द लेंस डेस्क। पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के अध्यक्ष और पूर्व विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो ( bilawal bhutto ) जरदारी को संयुक्त राष्ट्र (यूएन) मुख्यालय में भारत के खिलाफ झूठ बोलने के कारण शर्मिंदगी झेलनी पड़ी। 4 जून 2025 को न्यूयॉर्क में एक प्रेसवार्ता के दौरान बिलावल ने भारत पर मुस्लिम समुदाय को गलत तरीके से आतंकवादी करार देने का आरोप लगाया, लेकिन एक विदेशी मुस्लिम पत्रकार ने उनके दावों की पोल खोल दी। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
क्या हुआ प्रेसवार्ता में?
बिलावल भुट्टो ने दावा किया कि पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत में मुस्लिमों को आतंकवादी माना जा रहा है। उन्होंने कहा, “भारत इस्राइल की राह पर चल रहा है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, इस्राइल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू की नकल कर रहे हैं। वे शांति नहीं चाहते बल्कि अशांति फैला रहे हैं।” हालांकि, एक विदेशी मुस्लिम पत्रकार ने तुरंत जवाब देते हुए कहा कि भारत के ऑपरेशन सिंदूर की ब्रीफिंग का नेतृत्व एक मुस्लिम महिला अधिकारी ने किया था जो बिलावल के दावों को गलत साबित करता है। इस जवाब के बाद बिलावल चुप हो गए और सिर हिलाते नजर आए।

सहयोग की बात, लेकिन झूठ का सहारा
बिलावल ने आतंकवाद से निपटने के लिए भारत के साथ सहयोग की बात भी की। उन्होंने कहा, “पाकिस्तान आतंकवाद से निपटने के लिए भारत के साथ मिलकर काम करना चाहता है। अगर आईएसआई और रॉ साथ मिलकर आतंकियों से लड़ें तो दोनों देशों में आतंकवाद कम हो सकता है।” लेकिन उनके भारत-विरोधी झूठ ने उनकी मंशा पर सवाल खड़े कर दिए।
बिलावल ने स्वीकार किया कि संयुक्त राष्ट्र में कश्मीर मुद्दे को उठाने के पाकिस्तान के प्रयास लगातार असफल रहे हैं। उन्होंने कहा “कश्मीर मुद्दे पर हमें जो बाधाएं मिलती हैं, वे अभी भी बरकरार हैं।”
ऑपरेशन सिंदूर: भारत की सख्त कार्रवाई
22 अप्रैल 2025 को पहलगाम में हुए आतंकी हमले, जिसमें 26 लोगों की जान गई, इसके जवाब में भारत ने 7 मई को ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया। इस ऑपरेशन में आतंकवादी ठिकानों पर सटीक हमले किए गए। इसके बाद 8, 9 और 10 मई को पाकिस्तान ने भारतीय सैन्य ठिकानों पर हमले की कोशिश की लेकिन भारत ने करारा जवाब दिया। इस जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तान के कई सैन्य ठिकाने, एयर बेस, रडार साइट्स और कमांड सेंटर तबाह हो गए।
भारत की नकल कर रहा पाकिस्तान
पाकिस्तान ने भारत की कूटनीतिक रणनीति की नकल करते हुए एक संसदीय प्रतिनिधिमंडल भेजा है, जो ऑपरेशन सिंदूर और हाल के तनावों पर इस्लामाबाद का पक्ष रखने की कोशिश कर रहा है। भारत ने भी पहलगाम हमले और ऑपरेशन सिंदूर पर अपनी स्थिति स्पष्ट करने के लिए सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल वैश्विक स्तर पर भेजे हैं। बिलावल के नेतृत्व में पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल ने न्यूयॉर्क में यूएन महासचिव एंटोनियो गुटेरेस, महासभा अध्यक्ष फिलेमोन यांग और सुरक्षा परिषद अध्यक्ष कैरोलिन रोड्रिग्स-बिर्केट से मुलाकात की। उन्होंने अमेरिका, चीन, रूस, फ्रांस और अन्य देशों के प्रतिनिधियों से भी बात की। 5 जून को यह प्रतिनिधिमंडल वाशिंगटन डीसी पहुंचेगा जहां शशि थरूर के नेतृत्व में भारतीय प्रतिनिधिमंडल भी मौजूद होगा।
बिलावल भुट्टो की प्रेसवार्ता का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है जिसमें उनकी किरकिरी साफ दिख रही है। लोग उनके झूठ और नाटकीय अंदाज का मजाक उड़ा रहे हैं। पाकिस्तान के नेता लगातार भारत के खिलाफ झूठे दावे कर अंतरराष्ट्रीय मंचों पर अपनी छवि खराब कर रहे हैं।