लेंस ब्यूरो। रायपुर
छत्तीसगढ़ के एक जिले के कलेक्टर ने सीधे राज्य की राजनीति में प्रभावशाली माने जाने वाले एक मंत्री से टकराहट मोल ले रखी है। इस टकराहट की गूंज दिल्ली तक है।
(Minister Collector Dispute)
मामला सरगुजा संभाग का बताया जा रहा है और चर्चा यह है कि कलेक्टर ने रायपुर से लेकर दिल्ली तक मंत्री के खिलाफ जम कर शिकायतें करवाई हैं। इस काम में कलेक्टर ने आरएसएस से जुड़े लोगों से भी मदद ली है।
यह झगड़ा एक समाज को जमीन आबंटन की सिफारिश से शुरू हुआ, जिसे कलेक्टर ने करने से इंकार कर दिया था। कलेक्टर के मुताबिक ऐसा करना नियमों के खिलाफ होगा। नौकरशाही के भीतर यह कलेक्टर नियम के आगे किसी भी दबाव को ना मानने के लिए जाने जाते हैं।
बताते हैं कि इन दोनों के बीच का टकराव इस कदर बढ़ गया है कि एक सार्वजनिक कार्यक्रम में कलेक्टर ने मंत्री की अनदेखी करने की कोशिश की तो मंत्री ने उन्हें वहीं जम कर फटकारा।सार्वजनिक फटकार पड़ी तो कलेक्टर रूठ कर कार्यक्रम ही छोड़ गए थे।
यह मामला पहले रायपुर तक पहुंचा। फिर मंत्री के खिलाफ शिकायतों के साथ इसे दिल्ली तक पहुंचाया गया।
बीजेपी के जानकार सूत्रों का तो यहां तक दावा है कि शिकायत राज्य के उच्च स्तरों से पार्टी हाई कमान तक इस आग्रह के साथ पहुंचाई गई है कि मंत्री को राष्ट्रीय स्तर पर संगठन की जिम्मेदारी दे दी जाए ताकि उन्हें राज्य में सरकार से दूर किया जा सके। सत्ता के गलियारे में इन दिनों यह झगड़ा चर्चा में है।
मंत्री की वरिष्ठता, दिल्ली तक उनके सम्मान और राज्य में उनकी पकड़ के कारण उनका कुछ बिगड़ जाए यह तो अभी मुश्किल है। लेकिन, चर्चा है कि राज्य में कामकाज में दक्षता के लिहाज से सरकार के भीतर मंत्री से ज्यादा कलेक्टर की सुनवाई है और इस मामले में उन्हें शीर्ष सत्ता का साथ है, ऐसा कहा जा रहा है।
इसे भी पढ़ें : अमिताभ जैन का उत्तराधिकारी खोजने में छूटा पसीना, रेणु पिल्ले के नाम की चर्चा क्यों नहीं?