[
The Lens
  • होम
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
    • Hindi
    • English
  • वीडियो
  • More
    • खेल
    • अन्‍य राज्‍य
    • धर्म
    • अर्थ
    • Podcast
Latest News
विदेश राज्य मंत्री और उनके गुर्गों पर जमीन हड़पने के मामले में दर्ज हुआ मुकदमा
दल्लीराजहरा–रावघाट रेल परियोजना दिसंबर तक होगी पूरी
मदनवाड़ा में फोर्स और नक्सलियों के बीच मुठभेड़, दो बड़े लीडर की मौत का दावा
पश्चिम बंगाल में SIR के मुद्दे पर सुनवाई से सुप्रीम कोर्ट का फिलहाल इंकार
429 डॉक्टरों ने क्‍यों छोड़ दी AIIMS की नौकरी? सरकार ने बताए दिल्‍ली से लेकर रायपुर तक के आंकड़े  
राहुल गांधी की जान को खतरा! कांग्रेस को देनी पड़ी सफाई, जानें क्‍या है मामला?
राजस्‍थान : सड़क हादसे में 13 की मौत, मृतकों में सात बच्चे, पिकअप में सवार थे एक ही परिवार के 27 लोग
SIR मतदाताओं के अनुकूल : सुप्रीम कोर्ट
अब बच्चे पढ़ेंगे नए कानून, CBSE 2026-27 से शुरू होगा लीगल स्टडीज में नया सिलेबस
KBC में कर्नल सोफिया और विंग कमांडर व्योमिका के आने से क्‍यों हो रहा विवाद?
Font ResizerAa
The LensThe Lens
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
  • वीडियो
Search
  • होम
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
    • Hindi
    • English
  • वीडियो
  • More
    • खेल
    • अन्‍य राज्‍य
    • धर्म
    • अर्थ
    • Podcast
Follow US
© 2025 Rushvi Media LLP. All Rights Reserved.
लेंस संपादकीय

चुनाव आयोग की साख पर सवाल

Editorial Board
Last updated: June 28, 2025 7:55 pm
Editorial Board
Share
Voter List Controversy
SHARE

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव को लेकर उठे सवालों का स्पष्ट जवाब अभी तक नहीं आ पाया था कि बिहार में भी मतदाता सूची ठीक करने की प्रक्रिया सवालों के घेरे में आ गई है। चुनाव से ठीक दो महीने पहले मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण अभियान की शुरुआत चुनाव आयोग ने कर दी है। इस अभियान की टाइमिंग और प्रकृति को लेकर विपक्षी दल, विशेषकर आरजेडी और टीएमसी ने गंभीर सवाल उठाए हैं। बूथ स्तर पर घर-घर जाकर मतदाताओं की नागरिकता, जन्म तिथि, जन्म स्थान और माता-पिता से जुड़े दस्तावेजों की जांच और शपथ पत्र की मांग को विपक्षी दल राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) को चुपके से लागू करने की साजिश करार दे रहे हैं। यह चुनाव आयोग की साख पर सवाल भी है। चुनाव आयोग एक स्वतंत्र संस्था होने के नाते सभी राजनीतिक दलों के लिए निष्पक्षता का दावा करता है। फिर भी बिहार में इस अभियान की शुरुआत और इसकी प्रक्रिया ने संदेह को जन्म दिया है। आयोग ने असम, केरल, पुडुचेरी, तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल में भी 2026 के चुनावों से पहले समान समीक्षा की घोषणा भी की है। लेकिन बिहार में चुनाव से ठीक पहले मतदाता सूची अपेक्षाओं के मुताबिक ठीक हो पाएगी, इस पर सवाल उठाए जा रहे हैं। यह सवाल इसलिए भी है कि अंतिम सूची जारी होने के बाद उस पर आने वाली आपत्तियों के समाधान के लिए कितना समय मिलेगा। क्योंकि इसके बाद बिहार में समय से विधानसभा चुनाव कराने की जिम्मेदारी भी चुनाव आयोग को ही उठानी है। क्या यह वास्तव में मतदाता सूची को शुद्ध करने का प्रयास है, या कुछ और? चुनाव आयोग को चाहिए कि वह इस प्रक्रिया की पारदर्शिता सुनिश्चित करे और विपक्ष के सवालों का तथ्यपरक जवाब दे। मतदाता सूची का पुनरीक्षण लोकतांत्रिक प्रक्रिया का जरूरी हिस्सा है, लेकिन भरोसे में लिए बगैर इस प्रक्रिया को लागू करना हजम होने वाली बात नहीं है। निष्पक्षता और विश्वास बनाए रखने के लिए चुनाव आयोग को तत्काल स्पष्टता लानी होगी।

TAGGED:Bihar assembly electionsEditorialVoter List Controversy
Previous Article 8th Pay Commission आठवें वेतनमान में देरी हुई तो मिलेगा एरियर, 51 हजार तक बढ़ सकता है वेतन
Next Article RSS on constitution A sinister ploy

Your Trusted Source for Accurate and Timely Updates!

Our commitment to accuracy, impartiality, and delivering breaking news as it happens has earned us the trust of a vast audience. Stay ahead with real-time updates on the latest events, trends.
FacebookLike
XFollow
InstagramFollow
LinkedInFollow
MediumFollow
QuoraFollow

Popular Posts

Too good to be true

The recent report on falling poverty rates in India by the World Bank has come…

By Editorial Board

हैदराबाद के चारमीनार इलाके में भीषण आग, 17 लोगों की मौत

द लेंस डेस्क। Accident near Charminar: हैदराबाद के चारमीनार के नजदीक गुलज़ार हाउस इलाके में…

By Amandeep Singh

गुजरात हाईकोर्ट में टॉयलेट में बैठकर ऑनलाइन सुनवाई में शामिल हो गया शख्स

नेशनल ब्यूरो। नई दिल्ली गुजरात हाईकोर्ट में वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से हो रही ऑनलाइन…

By Lens News Network

You Might Also Like

poor quality watermelon
लेंस संपादकीय

तरबूज भी नहीं बचा!

By Editorial Board
लेंस संपादकीय

लोकतंत्र के ये कैसे सेनानी

By The Lens Desk
लेंस संपादकीय

गुजरात से निकला संदेश

By Editorial Board

शर्मनाक !

By The Lens Desk
Welcome Back!

Sign in to your account

Username or Email Address
Password

Lost your password?