रायपुर। छत्तीसगढ़ में नगरीय निकाय चुनाव के लिए 11 फरवरी को वोटिंग हुई। इनमें औसतन 72.19 प्रतिशत वोट पड़े। पिछली बार 67.35 फीसदी मतदान हुआ था। यानी पिछली बार से इस बार औसत मतदान 4.8 फीसदी बढ़ा है। दिनभर हर निकाय में वोटिंग शांतिपूर्ण ही रही लेकिन अंतिम समय में रायपुर, बिलासपुर समेत कई जगह जमकर बवाल हुआ। बिलासपुर में पोलिंग बूथ के अंदर ही हंगामा हुआ। कांग्रेस पार्षद प्रत्याशी पर EVM लूटने की कोशिश करने का आरोप लगा है। रायपुर में भी भगवती चरण शुक्ल वार्ड में एजाज ढेबर और गिदवानी के समर्थकों में झड़प हुई।
10 नगर निगम, 49 नगर पालिका के अलावा 114 नगर पंचायत में भी वोट डाले गए। काउंटिंग 15 फरवरी को होगी। 173 नगरीय निकायों के महापौर, अध्यक्ष और पार्षद पद के उम्मीदवारों का भाग्य मंगलवार को मतदान के बाद ईवीएम में कैद हो गया। स्थानीय निकायों के महापौर के लिए 79, पालिका और नगर पंचायतों के अध्यक्ष पद के लिए 970 वहीं पार्षद पद के लिए 9452 प्रत्याशी मैदान में हैं। 33 जिलों में अब तक 32 पार्षद निर्विरोध निर्वाचित हो चुके हैं। रायपुर, बिलासपुर, कोरबा और रायगढ़ के कुछ मतदान केंद्रों से विवाद की स्थिति उत्पन्न हुई थी। पुलिस मौके पर पहुंची और समझा कर मामला शांत कराया।
दूसरी तरफ रायपुर नगर निगम में हुए मतदान में जहां पुरुष का मतदान प्रतिशत 49.79 रहा, वहीं महिलाओं का मतदान प्रतिशत भी 49.4 प्रतिशत रहा। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि शहर में महिला महापौर को लेकर महिलाओं में खासा उत्साह है। नगर निगम की सरकार में महिलाओं की भूमिका अहम रहने वाली है, क्योंकि इस बार कुल 70 वार्डों से 34 वार्ड में महिला वोटरों की संख्या भी अधिक थी। वहीं एक वार्ड में महिला और पुरुष वोटर बराबर हैं। इस बार जहां शहर को महिला महापौर मिलने जा रही है, वहीं चुनावी जंग में भी महिलाओं की भूमिका मुख्य होगी।
70 वार्ड में से 23 वार्ड महिला आरक्षित थे
70 में 23 वार्ड महिला आरक्षित हैं, जिसमें भी 11 वार्डों में महिलाओं की संख्या अधिक है। ऐसे में महिला प्रत्याशियों को अवसर भी मिला है। कुल वोटरों की बात करें तो महिला और पुरुष के बीच सिर्फ 2006 का अंतर है। 70 वार्डों की बात करें तो कुल वोटर 10 लाख 36 हजार 110 मतदाता हैं, जिसमें 49.58 प्रतिशत मतदाताओं ने मतदान किया है।