द लेंस डेस्क | weather alert देश के अधिकांश हिस्सों में भारी बारिश, बाढ़ और भूस्खलन ने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है। भारतीय मौसम विभाग ने राजस्थान, मध्य प्रदेश, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश समेत 11 राज्यों में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। कई जगहों पर सड़कें बंद है घर, दूकान, ऑफिस पानी में डूब गए हैं और राहत कार्यों में मुश्किलें बढ़ रही हैं।
राजस्थान के अजमेर दरगाह में पानी भराव से छत गिरी
राजस्थान में पिछले चार दिनों से लगातार बारिश हो रही है। अजमेर में ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की प्रसिद्ध दरगाह परिसर में भारी बारिश के कारण दो फीट तक पानी भर गया है । बारिश के दौरान दरगाह के एक बरामदे की छत का हिस्सा ढह गया जिससे मलबा बिखर गया। गनीमत रही कि इस हादसे में कोई घायल नहीं हुआ। दरगाह कमेटी ने तुरंत उस हिस्से में लोगों की आवाजाही रोक दी और मरम्मत का काम शुरू कर दिया। चित्तौड़गढ़ जिले में भी 24 घंटे से अधिक समय तक भारी बारिश हुई। अब बारिश की तीव्रता थोड़ी कम हुई है, लेकिन हालात अभी भी सामान्य नहीं हैं। जिले के 11 बड़े बांध पानी से लबालब होकर ओवरफ्लो हो रहे हैं और निचले इलाकों में जलभराव की स्थिति बनी हुई है।
हिमाचल प्रदेश के मंडी में बादल फटने से मची भारी तबाही
हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में भारी बारिश और बादल फटने से भारी तबाही मची है, 30 जून से 1 जुलाई तक हुई बारिश और फ्लैश फ्लड में अब तक 13 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 29 लोग अभी भी लापता हैं। प्रशासन ने 154 लोगों को सुरक्षित निकाला है। मंडी के 12 उपमंडलों में 148 मकान और 104 गोशालाएं पूरी तरह नष्ट हो गई हैं और 162 पशुओं की मौत हुई है। जबकि थुनाग उपमंडल सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ जहां एक व्यक्ति की मौत और 11 लोग लापता हैं। 40 मकान, 30 वाहन और 6 पुल क्षतिग्रस्त हो गए। वायुसेना ने दो गर्भवती महिलाओं को हेलिकॉप्टर से सुरक्षित निकाला। करसोग में दो लोगों की मौत हुईऔर 27 मकान और 9 गोशालाएं बह गईं। प्रशासन ने पीड़ितों के लिए राहत शिविर बनाए हैं जहां सैकड़ों लोग शरण लिए हुए हैं।
मंडी के अलावा मनाली के सोलंग नाला में बाढ़ के कारण मनाली-केलांग हाईवे बंद हो गया है। मौसम विभाग ने कांगड़ा, मंडी, हमीरपुर, शिमला, सोलन और सिरमौर में अगले 24 घंटों के लिए बाढ़ का अलर्ट जारी किया है। दो दिन बाद फिर से भारी बारिश की चेतावनी दी गई है।प्रशासन, NDRF, SDRF, और वायुसेना प्रभावित इलाकों में राहत और बचाव कार्यों में जुटी हुई है। प्रभावित लोगों को राहत शिविरों में ठहराया गया है, और प्रशासन ने सभी से सुरक्षित स्थानों पर रहने की अपील की है।
उत्तराखंड के केदारनाथ मार्ग बंद, अलकनंदा का जलस्तर बढ़ा
उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग में भारी बारिश के कारण अलकनंदा नदी का जलस्तर अचानक बढ़ गया जिससे नदी किनारे बने छोटे मंदिर और मकान पानी में डूब गए। केदारनाथ मार्ग पर सोनप्रयाग के पास भूस्खलन होने से रास्ता बंद हो गया और 40 श्रद्धालु फंस गए। SDRF की टीम ने तुरंत कार्रवाई करते हुए सभी को सुरक्षित निकाला।
उत्तर प्रदेश में गंगा-यमुना नदी का जलस्तर बढ़ा
उत्तर प्रदेश के 10 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। वाराणसी में तेज बारिश के कारण गंगा नदी का जलस्तर बढ़ गया, और किनारे बने मंदिरों तक पानी पहुंच गया। कई मूर्तियां पानी में डूब गईं। प्रयागराज में गंगा और यमुना का जलस्तर बढ़ रहा है, हालांकि गंगा अभी खतरे के निशान से 8 मीटर नीचे बह रही है। वाराणसी में एक हाईवे का 20 फीट हिस्सा अचानक धंस गया, जिससे यातायात प्रभावित हुआ। फतेहपुर में रिंद नदी का जलस्तर बढ़ने से बच्चों को स्कूल जाने में दिक्कत हो रही है। स्थानीय महिलाएं नदी पर अस्थायी पुल बना रही हैं।
मध्य प्रदेश छत्तीसगढ़ में बारी बारिश का अलर्ट
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में भारी बारिश के कारण बड़े तालाब का जलस्तर बढ़ गया है। कई निचले इलाकों में जलभराव की स्थिति बनी हुई है। छत्तीसगढ़ के 33 जिलों में बारिश का अलर्ट जारी है। तेज बारिश के कारण कई घरों में पानी घुस गया जिससे लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों तक भारी बारिश की चेतावनी दी है। लोगों से नदियों और निचले इलाकों से दूर रहने और स्थानीय प्रशासन के निर्देशों का पालन करने की सलाह दी गई है।