नई दिल्ली। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) जल्द ही एक बड़ा बदलाव लाने की तैयारी में है, जिसके तहत इसके सदस्य मई या जून के शुरू तक यूपीआई और एटीएम से अपने भविष्य निधि के रुपये तुरंत निकाल सकेंगे। इस नए अपडेट से कर्मचारियों को अपनी पीएफ बचत तक पहुंचने के लिए लंबी और समय लेने वाली प्रक्रियाओं से गुजरना नहीं पड़ेगा।
यह पहल श्रम और रोजगार मंत्रालय के सहयोग से लागू की जा रही है और इसे नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (एनपीसीआई) से मंजूरी मिल चुकी है। इस कदम से देश भर के लाखों ईपीएफओ सदस्यों को अधिक सुविधा मिलने की उम्मीद है।
मीडिया खबरों के अनुसार, श्रम और रोजगार मंत्रालय की सचिव सुमिता डावरा ने बताया कि कर्मचारी तुरंत 1 लाख रुपये तक निकाल सकेंगे। उन्होंने कहा कि सदस्य यूपीआई प्लेटफॉर्म पर सीधे अपने पीएफ बैलेंस की जांच कर सकेंगे और बिना देरी के अपने पसंदीदा बैंक खाते में पैसे ट्रांसफर कर सकेंगे।
मौजूदा समय में पीएफ फंड निकालने के लिए ऑनलाइन दावे जमा करने और मंजूरी का इंतजार करना पड़ता है, जिसमें कई दिन या हफ्ते भी लग सकते हैं। हालांकि, आगामी यूपीआई एकीकरण के साथ निकासी तुरंत और परेशानी मुक्त हो जाएगी। कर्मचारी न केवल तेजी से पैसे निकाल सकेंगे, बल्कि अपने बैलेंस की जांच और लेनदेन भी तुरंत कर सकेंगे।
ईपीएफओ उन कारणों का दायरा भी बढ़ा रहा है, जिनके लिए सदस्य अपनी पीएफ बचत निकाल सकते हैं। अब चिकित्सा आपातकाल के अलावा कर्मचारी आवास, शिक्षा और विवाह के लिए भी फंड निकाल सकेंगे।
इस कदम का उद्देश्य कर्मचारियों को अधिक वित्तीय लचीलापन प्रदान करना है। डावरा ने कहा, “ईपीएफओ ने 120 से अधिक डेटाबेस को एकीकृत करके अपनी डिजिटल संरचना में महत्वपूर्ण सुधार किए हैं।”
उन्होंने बताया, “इन प्रयासों से दावों की प्रक्रिया का समय केवल तीन दिनों तक कम हो गया है, और अब 95 प्रतिशत दावे स्वचालित रूप से संसाधित हो रहे हैं। सिस्टम को और अधिक कुशल बनाने के लिए और उन्नयन भी प्रगति पर हैं।”
पेंशनधारकों को भी ईपीएफओ की डिजिटल पहल से फायदा हुआ है। दिसंबर 2024 से लगभग 78 लाख पेंशनधारी किसी भी बैंक शाखा से बिना किसी प्रतिबंध के अपने फंड तक पहुंच सक रहे हैं। पहले, निकासी केवल विशिष्ट बैंक शाखाओं से ही संभव थी।