद चैम्पियंस ट्रॉफी तीसरी बार जीतने पर सोमवार को संसद के…

By The Lens Desk

टाटा की गाड़ियों के दाम में 65 हजार से 1.55 लाख तक की भारी कटौती का फैसला

नेशनल ब्यूरो नई दिल्ली- टाटा मोटर्स ने घोषणा की है कि वह यात्री वाहनों पर…

By आवेश तिवारी

You Might Also Like

Nanki Ram Kanwar
छत्तीसगढ़

बड़ी खबर : दिग्गज भाजपा नेता ननकी राम की चेतावनी, कोरबा कलेक्टर को नहीं हटाया तो सरकार के खिलाफ धरना

By Lens News
chhattisgarh bjp
छत्तीसगढ़

राहुल गांधी के चेले विधायक चोरी करते हैं, वे किस मुंह से वोट चोरी की बात कर रहे: केदार कश्यप

By दानिश अनवर
MP Ki Baat
लेंस रिपोर्ट

सीएस का एक्सटेंशन, भोपाल अब दिल्ली हो गया, मामा की याद…

By राजेश चतुर्वेदी
Second passport
लेंस रिपोर्ट

ट्रेंड में दूसरा पासपोर्ट, टैक्स बचाने के लिए क्या भारतीय अब ले रहे विदेशी नागरिकता ?

By पूनम ऋतु सेन

© 2025 Rushvi Media LLP. 

Facebook X-twitter Youtube Instagram
  • The Lens.in के बारे में
  • The Lens.in से संपर्क करें
  • Support Us
Lens White Logo
Welcome Back!

Sign in to your account

Username or Email Address
Password

Lost your password?