अहमदाबाद। भगवान जगन्नाथ रथयात्रा के दौरान अहमदाबाद में तीन हाथियों के बेकाबू होने से अफरा तफरी मच गई। बताया जाता है कि यात्रा के दौरान तेज डीजे की आवाज के कारण एक हाथी अनियंत्रित हो गया और इधर-उधर दौड़ने लगा। लोग इधर-उधर भागने लगे। हालांकि, महावतों और वन विभाग की टीम ने स्थिति संभालते हुए हाथी को नियंत्रित किया। बेकाबू हुए तीनों हाथियों को यात्रा से हटा लिया गया। अब केवल 14 हाथी यात्रा में हिस्सा ले रहे हैं।
इस हादसे में तीन से चार लोग घायल हुए, जिनमें एक मीडियाकर्मी भी शामिल है। किसी को गंभीर चोट नहीं आई। ये लोग हाथी के पास खड़े थे और भगदड़ के दौरान गिर पड़े। राहत की बात यह रही कि हाथी के पहुंचने से पहले ही लोगों ने घायलों को सुरक्षित बचा लिया।
जगन्नाथ यात्रा में सबसे आगे गजराज चलते हैं, जिनके साथ महावत और वन विभाग की टीम होती है। जैसे ही हाथी बेकाबू होने लगे, वन विभाग की टीम ने तुरंत कार्रवाई की। उनके पास ट्रैंक्विलाइज़र और अन्य उपकरण थे, जिनके ज़रिए उन्होंने हाथी को काबू में किया। इस कारण रथयात्रा को 15 मिनट के लिए रोकना पड़ा। मौके पर 108 एंबुलेंस बुलाई गई और घायलों को अस्पताल ले जाया गया।
रथयात्रा सुबह 7 बजे जमालपुर मंदिर से शुरू हुई और रात 8:30 बजे तक मंदिर वापस लौटेगी। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने पाहिंद विधि के साथ यात्रा की शुरुआत की। सुबह 5 से 6 बजे के बीच भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा की मूर्तियों को रथ पर विराजमान किया गया। रथ के आगे सोने की झाड़ू से सफाई की परंपरा निभाई गई।
इससे पहले, सुबह 4 बजे मंदिर में मंगला आरती हुई, जिसमें गृह मंत्री अमित शाह और उनके परिवार ने हिस्सा लिया। भगवान को खिचड़ी का भोग अर्पित किया गया। दूसरी ओर, पुरी में भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा के रथ शाम 4 बजे खींचे जाएंगे, जबकि उदयपुर में भगवान 80 किलो चांदी के रथ में सवार होंगे।